Ear Infection Precautions: कान में गंदगी या बाहरी कण के कारण ईयर इन्फेक्शन हो जाता है। गंदगी के कारण फंगल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो जाता है जिससे तकलीफ बढ़ सकती है। कान में इन्फेक्शन होने पर सुनने में परेशानी हो सकती है। कुछ मामलों में कान से पस निकलने लगता है। कान में इन्फेक्शन के कारण घाव या फुंसी हो जाती है जिससे भारीपन महसूस होता है। इस लेख में हम जानेंगे ईयर इन्फेक्शन होने पर किन सावधानियों को बरतना चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
ईयर इन्फेक्शन होने पर किन बातों का ख्याल रखें?- Ear Infection Precautions
- कान में इन्फेक्शन के दौरान, ईयर क्लीन करने के लिए ईयरबड का इस्तेमाल न करें।
- ईयर इन्फेक्शन के दौरान, कान को पानी से बचाएं। कान में पानी चले जाने के कारण इन्फेक्शन बढ़ सकता है।
- कान में इन्फेक्शन होने पर सिगरेट जोन से दूर रहें। सिगरेट का धुंआ कानों की सेहत को प्रभावित करता है और संक्रमण बढ़ सकता है।
- कान में इन्फेक्शन होने पर हाथ को साबुन और पानी से धोकर साफ रखें। इस तरह आप कान में इन्फेक्शन के दौरान उसे बढ़ने से रोक सकते हैं।
- कान में इन्फेक्शन होने पर तेज आवाज से दूर रहें। तेज आवाज के कारण इनर ईयर डैमेज हो सकते हैं और इन्फेक्शन ठीक होने में समय लग सकता है।
- निमोनिया वैक्सीन और फ्लू वैक्सीन लगावाएं, इस तरह आप इन्फेक्शन को बढ़ने से बच सकते हैं।
- कान में इन्फेक्शन होने पर एयर पॉल्यूशन से बचें। इससे ईयर कैनाल में इन्फेक्शन का खतरा दोगुना हो सकता है।
ईयर इन्फेक्शन से कैसे बचें?- Ear Infection Prevention Tips
- ईयर इन्फेक्शन से बचना चाहते हैं, तो कानों को रोज नहाने के बाद तौलिए के कोने से साफ करें। इससे कान की नली में मौजूद अतिरिक्त पानी बाहर निकल जाएगा।
- अगर आपको सर्दी या श्वसन संक्रमण के लक्षण हों, तो तुरंत इलाज करवाएं। इन संक्रमणों का जल्दी इलाज करने से कानों में इन्फेक्शन को रोका जा सकता है।
- कानों को इन्फेक्शन से बचाने के लिए सिगरेट स्मोक, वायु प्रदूषण और केमिकल से बचाएं। इससे कान की नली में जलन और संक्रमण का खतरा बढ़ा सकता है।
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