प्रेग्नेंसी में सत्तू खा सकते हैं? आप प्रेग्नेंसी में सत्तू खा सकती हैं। गर्भावस्था में महिलाओं को फोलेट लेने की सलाह दी जाती है। 100 ग्राम सत्तू में 4.6 एमजी आयरन होता है आप इसका सेवन करेंगी तो खून की कमी या प्रेग्नेंसी में एनीमिया का शिकार नहीं होंगी। गर्भस्थ शिशु की ग्रोथ के लिए आप सत्तू का सेवन करें तो होने वाले शिशु के शरीर में प्रोटीन की पूर्ति होगी। सत्तू के सेवन से बॉडी का तापमान कंट्रोल रहता है, इससे आपकी बॉडी हाइड्रेट रहेगी इसलिए आप गर्भावस्था में इसका सेवन कर सकते हैं। प्रेग्नेंसी में सत्तू को कई फॉर्म में लिया जा सकता है। इस लेख में हम बात करेंगे प्रेग्नेंसी में सत्तू के फायदे, सत्तू की हेल्दी रेसिपी के बारे में। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के वेलनेस डाइट क्लीनिक की डाइटीशियन डॉ स्मिता सिंह से बात की।
प्रेग्नेंसी में सत्तू के फायदे (Benefits of sattu in pregnancy)
सत्तू का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए लाभदायक होता है आप इसका सेवन कर सकती हैं पर ज्यादा सेवन करने से बचें, चलिए जानते हैं प्रेग्नेंसी में सत्तू के लाभ-
- 100 ग्राम सत्तू में 18 ग्राम फाइबर होता है। तीन चौथाई कप सत्तू में 28 ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, इसमें 25 ग्राम प्रोटीन होता है।
- आप सत्तू को नैचुरल प्रोटीन शेक भी कह सकते हैं।
- सत्तू में फाइबर और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है इसलिए इसके सेवन से क्विक एनर्जी मिलती है।
- सत्तू में जरूरी विटामिन और मिनरल जैसे पोटैशियम मौजूद होते हैं।
- सत्तू में मैग्निशियम होता है जिससे बॉडी का मेटाबॉलिज्म मजबूत रहता है।
- सत्तू में ग्लाइसेमिक एसिड बहुत कम होता है इसलिए जिन गर्भवती महिलाओं को जेस्टेशनल डायबिटीज की समस्या है वो इसका सेवन कर सकती हैं।
- सत्तू में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है इससे आपका पेट ठीक रहेगा और कब्ज की समस्या प्रेग्नेंसी में नहीं होगी।
- अगर आप प्रेग्नेंसी के दौर में हैं और कोलेस्ट्रॉल ज्यादा रहता है तो आप सत्तू का सेवन करें, आपके हार्ट के लिए सत्तू फायदेमंद है।
- सत्तू का सेवन करने से ब्लड शुगर नहीं बढ़ती तो अगर आपको डायबिटीज है और आप गर्भवती है तो चिंता की बात नहीं है।
- गरम दिनों में गर्भवती महिलाओं को सत्तू का करना चाहिए, इससे स्किन संबंधी शिकायत जैसे प्रेग्नेंसी में एक्ने की समस्या नहीं होती।
- आयुर्वेदिक चिकित्सा के मुताबिक सत्तू से बॉडी में सूजन की समस्या नहीं होती।
- सत्तू के सेवन से आप प्रेग्नेंसी के दौरान ज्वॉइंट पेन, स्किन की समस्या से बच सकती हैं।
- सत्तू में कूलिंग प्रॉपर्टीज होती हैं, सत्तू से यूटीआई, सिरदर्द, एसिडिटी की समस्या दूर होती है।
- सत्तू का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए गरम मौसम में लाभदायक है। ये बॉडी को डिटॉक्सीफाई करने का काम करता है।
प्रेग्नेंसी में गर्भवती महिलाओं को सत्तू को किस फॉर्म में लेना चाहिए?
प्रेग्नेंसी में आप सत्तू का शरबत पी सकती हैं, अगर आपको दूध से एलर्जी नहीं है तो दूध में मिलाकर भी पी सकते हैं या आप इसे छाछ में मिलाकर सत्तू की नमकीन ड्रिंक पी सकती हैं। सत्तू के पौष्टिक लड्डू या पराठा भी खाने में पौष्टिक होता है पर इन्हें बनाने के लिए आप ज्यादा घी या तेल का इस्तेमाल न करें।
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गर्भवती महिलाएं एक दिन में सत्तू के कितनी मात्रा का सेवन कर सकती हैं? (Quantity of sattu in pregnancy)
अगर आप गर्भवती हैं तो आपको सत्तू का सेवन करते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
- आप एक दिन में सत्तू के 30 ग्राम से ज्यादा क्वॉन्टिटी का सेवन न करें।
- गर्भवती महिलाओं को अक्सर कॉन्सटिपेशन की शिकायत रहती है इसलिए उन्हें सत्तू को गाढ़ा पानी के बजाय उसको पतला करके पीना चाहिए।
- आप अपनी ड्रिंक में सत्तू एड कर रही हैं तो उसे रात को सोने से पहले न पिएं, आपको सत्तू का सेवन शाम के बाद नहीं करना चाहिए।
- कोशिश करें कि सत्तू को खाली पेट लें, अगर आपने कुछ खाया है तो उसके 2 से 3 घंटों के बाद ही सत्तू का सेवन करें, इससे डाइजेशन अच्छा रहेगा।
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सत्तू का चीला (Sattu chilla recipe for pregnant women)
प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं को चटपटा खाने का मन करता है अगर आप भी उसी दौर में है तो कुछ अनहेल्दी खाने के बजाय पौष्टिक रेसिपी ट्राय करें जिससे आपके मुंह का स्वाद भी बदल जाए और शरीर सेहतमंद बना रहे। ऐसी एक रेसिपी है सत्तू का चीला। आप इसमें जितनी चाहें उतनी सब्जियां डालकर हेल्दी बना सकते हैं बस नमक की मात्रा कम रखें।
सत्तू का चीला बनाने की सामग्री: सत्तू, पानी, नमक, मिर्च, नींबू का रस, लाल मिर्च, शिमला मिर्च, प्याज, टमाटर, पालक के पत्ते, गोभी, बीन्स
सत्तू का चीला बनाने का तरीका:
- सत्तू का चीला बनाने के लिए आप एक बाउल में सारी सब्जियों को काटकर डालें।
- बाउल में हल्दी, नमक, हल्की मिर्च, नींबू का रस डालें।
- बाउल में सत्तू और पानी डालकर मिश्रण को अच्छी तरह से मिला लें।
- पैन गरम करें और उस पर बटर लगाएं।
- बैटर को फैलाते हुए चीले का शेप दें।
- गैस मीडियम फ्लेम पर करके दोनों तरफ से सेकें।
- गरम-गरम सत्तू का चीला तैयार है, आप इसे हरी चटनी के साथ खा सकते हैं।
नट्स और सत्तू की ड्रिंक (Nuts and sattu drink for pregnant women)
नट्स और सत्तू की ड्रिंक बनाने का तरीका बहुत आसान है। प्रेग्नेंसी में गर्भवती महिलाओं को लू या गरम मौसम में डिहाइड्रेशन की समस्या से बचने के लिए सत्तू ड्रिंक जरूर पीना चाहिए और इसमें नट्स होने से ये ड्रिंक आपको प्रेग्नेंसी में हेल्दी रखेगी। सत्तू ड्रिंक को बनाने के लिए आपको ज्यादा सामग्री की जरूरत भी नहीं है। ये झटपट बन जाने वाली ड्रिंक है। आप इस ड्रिंक को सुबह नाश्ते में पी सकती हैं।
नट्स और सत्तू ड्रिंक बनाने की सामग्री: सत्तू, बादाम, अखरोट, किशमिश, आप चाहें तो इसमें सीड्स भी डाल सकते हैं
नट्स और सत्तू ड्रिंक बनाने का तरीका:
- सारे नट्स को काटकर छोटे टुकड़े कर लें।
- कुछ नट्स का पाउडर बना लें।
- एक गिलास दूध या पानी में सत्तू मिलाएं।
- अब नट्स का पाउडर मिलाकर मिश्रण चलाएं।
- ऊपर से नट्स डालकर पिएं।
अगर आपको प्रेग्नेंसी में सत्तू के सेवन से कोई परेशानी हो तो आप अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसका सेवन करें।
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