Fatigue Related Pain in Pregnancy: प्रेग्नेंसी में थकान के कारण दर्द क्यों होता है? प्रेग्नेंसी में थकान या फटीग महसूस होती है। यह एक सामान्य स्थिति है। थकान के कारण के कारण होने वाले दर्द के पीछे शारीरिक, हार्मोनल और मानसिक बदलाव हो सकते हैं। गर्भवती महिला का वजन बढ़ा है, तो भी थकान होने पर मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द महसूस हो सकता है। इसके अलावा प्रेग्नेंसी में गर्भाशय के बढ़ने से पेट और पीठ की मांसपेशियों में खिंचाव होता है, जिससे दर्द और थकान हो सकती है। प्रेग्नेंसी में प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, इस वजह से पीठ और वजाइनल एरिया में दर्द हो सकता है। यह दर्द, थकान होने पर बढ़ सकता है। तनाव और चिंता करने के कारण भी थकान में दर्द बढ़ सकता है। जिन महिलाओं में पोषक तत्वों की कमी होती है उन्हें ज्यादा दर्द महसूस हो सकता है। इस लेख में जानेंगे प्रेग्नेंसी के दौरान, थकान से होने वाले दर्द को दूर करने के आसान घरेलू उपाय। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
1. ज्यादा से ज्यादा आराम करें- Take Rest in Pregnancy
थकान के कारण होने वाले दर्द को दूर करने के लिए प्रेग्नेंसी में ज्यादा से ज्यादा आराम करें। आराम करेंगी, तो आप बेहतर महसूस करेंगी। आराम करने से संक्रमण से भी बचाव होता है। लू लगने या थकान होने के कारण शरीर में कमजोरी आ जाती है। कमजोरी को दूर करने के लिए शरीर को ज्यादा न थकाएं और ब्रेक लेकर काम करें।
2. हल्दी का दूध पिएं- Drink Turmeric Milk For Fatigue Pain
प्रेग्नेंसी में थकान के कारण होने वाले दर्द को दूर करने के लिए हल्दी वाला दूध पिएं। दूध में हल्दी मिलाएं। इस दूध को पीने से थकान के कारण होने वाले दर्द से छुटकारा मिलता है। हल्दी में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। रात को सोने से पहले हल्दी वाले दूध का सेवन करें।
3. नीलगिरी का तेल लगाएं- Use Eucalyptus oil For Fatigue Pain
नीलगिरी के तेल में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। अगर थकान के कारण तेज दर्द हो रहा है, तो नीलगिरी तेल को कोकोनट ऑयल या बादाम के तेल में मिलाकर, स्किन पर लगा लें और मालिश करें। नीलगिरी के तेल को दर्द-निवारक बाम या दवा बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है। नीलगिरी तेल की 3 से 4 बूंदें ही काफी होती हैं। ज्यादा मात्रा से जलन हो सकती है।
4. तुलसी का काढ़ा पिएं- Tulsi Kadha Benefits For Fatigue Pain
प्रेग्नेंसी में थकान के कारण होने वाले दर्द को दूर करने के लिए तुलसी का काढ़ा पिएं। तुलसी में एंटीफंगल, एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। तुलसी का काढ़ा बनाने के लिए, तुलसी के ताजे पत्तों को साफ पानी में उबालें। जब पानी में, तुलसी का अर्क मिल जाए, तो गैस बंद करके पानी को छान लें। इस पानी में शहद मिलाकर पीने से, दर्द से राहत मिलती है।
5. नमक की पोटली का इस्तेमाल करें- Use Salt Bag For Fatigue Pain
प्रेग्नेंसी में थकान के कारण होने वाले दर्द को दूर करने के लिए नमक की पोटली का इस्तेमाल करें। इसके लिए नमक को गर्म करें और एक पोटली में डालकर मालिश करने से आराम मिलता है। सादे नमक या सेंधा नमक को तवे पर गर्म कर लें। जब नमक गर्म हो जाए, तो उसे एक सूती कपड़े में रखकर पोटली बांध लें। इस पोटली को दर्द वाले स्थान पर रखकर मालिश करें। नमक की सिंकाई करने से दर्द और सूजन से राहत मिलती है।
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