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क्या बर्फ की क्यूब्स चबाना दांतों के लिए हानिकारक है? डेंटिस्ट से जानें

डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट्स अक्सर सलाह देते हैं कि ज्यादा ठंडी चीजों को खाने या पीने से परहेज करना चाहिए, लेकिन कई लोगों को बर्फ के टुकड़े चबाना काफी पसंद होता है। यहां जानिए, क्या बर्फ की क्यूब्स चबाना दांतों के लिए हानिकारक है?
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क्या बर्फ की क्यूब्स चबाना दांतों के लिए हानिकारक है? डेंटिस्ट से जानें


गर्मियों के मौसम से शुरू हुआ ठंडी-ठंडी चीजों को खाने और पीने का क्रेज ठंड आने तक चलता रहता है। कोई आइसक्रीम खाता है तो कोई शरबत या ठंडी ड्रिंक का मजा लेता है। लेकिन बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिन्हें सीधे-सीधे आइस क्यूब यानी बर्फ के टुकड़े चबाने की आदत होती है। गर्मी से तुरंत राहत पाने का यह तरीका भले ही आसान और मजेदार लगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत धीरे-धीरे आपके दांतों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है? आइस क्यूब चबाना एक तरह की क्रेविंग भी हो सकती है। कई लोग इसे सिर्फ आदत या शौक की तरह करते हैं, वहीं कुछ लोग दिनभर में कई बार बर्फ चबाए बिना रह ही नहीं पाते। मेडिकल साइंस में माना जाता है कि यह सिर्फ एक आदत नहीं, बल्कि शरीर के अंदर आयरन की कमी का संकेत भी हो सकती है। यानी अगर आपको बार-बार आइस क्यूब चबाने का मन करता है, तो यह सिर्फ दांतों के लिए हानिकारक नहीं बल्कि आपके हेल्थ अलर्ट का भी संकेत हो सकता है। इस लेख में भोपाल स्थित अपोलो सेज अस्पताल की बीडीएस और एमएचए डेंटिस्ट डॉक्टर सुरभि श्रीवास्तव (Dr. Surbhi Shrivastava, BDS, MHA Dentist, Apollo Sage Hospitals, Bhopal) से जानिए, क्या बर्फ की क्यूब्स चबाना दांतों के लिए हानिकारक है?

क्या बर्फ की क्यूब्स चबाना दांतों के लिए हानिकारक है? - Is Chewing Ice Cubes Harmful For Teeth

डेंटिस्ट डॉक्टर सुरभि श्रीवास्तव बताती हैं कि दांतों की ऊपरी परत जिसे इनेमल (Enamel) कहते हैं, वह शरीर की सबसे मजबूत परत मानी जाती है। लेकिन जब आप बार-बार बर्फ जैसे कठोर पदार्थ को चबाते हैं, तो यह परत धीरे-धीरे घिसने लगती है। इनेमल कमजोर होने पर दांतों में संवेदनशीलता (Sensitivity) बढ़ सकती है और गर्म-ठंडी चीजें खाने पर दांतों में झनझनाहट महसूस होती है। सिर्फ दांत ही नहीं, बल्कि आइस क्यूब चबाने से मसूड़ों और जबड़े पर भी असर पड़ता है। लगातार बर्फ चबाने से मसूड़ों में सूजन हो सकती है। वहीं, जबड़े की मांसपेशियों पर भी अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे दर्द या जॉ डिसऑर्डर की समस्या हो सकती है।

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अगर किसी व्यक्ति ने दांतों की फिलिंग, क्राउन, कैप या ब्रेसेस लगवा रखे हैं, तो आइस क्यूब चबाना और भी खतरनाक हो जाता है। बर्फ के टुकड़े से इनका ढीला होना या टूट जाना आम बात है। ऐसे में दोबारा दांतों का इलाज करवाने की जरूरत पड़ सकती है, जो महंगा और समय लेने वाला होता है।

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is chewing ice cubes harmful for teeth

डॉक्टर की सलाह

डेंटिस्ट डॉक्टर सुरभि श्रीवास्तव बताती हैं, "बार-बार बर्फ चबाने का शुरुआत में असर दिखाई नहीं देता, लेकिन धीरे-धीरे दांत कमजोर हो सकते हैं। अगर किसी को बार-बार आइस क्यूब खाने की इच्छा हो रही है, तो उसे डॉक्टर से जांच करानी चाहिए, क्योंकि यह आयरन की कमी का संकेत भी हो सकता है।"

निष्कर्ष

आइस क्यूब चबाना भले ही आपको पलभर की ठंडक दे, लेकिन यह आपके दांतों को अंदर से कमजोर बना सकता है। इनेमल घिसना, दांतों का टूटना, मसूड़ों की समस्या और यहां तक कि एनीमिया जैसी स्थिति का संकेत होना, ये सभी कारण बताते हैं कि इस आदत को गंभीरता से लेना चाहिए। अगर आपको अक्सर आइस क्यूब खाने की इच्छा होती है, तो इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से संपर्क करें।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • आइस क्यूब चबाने की आदत क्यों होती है?

    कई लोग गर्मी से राहत पाने या आदतवश बर्फ चबाते हैं, लेकिन मेडिकल साइंस में इसे Pagophagia कहा जाता है, जो आयरन की कमी (Iron Deficiency Anemia) का संकेत हो सकता है।
  • क्या बर्फ चबाने से मसूड़ों और जबड़े पर भी असर पड़ता है?

    लगातार बर्फ चबाने से मसूड़ों में सूजन, चोट और जबड़े की मांसपेशियों पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे दर्द और जॉ डिसऑर्डर की समस्या हो सकती है।
  • आइस क्यूब चबाने की आदत छोड़ने के लिए क्या करें?

    इस आदत को कंट्रोल करने के लिए ज्यादा पानी पिएं, शुगर-फ्री च्युइंग गम चबाएं और आयरन लेवल चेक करवाएं। जरूरत पड़ने पर डेंटिस्ट से सलाह लें।

 

 

 

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