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क्या लौंग का तेल दांतों में कैविटी बनने से रोक सकता है? आयुर्वेदाचार्य से जानें

यदि दांत कमजोर हैं या उनमें कैविटी बन रही है तो यह न केवल दर्द का कारण बनता है बल्कि पाचन तंत्र पर भी सीधा असर डालता है। यहां जानिए, क्या लौंग का तेल दांतों में कैविटी रोक सकता है?
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क्या लौंग का तेल दांतों में कैविटी बनने से रोक सकता है? आयुर्वेदाचार्य से जानें


आज की बदलती लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों के कारण दांतों की समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। बच्चों में जहां चॉकलेट, कैंडी और मीठी चीजों का सेवन ज्यादा होने से दांतों में कीड़े (कैविटी) बनने की समस्या आम हो गई है, वहीं बड़ों में भी जंक फूड और कोल्ड ड्रिंक्स कैविटी का खतरा बढ़ा रही हैं। कैविटी सिर्फ दांतों में छेद नहीं है बल्कि यह धीरे-धीरे पूरे दांत को कमजोर कर देती है और कई बार दांत टूटने या गिरने तक की स्थिति पैदा कर देती है। दांत दर्द, मसूड़ों से खून आना, मुंह की बदबू और चबाने में दिक्कत जैसी परेशानियां भी इससे जुड़ी होती हैं।

ऐसे में लोग अक्सर घरेलू उपायों और आयुर्वेदिक नुस्खों की ओर रुख करते हैं। आयुर्वेद में लौंग और लौंग के तेल का विशेष महत्व बताया गया है। लौंग न केवल मसाले के रूप में हमारे किचन में मौजूद रहती है बल्कि इसे दांत दर्द और मसूड़ों की बीमारियों के लिए प्राकृतिक औषधि माना जाता है। इस लेख में नोएडा के सेक्टर-12 में स्थित, अर्चित आयुर्वेदिक क्लिनिक के डॉ. अनंत त्रिपाठी (Dr. Anant Tripathi of Archit Ayurvedic Clinic, Sector 12, Noida) से जानिए, क्या लौंग का तेल दांतों में कैविटी रोक सकता है?

क्या लौंग का तेल दांतों में कैविटी रोक सकता है? - Can Clove Oil Prevent Dental Cavities

डॉ. अनंत त्रिपाठी बताते हैं कि कैविटी का मुख्य कारण मुंह में मौजूद बैक्टीरिया होते हैं। जब हम बार-बार मीठा, नमकीन या कार्बोहाइड्रेट युक्त खाना खाते हैं तो यह बैक्टीरिया शुगर को एसिड में बदल देते हैं। यह एसिड धीरे-धीरे दांत की ऊपरी परत यानी इनेमल को नुकसान पहुंचाता है और वहां छेद बनने लगता है। यदि इसे समय रहते रोका न जाए तो यह मसूड़ों और दांतों की जड़ों तक पहुंच सकती है। डॉ. अनंत त्रिपाठी बताते हैं कि लौंग की तासीर ठंडी होती है और यह दांत दर्द में बेहद कारगर है। लेकिन जहां तक कैविटी को रोकने की बात है, लौंग का तेल (laung ka tel) इसमें सक्षम नहीं है। यदि किसी व्यक्ति के दांतों में कैविटी बनने लगी है तो लौंग का तेल उसे रोक नहीं पाएगा। हां, यह दर्द से राहत दिला सकता है और इंफेक्शन को कम कर सकता है, लेकिन कैविटी का इलाज करने के लिए दंत चिकित्सक की सलाह लेना जरूरी है।

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लौंग का तेल उपयोग करने के तरीके

  • एक कॉटन बड में 1–2 बूंद लौंग का तेल लेकर दर्द वाले दांत पर लगाएं।
  • गुनगुने पानी में 2–3 बूंद लौंग का तेल डालकर कुल्ला करें।
  • जलन से बचने के लिए लौंग के तेल को नारियल तेल या तिल के तेल के साथ मिलाकर भी उपयोग किया जा सकता है।
  • इन तरीकों से दांत दर्द और सूजन में अस्थायी राहत मिल सकती है।

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long ka tel

सावधानियां

लौंग का तेल नेचुरल होते हुए भी ज्यादा मात्रा में उपयोग करने से मुंह में जलन और छाले जैसी समस्या हो सकती है। छोटे बच्चों, प्रेग्नेंट महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

निष्कर्ष

लौंग का तेल दांत दर्द और मसूड़ों की समस्याओं के लिए लाभकारी है। लेकिन कैविटी बनने की प्रक्रिया को यह नहीं रोक सकता। लौंग का तेल केवल अस्थायी राहत देता है, स्थायी समाधान नहीं। यदि किसी को दांतों में कैविटी की समस्या है तो उसे लौंग के तेल पर निर्भर रहने के बजाय दंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। सार यह है कि लौंग का तेल दांत दर्द और इंफेक्शन से बचाने में मददगार है, लेकिन कैविटी रोकने में कारगर नहीं है। इसलिए इसे घरेलू उपाय की तरह इस्तेमाल करें लेकिन दांतों की असली सुरक्षा के लिए नियमित ब्रशिंग, सही खानपान और डॉक्टर की सलाह को नजरअंदाज न करें।

All Images Credit- Freepik

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