प्रेग्नेंसी का समय हर महिला के लिए बेहद खास और सेंसिटिव होता है, इस दौरान शरीर में कई शारीरिक और मानसिक बदलाव होते हैं, जिनका असर केवल मां के स्वास्थ्य पर ही नहीं बल्कि बच्चे की ग्रोथ पर भी पड़ता है। जहां एक ओर प्रेग्नेंसी के दौरान खानपान और लाइफस्टाइल पर ध्यान देना जरूरी होता है, वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसी छोटी-छोटी समस्याएं भी सामने आती हैं जो महिला के डेली रूटीन को प्रभावित कर देती हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक है डैंड्रफ यानी रूसी। डैंड्रफ सुनने में भले ही सामान्य समस्या लगे, लेकिन प्रेग्नेंसी में यह समस्या काफी असुविधाजनक हो सकती है। हार्मोनल बदलाव, सिर की त्वचा में ड्राईनेस या ज्यादा ऑयल बनना, पोषण की कमी और तनाव, ये सभी कारण मिलकर डैंड्रफ को बढ़ा सकते हैं। प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए यह स्थिति ज्यादा परेशानी पैदा करती है क्योंकि वे साधारण दिनों की तरह एंटी-डैंड्रफ शैंपू या दवाइयों का इस्तेमाल नहीं कर सकतीं।
अधिकांश शैंपू में मौजूद केमिकल्स और दवाइयों के साइड इफेक्ट्स बच्चे की सेहत पर असर डाल सकते हैं, इसलिए इनके उपयोग में सावधानी बरतनी पड़ती है। ऐसे में सवाल उठता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान डैंड्रफ का सुरक्षित इलाज कैसे किया जाए? कौन से घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय अपनाए जा सकते हैं? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने, नोएडा के सेक्टर-12 में स्थित, अर्चित आयुर्वेदिक क्लिनिक के डॉ. अनंत त्रिपाठी (Dr. Anant Tripathi of Archit Ayurvedic Clinic, Sector 12, Noida) से बात की-
प्रेग्नेंसी में डैंड्रफ की समस्या कैसे दूर करें? - How To Treat Dandruff During Pregnancy
प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का लेवल बदल जाता है। इन हार्मोनल बदलावों से स्किन और स्कैल्प का नेचुरल ऑयल बैलेंस बिगड़ जाता है। कई बार सिर की त्वचा ज्यादा ऑयली हो जाती है तो कभी ड्राई और यही स्थिति डैंड्रफ को बढ़ा देती है। इसके अलावा, प्रेग्नेंट महिलाओं में इम्यूनिटी थोड़ी कमजोर हो जाती है, जिससे फंगल इंफेक्शन तेजी से पनप सकता है। खराब खानपान, तनाव, नींद की कमी और आयरन या विटामिन की कमी भी डैंड्रफ की समस्या को गंभीर बना सकती है।
अच्छी बात यह है कि डैंड्रफ सीधे तौर पर गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचाती। यह केवल सिर की त्वचा की समस्या है। लेकिन लगातार खुजली और जलन से नींद खराब हो सकती है, तनाव बढ़ सकता है और बाल झड़ने लगते हैं। अगर डैंड्रफ बहुत ज्यादा हो और फंगल इंफेक्शन बढ़ जाए तो यह सिर की स्किन पर छोटे-छोटे घाव भी कर सकता है। इसलिए इसे हल्के में लेने के बजाय समय रहते कंट्रोल करना जरूरी है।
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1. नारियल तेल और नींबू
नारियल तेल में एंटी-फंगल गुण होते हैं और नींबू का रस डैंड्रफ को साफ करने में मदद करता है। हल्के गुनगुने नारियल तेल में कुछ बूंदें नींबू की डालकर स्कैल्प पर लगाएं और 30 मिनट (pregnancy me dandruff kaise hataye) बाद धो लें।
2. एलोवेरा जेल
एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी और मॉइश्चराइजिंग गुण होते हैं। यह सिर की खुजली और रूखापन कम करता है। ताजे एलोवेरा जेल को सीधे स्कैल्प पर लगाएं और एक घंटे बाद धो लें।
3. मेथी दाना
मेथी के बीज को रातभर भिगोकर पीस लें और उसका पेस्ट स्कैल्प पर लगाएं। यह डैंड्रफ को कम करने के साथ बालों को मजबूत भी बनाता है।
4. दही का मास्क
दही में मौजूद लैक्टिक एसिड फंगल ग्रोथ को रोकने में मदद करता है। दही को सिर पर 20-25 मिनट लगाकर हल्के शैंपू से धो लें।
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5. नीम की पत्तियां
नीम प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है। नीम की पत्तियों को उबालकर उस पानी से सिर धोना या पेस्ट बनाकर लगाना डैंड्रफ के लिए बेहद असरदार उपाय है।
आयुर्वेदिक ग्रंथों में नारियल तेल, नीम तेल, भृंगराज और त्रिफला जैसी जड़ी-बूटियों का उल्लेख डैंड्रफ कम करने में किया गया है। हालांकि, प्रेग्नेंट महिलाओं को किसी भी आयुर्वेदिक दवा या तेल का उपयोग करने से पहले आयुर्वेद चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी के दौरान डैंड्रफ एक आम लेकिन परेशान करने वाली समस्या है। अच्छी बात यह है कि यह सीधे बच्चे के लिए हानिकारक नहीं होती। फिर भी, सिर की खुजली, जलन और बाल झड़ने जैसी समस्याओं से बचने के लिए इसे कंट्रोल करना जरूरी है। सुरक्षित घरेलू उपाय, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां, सही खानपान और सही हेयर केयर रूटीन अपनाकर प्रेग्नेंट महिलाएं डैंड्रफ की समस्या से काफी हद तक राहत पा सकती हैं। किसी भी दवा या मेडिकल ट्रीटमेंट से पहले डॉक्टर की सलाह लेना हमेशा जरूरी है।
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FAQ
क्या प्रेग्नेंसी में डैंड्रफ बच्चे को नुकसान पहुंचाती है?
नहीं, डैंड्रफ केवल सिर की त्वचा की समस्या है और यह सीधे बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचाती। लेकिन इससे मां को खुजली, जलन और हेयर फॉल जैसी परेशानी हो सकती है।प्रेग्नेंसी के दौरान डैंड्रफ के लिए सबसे सुरक्षित घरेलू उपाय कौन से हैं?
एलोवेरा जेल, नारियल तेल और नींबू, दही, नीम की पत्तियां और मेथी का पेस्ट, ये सभी प्राकृतिक और सुरक्षित उपाय हैं, जिनसे प्रेग्नेंट महिलाएं बिना साइड इफेक्ट के डैंड्रफ को कंट्रोल कर सकती हैं।डैंड्रफ होने पर कब डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए?
अगर डैंड्रफ बहुत ज्यादा बढ़ जाए, सिर पर लाल दाने या घाव हो जाएं, खुजली लगातार बनी रहे या बाल असामान्य रूप से झड़ने लगें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।