प्रेग्नेंसी हर महिला के लिए बेहद खास होती है और इस दौरान महिला को सही देखभाल की जरूरत होती है। गर्भावस्था में डॉक्टर की सलाह के अनुसार सोनोग्राफी या अल्ट्रासाउंड करवाना इस देखभाल का एक जरूरी हिस्सा है। सोनोग्राफी के जरिए न केवल गर्भ में पल रहे शिशु के विकास को देखा जाता है, बल्कि यह सुनिश्चित किया जाता है कि गर्भावस्था सही दिशा में बढ़ रही है और कोई दिक्कत तो नहीं है। सोनोग्राफी करवाने से पहले सही तैयारी करना भी जरूरी है, ताकि इस प्रक्रिया को आसान बनाया जा सके। कई बार महिलाओं को यह नहीं पता होता कि सोनोग्राफी के लिए कौन-कौन सी बातें (How do I prepare for a pregnancy ultrasound) जरूरी हैं, जैसे सही समय पर खाना या जरूरी डॉक्यूमेंट्स साथ ले जाना आदि। इस लेख में डॉक्टर प्रियंका देसवाल से जानिए प्रेग्नेंसी सोनोग्राफी से पहले क्या-क्या तैयारियां करनी चाहिए?
प्रेग्नेंसी सोनोग्राफी से पहले की तैयारी - Things to Know Before Pregnancy Sonography
1. आईडी प्रूफ साथ ले जाना न भूलें
सोनोग्राफी करवाने के लिए ज्यादातर जगहों पर रजिस्ट्रेशन के लिए पहचान पत्र (आईडी प्रूफ) अनिवार्य होता है। यह सुनिश्चित करता है कि सही व्यक्ति को सही रिपोर्ट मिले। इसलिए आधार कार्ड, पैन कार्ड या किसी अन्य वैध पहचान पत्र को साथ लेकर जाएं। ध्यान रखें कि आपके आधार कार्ड में आपके पति का नाम जरूर हो। अगर ऐसा नहीं है तो आप अपने साथ पति का आधार कार्ड भी लेकर जाएं।
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2. पेशाब को रोकने या ब्लैडर खाली को लेकर जानकारी
यह इस पर निर्भर करता है कि किस प्रकार का स्कैन किया जा रहा है और उस दौरान ब्लैडर (मूत्राशय) की स्थिति ( What are the precautions before pregnancy sonography) कैसी होनी चाहिए।
पहले ट्राइमेस्टर में: भ्रूण को बेहतर तरीके से देखने के लिए मूत्राशय भरा हुआ होना चाहिए। स्कैन से पहले पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
ट्रांसवजाइनल स्कैन: इसमें मूत्राशय खाली होना चाहिए। स्कैन से पहले पेशाब कर लें।
डॉक्टर से हमेशा यह स्पष्ट कर लें कि आपको स्कैन के दौरान मूत्राशय की स्थिति कैसी रखनी चाहिए।
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3. खाली पेट न जाएं
गर्भवती महिलाओं को कमजोरी और चक्कर आने का खतरा ज्यादा रहता है, खासकर यदि वे खाली पेट हों। सोनोग्राफी से पहले हल्का भोजन करें, ताकि प्रक्रिया के दौरान आपको थकान या कमजोरी महसूस न हो। हल्के नाश्ते में फल, सूखे मेवे या दही शामिल कर सकती हैं।
4. डॉक्टर और सोनोग्राफी सेंटर के निर्देशों का पालन करें
हर सोनोग्राफी में अलग-अलग तैयारी की जरूरत हो सकती है, जो आपकी गर्भावस्था के चरण और स्कैन पर निर्भर करती है। उदाहरण के लिए, अगर डॉप्लर स्कैन हो रहा है, तो आपको विशेष तैयारी करनी पड़ सकती है। ऐसे में समय पर सेंटर पहुंचे और सोनोग्राफी से संबंधित सभी सवालों के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। इसके साथ ही जरूरी कागजात और सोनोग्राफी रिपोर्ट्स साथ ले जाएं।
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हर सोनोग्राफी के पीछे एक उद्देश्य होता है। जैसे कि पहली तिमाही में भ्रूण की स्थिति और दिल की धड़कन का पता लगाना, दूसरी तिमाही में शिशु के अंगों के विकास की जांच करना और तीसरी तिमाही में शिशु की स्थिति और प्लेसेंटा की जांच करना। डॉक्टर से पूछें कि स्कैन क्यों किया जा रहा है और इसकी प्रक्रिया क्या होगी। सोनोग्राफी करवाने के दौरान अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखें। आरामदायक कपड़े पहनें, जिससे सेंटर पर कोई असुविधा न हो।
निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी के दौरान सोनोग्राफी न केवल शिशु की सेहत और विकास को ट्रैक करने के लिए जरूरी है, बल्कि यह मां को मानसिक शांति भी देती है। सही तैयारी और निर्देशों का पालन करके आप इस प्रक्रिया को आसान बना सकती हैं। इसलिए, अपने डॉक्टर से सभी जरूरी जानकारी लें और सोनोग्राफी के लिए पूरी तैयारी के साथ जाएं।
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