Doctor Verified

बीते 20 सालों में दोगुनी हुई बच्चों में हाई बीपी की समस्या, डॉक्टर ने बताया किन बातों का रखें ध्यान

साल 2000 के बाद दुनियाभर में बच्चों में हाई बीपी की समस्या तेजी से बढ़ी है। इस पर लोगों का ध्यान नहीं जा रहा लेकिन ये स्थिति दिन पर दिन और खराब हो सकती है। 
  • SHARE
  • FOLLOW
बीते 20 सालों में दोगुनी हुई बच्चों में हाई बीपी की समस्या, डॉक्टर ने बताया किन बातों का रखें ध्यान

बच्चों में हाई बीपी की समस्या, सुनने में जितना परेशान करने वाला है उस ज्यादा ये स्थिति उन माता-पिता के लिए दुखदाई है जिनके बच्चे इस स्थिति से गुजर रहे हैं। हाल में The Lancet Child and Adolescent Health में प्रकाशित शोध बताती है कि बीते 20 सालों में बच्चों में हाई बीपी की समस्या दोगुनी हुई है। ये स्थिति इतनी परेशान करनी वाली है कि माता-पिता और डॉक्टर्स को भी समझ नहीं आ रहा है कि आने वाले सालों में बच्चे किस तरह जाएंगे और उनकी सेहत कैसे होगी। इस बारे में क्या है डॉक्टर की राय? जानने के लिए हमने Dr. Pooja Pillai, Consultant - Internal Medicine, Aster CMI Hospital, Bangalore से बात की। पर इससे पहले जान लेते हैं इस शोध के बारे में।


इस पेज पर:-


बीते 20 सालों में दोगुनी हुई बच्चों में हाई बीपी की समस्या

The Lancet Child and Adolescent Health में प्रकाशित इस शोध में बताया गया है कि साल 2000 हजार के बाद अब तक बच्चों में हाई बीपी की समस्या दोगुनी हुई है। चीन के झेजियांग विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मेडिसिन के पब्लिक हेल्थ स्कूल की शोधकर्ता डॉ. पेज सोंग ने कहा, "2000 में, लगभग 3.4% लड़के और 3% लड़कियां हाई बीपी से पीड़ित थे लेकिन 2020 तक, ये संख्या क्रमशः 6.5% और 5.8% हो गई। बच्चों में हाई बीपी का बढ़ना कई कारकों के कारण हो सकती है जिसमें कि मोटापा और इंसुलिन प्रतिरोध एक बड़ा कारण है।

क्या है डॉक्टर की राय?

Dr. Pooja Pillai बताती हैं कि बचपन और किशोरावस्था में हाई बीपी का बड़ा कारण है इनएक्टिव लाइफस्टाइल। दरअसल, आजकल बच्चे स्क्रीन पर घंटों समय बिता रहे हैं और पर्याप्त बाहरी खेल नहीं खेल पा रहे हैं। इस कम गतिविधि के कारण वजन बढ़ता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। कई बच्चे अब ज्यादा फास्ट फूड, पैकेज्ड स्नैक्स, मीठे ड्रिंक्स और नमकीन खाद्य पदार्थ खाते हैं और ये हृदय और रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालते हैं।

इसे भी पढ़ें: क्या हाई ब्लड प्रेशर में संतरा खाना फायदेमंद है? एक्सपर्ट से जानें

बच्चों में स्ट्रेस भी है हाई बीपी का बड़ा कारण

डॉ. पूजा बताती हैं कि भले ही हम इस बात को अनदेखी कर दें कि लेकिन स्कूल का दबाव, प्रतियोगी परीक्षाएं, पारिवारिक समस्याएं और नींद की कमी से भी बच्चों में हाई बीपी की समस्या हो रही है। इसके अलावा जो किशोर बच्चे देर तक जागते रहते हैं, फोन या गेम खेलते हैं, उनमें अस्वास्थ्यकर नींद की आदतें विकसित हो जाती हैं जो हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं। कुछ बच्चों के परिवार में हाई बीपी का इतिहास होता है, जिससे उनमें यह स्थिति विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है। किडनी की बीमारी, हार्मोनल समस्याएं और मोटापा जैसी चिकित्सीय समस्याएं भी शुरुआती हाई बीपी का कारण बन सकती हैं।

kids_hypertension

बच्चों में हाई बीपी की समस्या को कैसे रोकें?

डॉ. पूजा बताती हैं कि नियमित शारीरिक गतिविधि को प्रोत्साहित करके रोकथाम संभव है, जैसे खेल खेलना या दिन में कम से कम एक घंटा टहलना और स्क्रीन टाइम कम करना बच्चों को अधिक सक्रिय रहने में मदद करता है। फल, सब्जियां, साबुत अनाज और कम नमक वाला संतुलित आहार बीपी को नियंत्रित रखने में मदद करता है और जंक फूड, मीठी चीज़ें और प्रोसेस्ड स्नैक्स को सीमित करने से काफी फर्क पड़ता है। अच्छी नींद की आदतें, जैसे समय पर सोना और देर रात तक मोबाइल का इस्तेमाल न करना, हृदय की सुरक्षा के लिए जरूरी हैं और बच्चों को गहरी सांस लेने जैसे स्ट्रेस मैनेजमेंट टिप्स प्रेशर को कम करने में मदद कर सकती है।

इसे भी पढ़ें: रात में कितने बजे सोते हैं आप? चेक करें कहीं आप भी न हो जाएं सोते-सोते हार्ट अटैक के शिकार

इसके अलावा स्कूलों और घर पर नियमित स्वास्थ्य जांच से शुरुआती लक्षणों का पता लगाने में मदद मिलती है, और शुरुआती देखभाल से वयस्कता में दीर्घकालिक हृदय संबंधी समस्याओं को रोका जा सकता है। तो माता-पिता के साथ स्कूल में शिक्षक भी बच्चों में हाई बीपी की इस समस्या को लेकर थोड़ा सतर्क रहें।

यह विडियो भी देखें

FAQ

  • 14 साल के बच्चे का ब्लड प्रेशर क्या होना चाहिए?

    14 साल के बच्चे का ब्लड प्रेशर 120/80 mm Hg से कम होना चाहिए। इससे ज्यादा होने पर उन्हें हाई बीपी की समस्या हो सकती है।
  • कौन सा लक्षण बच्चों में उच्च रक्तचाप में अधिक पाया जाता है?

    बच्चों में बीपी की समस्या होने पर सिरदर्द, बेहोशी और बेचैनी जैसे लक्षणों को देखा जा सकता है। इसके अलावा कई बार बच्चों में तेज गुस्सा आना और अचानक गर्मी लगने की समस्या भी देखी जा सकती है।
  • क्या ठंड में बीपी बढ़ता है?

    ठंड में बीपी की सम्या बढ़ जाती है क्योंकि ब्लड वेसेल्स सकड़े हो जाते हैं और ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित रहता है। इससे बीपी की दिक्कत बढ़ जाती है।

 

 

 

Read Next

दिन में मात्र 2 सिगरेट 50% तक बढ़ाती है Heart Failure का खतरा, हेल्दी हार्ट के लिए आज ही छोड़ दें ये आदत

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version

  • Nov 20, 2025 08:02 IST

    Published By : Pallavi Kumari

TAGS