महिलाओं की प्रजनन प्रणाली में होने वाले कैंसर को ही हम गायनेकोलॉजिकल कैंसर के नाम से जानते हैं। 5 सबसे घातक कैंसर के बारे में बात करें, तो उसमें सर्वाइकल कैंसर, वल्वर कैंसर, गर्भाशय कैंसर, ओवेरियन कैंसर और योनि कैंसर शामिल हैं। अगर इन 5 कैंसर में सबसे ज्यादा घातक कैंसर की बात करें, तो ओवेरियन और सर्वाइकल कैंसर का नाम पहले आएगा। इस लेख हम हम महिलाओं की प्रजनन प्रणाली यानी रिप्रोडक्टिव सिस्टम से जुड़े 5 कैंसर के लक्षणों पर बात करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल की गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।
1. गर्भाशय कैंसर- Uterine Cancer
गर्भाशय कैंसर ज्यादातर 50 से 60 साल की उम्र में महिलाओं को होता है। गर्भ में होने वाले कैंसर को ही हम गर्भाशय का कैंसर कहते हैं। गर्भाशय में कैंसर से बचने के लिए समय-समय पर जांच जरूरी है।
लक्षण
- लगातार वजन घटना
- पेट के नीचे दर्द होना
- मेनोपॉज के बाद योनि स्राव होना
- बार-बार पेशाव बाना
- योनि से बदबूदार लिक्विड निकलना
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2. वल्वर कैंसर- Vulvar cancer
वल्वर कैंसर धीरे-धीरे बढ़ता है और इसके लक्षण जल्दी नजर नहीं आते। ये कैंसर, महिलाओं के जननांग के बाहरी हिस्से पर बनता है। जानकारी के अभाव में महिलाएं इस कैंसर की जांच नहीं करवातीं और स्थिति गंभीर हो जाती है।
लक्षण
- योनि में खुजली होना
- बेचैनी महसूस होना
- ब्लीडिंग की समस्या होना
- गांठ होना
- पेशाब करने में दर्द होना
- त्वचा का मोटा होना
- मस्सों बढ़ना
- डिस्कलरेशन होना
3. योनि में कैंसर- Vaginal Cancer
योनि में कैंसर एक प्रकार का ट्यूमर है जो योनि के ऊतकों में बनता है। योनि में कैंसर का पता लगाने के लिए पैप स्मीयर और बायोप्सी जैसी जांचें की जाती हैं। समय पर लक्षणों की पहचान करके लक्षणों को रोका जा सकता है।
लक्षण
- पेशाब के दौरान दर्द होना
- योनि में गांठ होना
- योनि से पानी जैसा डिस्चार्ज होना
- बार-बार पेशाब होना
- पेल्विक में दर्द होना
4. ओवेरियन कैंसर- Ovarian cancer
ओवरीज में हेल्दी टिशू डैमेज होने और ओवरीज में सेल्स बढ़ने के कारण ओवेरियन कैंसर की समस्या होती है। ओवेरियन कैंसर के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे पारिवारिक इतिहास, 30 से अधिक बीएमआई, देर से मेनोपॉज होना और स्तन कैंसर का व्यक्तिगत इतिहास आदि।
लक्षण
- पाचन में समस्या
- पेट फूलना
- पेट में दर्द होना
- भूख न लगना
- ब्लैडर बाउल फंक्शन में बदलाव
5. सर्वाइकल कैंसर- Cervical cancer
सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती स्टेज पर कोई खास लक्षण नजर नहीं आता है। सर्वाइकल कैंसर, सर्विक्स से उभरने वाला कैंसर है। इससे बचने के लिए वैक्सीन लगवाई जा सकती है।
लक्षण
- वजन कम होना
- पीरियड्स के बाद ब्लीडिंग
- असामान्य ब्लीडिंग
- संभोग के बाद खून आना
- रक्त के साथ योनि स्राव
इन कैंसर से बचने के लिए महिलाओं को डॉक्टर की सलाह पर समय-समय पर पेल्विक टेस्ट करवाते रहना चाहिए। इससे बीमारी का पता समय पर चल सकेगा।
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