भारत में गुड़ को सिर्फ मिठास का सोर्स नहीं है बल्कि सेहत का खजाना भी माना जाता है। खासकर सर्दियों में तो हर घर की रसोई में गुड़ से बनी मिठाइयां, चाय, लड्डू और चक्की जरूर देखने को मिलती हैं। लेकिन गुड़ को लेकर एक सवाल सबसे ज्यादा पूछा जाता है कि क्या गुड़ खाने से खून सच में बढ़ता है? यह सवाल इसलिए भी अहम है क्योंकि भारत में बड़ी संख्या में लोग एनीमिया यानी खून की कमी से जूझ रहे हैं, खासकर महिलाएं और बच्चे। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि क्या वाकई गुड़ इसका असरदार इलाज है या सिर्फ एक मिथ। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने जयपुर में स्थित Angelcare-A Nutrition and Wellness Center की निदेशक, डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन (Archana Jain, Dietitian and Nutritionist, Director, Angelcare-A Nutrition and Wellness Center, Jaipur) से बात की-
क्या गुड़ खाने से खून बढ़ता है? - Kya Gud Khane Se Khoon Badhta Hai
डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन बताती हैं, ''हमारी बॉडी में हीमोग्लोबिन बनाने के लिए आयरन बेहद जरूरी है। जब शरीर में आयरन की कमी हो जाती है तो खून की मात्रा कम हो जाती है और एनीमिया जैसी समस्या हो सकती है। आयरन से भरपूर भोजन खून की कमी को दूर करने में मदद करता है।'' ऐसे में गुड़ में नेचुरल रूप से आयरन पाया जाता है और यह शरीर में आसानी से अवशोषित (absorb) हो जाता है। अर्चना जैन बताती हैं कि गुड़ में आयरन की मात्रा लोहे के बर्तनों के कारण होती है। दरअसल, पहले गुड़ बड़े लोहे के बर्तनों में बनाया जाता था और इसलिए पुराने तरीकों से बनाए गए गुड़ में आयरन होता है। इसी वजह से कहा जाता है कि नियमित रूप से सीमित मात्रा में गुड़ खाने से खून की कमी पूरी (What happens if we eat jaggery daily) हो सकती है।
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डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन का मानना है कि गुड़ आयरन का अच्छा सोर्स (kya gud khane se iron badhta hai) है, लेकिन इसे चमत्कारिक इलाज नहीं माना जा सकता। हल्के एनीमिया या आयरन की कमी वाले लोगों के लिए गुड़ फायदेमंद साबित हो सकता है। रोजाना 10–20 ग्राम गुड़ का सेवन सेहत को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। गंभीर एनीमिया की स्थिति में सिर्फ गुड़ खाना काफी नहीं (kya gud khane se khoon badhta hai) है, बल्कि डॉक्टर की सलाह से आयरन सप्लीमेंट्स और अन्य ट्रीटमेंट भी जरूरी हैं।
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गुड़ खाने के फायदे - What happens if we eat jaggery daily
- आयरन कंटेंट की वजह से एनीमिया में लाभकारी।
- खाना खाने के बाद गुड़ खाने से गैस, अपच और एसिडिटी की समस्या कम होती है।
- गुड़ को नेचुरल एनर्जी बूस्टर माना जाता है।
- खून साफ करने से स्किन पर नेचुरल ग्लो आता है।
- इसमें मौजूद मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी मजबूत करते हैं।
निष्कर्ष
गुड़ जरूरी मिनरल्स से भरपूर एक नेचुरल स्वीटनर है, जो खून की कमी को पूरा करने में मददगार साबित हो सकता है। हालांकि, यह किसी मेडिकल ट्रीटमेंट का विकल्प नहीं है। यदि किसी को गंभीर एनीमिया या अन्य ब्लड से जुड़ी समस्या है तो डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है। संक्षेप में कहा जाए तो हां, गुड़ खाने से खून बढ़ सकता है, लेकिन संतुलित मात्रा और सही डाइट के साथ ही इसका पूरा फायदा मिलता है।
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FAQ
एनीमिया के मरीज को कितना गुड़ खाना चाहिए?
एनीमिया के मरीज रोजाना 10–20 ग्राम गुड़ (1–2 छोटे टुकड़े) खा सकते हैं। लेकिन गंभीर एनीमिया की स्थिति में सिर्फ गुड़ पर निर्भर रहना सही नहीं है। डॉक्टर की सलाह जरूर लें।क्या गर्भवती महिलाओं को गुड़ खाना चाहिए?
गर्भावस्था में आयरन की जरूरत बढ़ जाती है। गुड़ फायदेमंद हो सकता है, लेकिन गर्भवती महिलाओं को इसे खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए, क्योंकि कभी-कभी अधिक सेवन से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।गुड़ खाने का सबसे सही समय कौन सा है?
गुड़ खाने का सबसे अच्छा समय भोजन के बाद है। इससे पाचन बेहतर होता है और शरीर को आयरन और मिनरल्स आसानी से मिल जाते हैं। सर्दियों में तिल और मूंगफली के साथ गुड़ खाना सबसे फायदेमंद माना जाता है।