एक स्वस्थ जीवन के लिए जिस तरह से अंगों के संचालन की आवश्यकता होती है। ठीक उसी तरह खून का स्वस्थ होना भी जरूरी माना जाता है। खून यानी रक्त जितना संतुलित और सही होगा उतना ही यह अंगों तक पोषक तत्व और ऑक्सीजन पहुंचाने में सक्षम होगा। डॉक्टर्स बताते हैं कि लेकिन कई बार कुछ विशेष कारणों के चलते लोगों का खून अधिक पतला या गाढ़ा हो जाता है। यह दोनों ही स्थिति कई तरह की समस्याओं की वजह बन सकती हैं। खून के गाढ़ा होने को मेडिकल भाषा में हाइपरकोएगुलेबिलिटी (Hypercoagulability) कहा जाता है। इसका मतलब है कि खून में थक्के बनने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है, जिससे यह सामान्य से धीमी गति से बहता है। इस लेख में यशोदा अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन डॉक्टर एपी सिंह से जानते हैं कि खून गाढ़ा होने से शरीर को क्या-क्या समस्याएं हो सकती हैं, इसके कारण, लक्षण और इससे बचाव के उपाय।
खून गाढ़ा क्यों होता है? - Causes Of Thin Blood In Hindi
खून गाढ़ा होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे:
- धूम्रपान और अत्यधिक शराब सेवन
- डायबिटीज, मोटापा, हाई कोलेस्ट्रॉल या ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां
- शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन)
- जेनेटिक या अनुवांशिक विकार
- लंबे समय तक बेड रेस्ट या निष्क्रिय जीवनशैली
- कुछ दवाइयों का प्रभाव (जैसे हार्मोनल गोलियां या बर्थ कंट्रोल पिल्स)
- प्लेटलेट्स की अधिकता, आदि।
खून गाढ़ा होने से क्या समस्याएं होती हैं? - What problems does thickening of blood cause?
ब्लड क्लॉट बनने का खतरा
खून गाढ़ा होने की स्थिति में व्यक्ति के शरीर खून का थक्का जल्दी बनाता है। अगर ये थक्के शरीर के अंदर नसों में बन जाएं तो डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (DVT) हो सकता है, जो जानलेवा भी हो सकता है।
दिल का दौरा (हार्ट अटैक)
जब खून गाढ़ा होता है, तो यह हृदय को अतिरिक्त मेहनत करने पर मजबूर करता है। यदि किसी धमनी में थक्का बन जाए तो हृदय की मांसपेशियों को ऑक्सीजन नहीं मिलती और हार्ट अटैक हो सकता है।
ब्रेन स्ट्रोक
गाढ़े खून की वजह से दिमाग की रक्तवाहिकाओं (नसों) में थक्का जम सकता है, जिससे ब्रेन स्ट्रोक हो सकता है। यह स्थिति बोलने, चलने या याददाश्त पर प्रभाव डाल सकती है।
किसी चीज को समझने में मुश्किल होना
खून का प्रवाह जब धीमा हो जाता है तो दिमाग तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती। इससे व्यक्ति को चक्कर आना, भ्रम की स्थिति, याददाश्त कमजोर होना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
सांस की तकलीफ
खून गाढ़ा होने के कारण शरीर के अंगों तक ऑक्सीजन की पूर्ति सही से नहीं हो पाती, जिससे व्यक्ति अक्सर थका-थका महसूस करता है और सीढ़ियां चढ़ने या हल्की मेहनत में भी सांस फूलने लगती है।
खून को पतला रखने के घरेलू उपाय और जीवनशैली में क्या बदलाव करें? - Home Remedies And Lifestyle Changes To Keep Blood Thin in Hindi
- डिहाइड्रेशन खून को गाढ़ा बना सकता है। रोजाना 8–10 गिलास पानी जरूर पिएं।
- ओमेगा-3 युक्त आहार लें। ऐसे में आप डाइट में मछली, अलसी, अखरोट जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
- भोजन बनाते समय लहसुन और हल्दी का उपयोग करें। ये दोनों प्राकृतिक रूप से खून पतला करने वाले तत्व माने जाते हैं।
- हर दिन कम से कम 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी खून के प्रवाह को सुचारू बनाए रखती है।
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खून का गाढ़ा होना एक गंभीर लेकिन आसानी से कंट्रोल की जाने वाली समस्या है। समय पर पहचान, संतुलित जीवनशैली और आवश्यक इलाज से इससे बचा जा सकता है। ध्यान रहे, यह एक "साइलेंट किलर" की तरह शरीर में बिना लक्षणों के भी प्रभाव डाल सकता है, इसलिए समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कराते रहना बेहद जरूरी है।
FAQ
खून गाढ़ा होने से कौन सी बीमारी होती है?
खून गाढ़ा होने से हाइपरविस्कोसिटी सिंड्रोम (Hyperviscosity Syndrome) और थ्रोम्बोसिस (Thrombosis) जैसी बीमारियां हो सकती हैं।खून को पतला करने के लिए क्या खाएं?
खून को पतला करने के लिए आप ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन के, हल्दी, पालक और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन कर सकते हैं।खून को साफ करने के लिए कौन सा जूस पिएं?
खून को साफ करने के लिए आप टमाटर का जूस, गाजर का जूस, आनार का जूस, चुकंदर का जूस पी सकते हैं।