Doctor Verified

क्या पैरों पर कपूर तेल लगाने से साइनस की जकड़न दूर होती है? आयुर्वेदाचार्य से जानें

साइनस की समस्या आज के समय में बहुत आम हो चुकी है, बदलता मौसम, प्रदूषण, ठंडी चीजों का ज्यादा सेवन और बार-बार होने वाला सर्दी-जुकाम इसकी बड़ी वजह बनते हैं।
  • SHARE
  • FOLLOW
क्या पैरों पर कपूर तेल लगाने से साइनस की जकड़न दूर होती है? आयुर्वेदाचार्य से जानें


क्या पैरों पर कपूर तेल लगाने से साइनस ठीक होता है? क्या कपूर तेल से नाक खुलती है या ये सिर्फ नींद के लिए फायदेमंद है? इन सवालों के जवाब आजकल हर कोई जानना चाहता है, क्योंकि साइनस (Sinus) की समस्या आज एक आम परेशानी बन चुकी है। ठंडी चीजें खाने, धूल-पॉल्यूशन और मौसम बदलने से कई लोगों को नाक बंद रहना, सिर में भारीपन, सांस लेने में दिक्कत और नींद न आना जैसी समस्याएं होती हैं। ऐसे में लोग इंटरनेट पर सर्च करते हैं कि कपूर तेल के फायदे क्या हैं?, कपूर तेल कैसे लगाएं? या क्या पैरों पर कपूर लगाने से साइनस में राहत मिलती है? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने, सिरसा के रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से बात की-

क्या पैरों पर कपूर तेल लगाने से साइनस की जकड़न दूर होती है? - Does Camphor Oil On Feet Help With Sinus Congestion

आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा बताते हैं, ''पैरों पर कपूर तेल लगाने से साइनस की जकड़न से थोड़ी राहत महसूस हो सकती है, क्योंकि इसकी महक और गुण शरीर में शांति और रिलेक्सेशन लाते हैं। हालांकि यह साइनस का सीधा इलाज नहीं है, बल्कि नींद में सुधार और मानसिक शांति के लिए ज्यादा उपयोगी है।'' वे बताते हैं कि जब कपूर तेल पैरों पर लगाया जाता है, तो इसकी ठंडी तासीर शरीर के नर्वस सिस्टम को शांत करती है, जिससे तनाव कम होता है और नींद अच्छी आती है। बेहतर नींद से शरीर की प्राकृतिक हीलिंग प्रक्रिया तेज होती है, जिससे साइनस या सर्दी-जुकाम के लक्षणों में अप्रत्यक्ष रूप से राहत मिल सकती है।

इसे भी पढ़ें: आपको कैसे पता चलेगा कि साइनस संक्रमण मस्तिष्क में फैल गया है? डॉक्टर से जानें

कपूर तेल का उपयोग आयुर्वेद और घरेलू चिकित्सा में लंबे समय से होता आ रहा है, इसकी महक तेज होती है। यह तेल वात-कफ नाशक, दीपनीय और श्वसन मार्ग को खोलने में मददगार माना जाता है। कपूर तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीसेप्टिक और डी-कंजेस्टेंट गुण पाए जाते हैं। यही वजह है कि इसका इस्तेमाल अक्सर सर्दी-जुकाम, सिरदर्द या मांसपेशियों के दर्द में किया जाता है।

इसे भी पढ़ें: साइनस में कौन सा योग सबसे असरदार है? एक्सपर्ट से जानें

camphor oil on feet

साइनस में राहत के लिए आयुर्वेदिक उपाय

डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार, साइनस की जकड़न को सिर्फ बाहरी उपायों से नहीं, बल्कि अंदर से संतुलन लाकर ही ठीक किया जा सकता है।

  • गर्म पानी में कपूर या अजवाइन डालकर भाप लेने से नाक खुलती है।
  • रोज सुबह गुनगुने पानी और नमक से नाक की सफाई करें।
  • ठंडी चीजों से बचें और दिनभर गुनगुना पानी लें।
  • हर्बल चाय कफ को कम करने और साइनस साफ रखने में मदद करती हैं।

निष्कर्ष

पैरों पर कपूर तेल लगाना साइनस की जकड़न का प्रत्यक्ष इलाज नहीं है, लेकिन यह शरीर को शांत कर बेहतर नींद और मानसिक सुकून देता है, जिससे अप्रत्यक्ष रूप से साइनस के लक्षणों में राहत मिल सकती है। अगर आप बार-बार साइनस से परेशान रहते हैं तो केवल कपूर तेल पर निर्भर न रहें, बल्कि आयुर्वेदिक लाइफस्टाइल और घरेलू उपायों को अपनाएं, जैसे भाप लेना, जलनेति करना, ठंडी चीजों से परहेज करना और नींद का ध्यान रखना। कपूर तेल को एक सहायक उपाय (supportive remedy) की तरह इस्तेमाल करें, इससे आपकी नींद भी सुधरेगी और शरीर की इम्यूनिटी भी मजबूत बनेगी।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • क्या पैरों पर कपूर तेल लगाने से नींद अच्छी आती है?

    कपूर तेल की महक और ठंडक देने वाले गुण दिमाग को शांत करते हैं। पैरों पर लगाने से तनाव कम होता है और नींद गहरी व आरामदायक आती है।
  • क्या कपूर तेल लगाने से मच्छर दूर रहते हैं?

    कपूर की तेज सुगंध मच्छरों और कीड़ों को दूर रखने में मदद करती है। कपूर जलाने या कपूर तेल डिफ्यूजर में डालने से घर में मच्छर नहीं आते।
  • साइनस के लक्षण क्या होते हैं?

    नाक बंद रहना, सिर और आंखों के आसपास दर्द या भारीपन, छींक आना, गले में बलगम, सांस लेने में कठिनाई और थकान महसूस होना साइनस के प्रमुख लक्षण हैं।

 

 

 

Read Next

उड़द दाल खाते ही हो जाती है गैस या भारीपन? जानें आयुर्वेदिक तरीके जिससे होगा आसानी से पाचन

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version

  • Oct 23, 2025 16:45 IST

    Published By : Akanksha Tiwari

TAGS