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पेट के इंफेक्शन (Stomach Flu) और डायरिया में क्या अंतर होता है? डॉक्टर से जानें

पेट में इन्फेक्शन (Stomach Flu) और डायरिया की समस्या में कई अंतर होते हैं, जानें इनके अंतर और लक्षण के बारे में। 
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पेट के इंफेक्शन (Stomach Flu) और डायरिया में क्या अंतर होता है? डॉक्टर से जानें


खानपान में असंतुलन, खराब पाचन और जीवनशैली के कारण लोगों को पेट से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पेट में इन्फेक्शन की समस्या आज के समय में लोगों में तेजी से बढ़ रही हैं। इसका प्रमुख कारण हमारा खानपान और जीवनशैली है। अक्सर लोग पेट के संक्रमण और डायरिया की समस्या को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। पेट में इन्फेक्शन होने पर दस्त, उल्टी, बुखार और सिरदर्द की समस्या होती है और लगभग यही लक्षण डायरिया में भी देखने को मिलते हैं। पेट में इन्फेक्शन की समस्या को वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस भी कहा जाता है। कई बार मरीजों में वायरल संक्रमण की वजह से भी पेट में इन्फेक्शन की समस्या होती है और यह समस्या एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी हो सकती है। पेट में इन्फेक्शन और डायरिया की समस्या में अंतर क्या है? आइये विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।

पेट के इन्फेक्शन और डायरिया में अंतर (Difference Between Stomach Flu And Diarrhea)

Stomach-Flu-And-Diarrhea

पेट में इन्फेक्शन की समस्या और डायरिया को लेकर अक्सर लोग कंफ्यूज रहते हैं। गोंडा स्थित एससीपीएम हॉस्पिटल के डॉ ए ए खान के मुताबिक दस्त या डायरिया होने पर आपको लूज मोशन की समस्या होती है लेकिन पेट के इन्फेक्शन की समस्या में लूज मोशन के साथ आपको कई अन्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। डायरिया अक्सर जीवाणु संक्रमण, वायरल संक्रमण और खराब व दूषित पानी और भोजन का सेवन करने से होती है। डायरिया कई तरह के होते हैं और इस समस्या में आपको दस्त के अलावा पेट में दर्द, लूज मोशन आदि परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। वहीं पेट में इन्फेक्शन होने पर आपको गंभीर दर्द, लगातार लूज मोशन, भूख न लगने जैसी समस्याएं होती हैं। आइये जानते हैं दोनों के बारे में अंतर।

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पेट में इन्फेक्शन की समस्या (Stomach Flu)

पेट में इन्फेक्शन होने पर आपको गंभीर पेट दर्द, लूज मोशन और भूख न लगने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। पेट में इन्फेक्शन की समस्या में इसकी गंभीरता का पता लगाने के लिए आपको ब्लड टेस्ट यानी सीबीसी की जांच कराने की आवश्यकता होती है। इस समस्या में सफेद रक्त कोशिकाओं पर भी असर पड़ता है। इस जांच के माध्यम से पेट या आंत में संक्रमण का पता लगाया जाता है। यह समस्या जीवाणु, परजीवी या वायरल संक्रमण के कारण हो सकती है। पेट में इन्फेक्शन कोई बीमारी नहीं है बल्कि यह वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस की समस्या है जो वायरल इन्फेक्शन जैसे नोरोवायरस, रोटावायरस और एडेनोवायरस आदि के कारण होती है।

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पेट में इन्फेक्शन के लक्षण (Stomach Flu Symptoms)

  • पेट में गंभीर दर्द।
  • पेट और आंत में सूजन।
  • दस्त और उल्टी।
  • लूज मोशन।
  • ड‍िहाइड्रेशन की समस्या।
  • सिरदर्द।

डायरिया या दस्त (Diarrhea)

डायरिया या दस्त की समस्या एक आम बीमारी है जो आपकी आंत को संक्रमित करने का काम करता है। लैक्टोज को पचाने में परेशानी होने पर भी डायरिया की शिकायत हो सकती है। डायरिया की समस्या कई तरह की होती है जिसमें से अक्यूट डायरिया की समस्या सबसे कम दिन के लिए होती है। हर उम्र के लोगों में डायरिया के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। यही कारण है कि इस समस्या में हर व्यक्ति का इलाज अलग-अलग हो सकता है। 

डायरिया के लक्षण (Diarrhea Symptoms)

बच्चों और बड़ों में डायरिया के लक्षण अलग-अलग दिखाई दे सकते हैं। डायरिया की समस्या में लूज मोशन सबसे आम लक्षण माना जाता है। इस समस्या में दिखने वाले प्रमुख लक्षण इस प्रकार से हैं।

  • लगातार लूज मोशन। 
  • पेट दर्द। 
  • पेट में ऐंठन। 
  • जी मचलाना और उल्टी। 
  • भूख कम लगना। 
  • सिरदर्द होना। 
  • बुखार। 
  • लगातार प्यास लगना। 
  • मल में खून आना। 
  • डिहाइड्रेशन। 

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पेट में इन्फेक्शन की समस्या ज्यादातर लोगों में अपने आप ठीक हो जाती है। जिन लोगों में इसके लक्षण गंभीर दिखाई देते हैं उन्हें एंटी वायरल इलाज की जरूरत होती है। दस्त या डायरिया की समस्या में मरीज को तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट के सेवन की सलाह दी जाती है। इस समस्या में ओरल रिहाइड्रेशन थेरेपी बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। दस्त में बार-बार मल पास होने के कारण मरीज के शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट की कमी हो जाती है। दोनों ही समस्या में डॉक्टर की सलाह के बाद दवाओं का सेवन करना चाहिए। 

(All Image Source - Freepik.com)

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