आजकल हाई बीपी के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। अगर आपको हाई बीपी की समस्या है या हाल ही में हाइपरटेंशन डायगनोस हुआ है तो आपको योग, मेडिटेशन, वॉक, एक्सरसाइज को अपने रूटीन में एड करना चाहिए। आपको हर दिन कम से कम 40 मिनट फिजिकल वर्कआउट करना चाहिए। इसके अलावा आपको अपनी डाइट में भी बदलाव करने की जरूरत है। ऐसे आहार का ज्यादा सेवन करने से आपको बचना चाहिए जिसमें ज्यादा तेल, मिर्च या मसाला हो। मसालेदार खाने का सेवन करने से हाई बीपी की समस्या से बचाव संभव नहीं हो सकता। आपको हाई बीपी की समस्या डायगनोस होने के बाद कुछ जरूरी टिप्स का पालन करना चाहिए जिसके बारे में हम आगे विस्तार से चर्चा करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
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1. फिजिकल एक्टिविटी की आदत डालें (Physical activity)
अगर आपको हाई बीपी डायगनोस हुआ है तो आपको समझ जाना चाहिए कि हर दिन कम से कम 30 मिनट वॉक जरूरी है। बीपी कम करने के लिए आपको एक्सरसाइज को अपने रोज के रूटीन में एड करना है। हाई बीपी की समस्या कम करने के लिए आप इंटेंस वर्कआउट न चुनकर आपको आउटडोर गेम्स को चुनना चाहिए। फिजिकल एक्टिविटी में आप सीढ़ी पर किए जाने वर्कआउट को भी अपना सकते हैं।
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2. हाई बीपी की समस्या से बचना है तो वॉक करें (Walk)
आपको हाई बीपी की समस्या से खुद को दूर रखने के लिए रोजाना सुबह-शाम वॉक करना चाहिए। इसके अलावा आपको कार्डियो एक्सरसाइज को भी रूटीन में शामिल करना चाहिए। ब्रिस्क वॉक भी हाई बीपी के मरीजों के लिए फायदेमंद मानी जाती है। वॉक करने से पहले आप वॉर्म अप कर सकते हैं या योग करना भी अच्छा विकल्प है। आपको अपने स्टेप्स भी काउंट करने चाहिए ताकि आप अपना लक्ष्य समय के साथ बढ़ा सकें।
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3. रूटीन में एड करें स्लो ब्रीदिंग (Slow breathing practice)
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आपको अगर हाई बीपी की समस्या है तो आपको स्लो ब्रीदिंग प्रैक्टिस करनी चाहिए। स्लो ब्रीदिंग और मेडिटेशन की मदद से हाई बीपी और स्ट्रेस की समस्या कम कर सकते हैं। आपको सुबह और शाम कम से कम आधा घंटा प्राणायाम करना चाहिए। एकांत जगह चुनकर आपको मेडिटेशन करने से बचना चाहिए, एक्सपर्ट के मुताबिक गलत तरीके से मेडिटेशन करना, हाई बीपी के मरीजों के लिए एंग्जाइटी का कारण भी बन सकता है इसलिए आप एक्सपर्ट के अंडर ही मेडिटेशन करें।
4. आहार में बदलाव (Diet)
अगर जांच में आपको हाल ही में उच्च रक्तचाप डायगनोस हुआ है तो आपको अपनी डाइट में बदलाव करना चाहिए। आपको नमक की मात्रा कम कर देनी चाहिए और ऐसी चीजों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए जिसमें पोटैशियम की अच्छी मात्रा हो जैसे टमाटर, आलू, मटर, किशमिश आदि। हाई बीपी के मरीजों को ऐसा खाना अवॉइड करना है जिसमें घी, तेल, मसाले की मात्रा ज्यादा हो।
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5. धनिया का सेवन (Coriander)
आपको हाई बीपी की समस्या को दूर करने के लिए धनिया का सेवन करना चाहिए। धनिया का जूस पीना भी फायदेमंद होता है। इसके अलावा आप करी पत्ते का सेवन भी कर सकते हैं। करी पत्ता के अलावा आप लहसुन, नींबू का सेवन कर सकते हैं। आप सुबह उठकर नींबू पानी में शहद डालकर पिएं तो आपका बीपी कंट्रोल रहेगा। आप अलग से धनिया का सेवन करने के बजाय धनिया को सब्जियों में या सलाद में भी शामिल कर सकते हैं।
जांच में हाई ब्लड प्रेशर का पता चलने पर आपको लगातार डॉक्टर के संपर्क में रहना है और बीपी को समय-समय पर मॉनिटर करना चाहिए। हाई बीपी की समस्या डायगनोस होने पर आप डायटीशियन से संपर्क कर अपना डाइट चार्ट तैयार करें।
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