Teeth Scaling in Hindi: टीथ स्केलिंग एक प्रोफेशनल डेंटल प्रक्रिया है, जिसमें दांतों पर जमी प्लाक और टार्टर (कठोर जमा) को हटाया जाता है। यह प्रक्रिया न केवल आपके दांतों को चमकदार बनाती है, बल्कि ओरल हेल्थ से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में भी मदद करती है। नियमित ब्रशिंग और फ्लॉसिंग के बावजूद दांतों पर जमा टार्टर को पूरी तरह से हटाना मुश्किल होता है। इसलिए, डेंटिस्ट के पास जाकर स्केलिंग कराना जरूरी हो जाता है। यह प्रक्रिया गम डिजीज, सांस की बदबू और दांतों के सड़ने जैसी समस्याओं को रोकने में असरदार है। आइए जानते हैं टीथ स्केलिंग कैसे आपकी ओरल हेल्थ को बेहतर बनाती है और इससे किन 5 समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के इन्दिरा नगर में स्थित शेखर डेंटल क्लीनिक के डॉ अनुभव श्रीवास्तव से बात की।
1. दांत पर जमा प्लाक और टार्टर हटता है- Removes Plaque and Tartar on Teeth
प्लाक दांतों पर बनने वाली एक चिपचिपी परत है, जो अगर समय पर साफ न की जाए, तो टार्टर में बदल जाती है। टार्टर न केवल दांतों की सतह को खराब करता है, बल्कि मसूड़ों में सूजन और इंफेक्शन का कारण भी बनता है। स्केलिंग प्रक्रिया से इसे हटाया जाता है और दांतों को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखा जाता है। स्केलिंग दांतों पर से प्लाक और टार्टर को पूरी तरह साफ करती है, जिससे गम डिजीज का खतरा कम होता है।
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2. मसूड़ों की बीमारी से बचाव होता है- Prevents Gum Disease
प्लाक और टार्टर के कारण गम डिजीज होने का खतरा रहता है, जिसमें मसूड़ों में सूजन, दर्द और खून आना शामिल है। गंभीर मामलों में यह समस्या पीरियोडोंटाइटिस में बदल सकती है, जो दांतों को नुकसान पहुंचाती है। टीथ स्केलिंग मसूड़ों को स्वस्थ बनाए रखने और इंफेक्शन को रोकने में मदद करती है।
3. सांस की बदबू से राहत मिलती है- Teeth Scaling Helps to Get Rid of Mouth Smell
सांस की बदबू अक्सर दांतों पर जमी गंदगी और मसूड़ों में बैक्टीरिया की वजह से होती है। जब ये बैक्टीरिया प्लाक और टार्टर में मौजूद होते हैं, तो वे सल्फर तत्व छोड़ते हैं, जिससे सांस में बदबू आती है। स्केलिंग से इन बैक्टीरिया को हटाकर सांस को ताजा बनाया जा सकता है। मुंह से बदबू आने की समस्या को दूर कर यह आपकी ओरल हेल्थ को बेहतर बनाता है।
4. दांतों का पीलापन दूर होता है- It Helps to Remove Yellow Stain on Teeth
खाने-पीने की आदतों, जैसे चाय, कॉफी और तंबाकू के सेवन से दांतों पर पीलापन और दाग-धब्बे हो सकते हैं। टीथ स्केलिंग इन सतही दागों को हटाकर दांतों को सफेद और चमकदार बनाती है। यह प्रक्रिया आपके आत्मविश्वास को बढ़ाती है, क्योंकि चमकदार दांत आपकी मुस्कान को आकर्षक बनाते हैं।
5. दांतों की कैविटी से बचाव होता है- It Prevents Teeth Cavity
प्लाक में मौजूद बैक्टीरिया दांतों की ऊपरी परत इनेमल को कमजोर करके सड़न का कारण बन सकते हैं। अगर समय रहते इसे साफ न किया जाए, तो कैविटी बन सकती है, जो दर्द और दांतों के गिरने का कारण बनती है। स्केलिंग से बैक्टीरिया और गंदगी को हटाकर दांतों की सड़न को रोका जा सकता है। कैविटी की रोकथाम कर यह प्रक्रिया दांतों को लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रखती है।
टीथ स्केलिंग केवल एक कॉस्मेटिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह ओरल हेल्थ को बेहतर बनाने और कई समस्याओं से बचाने का एक असरदार तरीका है। डेंटिस्ट की सलाह पर हर 6 महीने में स्केलिंग कराना बेहतर है, ताकि आपके दांत स्वस्थ और चमकदार बने रहें।
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image credit: ascentdental.co.uk, carmichaeldds.com