Side Effects Of Fillings In Teeth In Hindi: दांतों से संबंधित समस्याएं किसी को भी हो सकती है। दांतों से जुड़ी परेशानियां छोटे बच्चे से लेकर वयस्क और बुजुर्गों में भी समस्या देखी जा सकती है। ऐसे में हर बहुत जरूरी है कि हर व्यक्ति अपने दांतों की सही केयर करें। प्रॉपर केयर और सुबह-शाम दो बार ब्रश करने के बावजूद लोगों के दांतों में कैविटी या सड़न की समस्या हो जाती है। इस तरह की स्थिति में अक्सर दांतों में फिलिंग की जरूरत पड़ जाती है। हालांकि, यह सामान्य प्रक्रिया है और बहुत आसानी से की जाती है। लेकिन, इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि दांतों में फिलिंग करवाने के कुछ नुकसान हो सकते हैं। इस बारे में डॉ पुनीत बत्रा, मानव रचना डेंटल कॉलेज Director of PG Studies & Professor and HOD से बात की।
दांतों में फिलिंग करवाने के नुकसान- Side Effects Of Fillings In Teeth In Hindi
सेंसिटिविटी का बढ़ना
दांतों की सेंसिटिविटी का बढ़ना अपने आप में एक समस्या है। कई बार, दांतों में फिलिंग करवाने की वजह से भी यह परेशानी लोगों को होने लगती है। आपको समझा दें कि दांतों में सेंसिटिविटी के बढ़ने का क्या मतलब है? जब दांतों में सेंसिटिविटी बढ़ती है, तो ऐसे में अचानक दांत ठंडे या गर्म चीजों के संपर्क में आते हैं, तो इस स्थिति में दांतों झनझनाहट शुरू हो जाती है। यह झनझनाहट इतनी तीव्र होती है कि संभालना मुश्किल हो जाता है। कई बार दांतों में फिलिंग करवाने के बाद इस तरह की सेंसिटिविटी हो सकती है।
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दांतों में दर्द होना
दांतों में फिलिंग करवाने के बाद लोगों को लंबे समय तक दर्द बने रह सकता है। हालांकि, दांतों से जुड़ी किसी भी तरह की प्रक्रिया के बाद दांतों में दर्द होना सामान्य है। वैसे भी दांतों में फिलिंग के दौरान एनेस्थेसिया लगाया जाता है, इसलिए प्रक्रिया के दौरान दर्द नहीं होता है। जैसे-जैसे एनेस्थेसिया का असर कम होने लगता है, वैसे-वैसे दर्द बढ़ता रहता है। इसे कम करने के लिए डॉक्टर मेडिसिन देते हैं और दर्द समय के साथ अपने आप ठीक भी हो जाता है। इसलिए, इसको लेकर ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं होती है।
खाने-पीने में दिक्कत
दांतों में फिलिंग के बाद अगर किसी को बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है, तो उन्हें खाने-पीने में दिक्कत हो सकती है। जैसे-जैसे तकलीफ कम होती जाती है, खाने-पीने से संबंधित समस्या से भी राहत मिलने लगती है। अगर दर्द कम न हो और खाने-पीने में लंबे समय तक तकलीफ बनी रहे, तो इसको हल्के में न लें। बेहतर होगा कि डॉक्टर से संपर्क करें और अपना प्रॉपर ट्रीटमेंट जारी रखें।
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एलर्जिक रिएक्शन
वैसे तो दांतों में फिलिंग के कारण एलर्जिक रिएक्शन जैसी समस्या बहुत कम ही होती है। ऐसा दांतां में फिलिंग के कारण कम और उससे रिकवरी के लिए दी गई मेडिसिन से ज्यादा होता है। इसके बावजूद, अगर आपको दांतों में फिलिंग के बाद किसी मेडिसिन की वजह से एलर्जिक रिएक्शन होने लगे, तो इस संबंध में अपने डॉक्टर को बताएं। इसके साथ ही अगर किसी तरह के लक्षण नजर आ रहे हैं, जैसे स्किन रैशेज आदि, तो इस बारे में भी अपने एक्सपर्ट को जानकारी दें। वे जरूरी मेडिसिन देंगे या आपको दी गई मेडिसिन में बदलाव करेंगे।
दांतां में फिलिंग के साइड इफेक्ट से कैसे डील करें- How To Deal With Side Effects Of Fillings In Teeth In Hindi
- दांतों में फिलिंग के बाद दर्द हो, तो डॉक्टर की दी हुई दवा जरूर लें।
- दांतों में फिलिंग के बाद ऐसी चीजों खाने से बचें, जिससे दांतों का दर्द बढ़ सकता है। इसमें कोल्ड कॉफी, हॉट कॉफी और शुगरी ड्रिंक्स शामिल हैं।
- दांतों में फिलिंग के बाद ब्रश सावधानी से करें। तेजी से ब्रश करने से दर्द हो सकता है और दांतों की फिलिंग खराब भी हो सकती है।
- इससे रिकवरी के लिए नेचुरल तरीकों का यूज कर सकते हैं, जैसे गुनगुने नमक पानी से कुल्ला करें, जिससे दांतों का दर्द कम होता है।
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