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दांतों में प्लाक (पीली परत) जमने के हो सकते हैं ये कारण, डॉक्टर से जानें क्या है इसका इलाज

डेंटल प्लाक रोकने के लिए आवश्यक है कि आप नियमित रूप से दांतों की सफाई करें और रेगुलर डेंटिस्ट के पास जाकर चेकअप करवाएं।
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दांतों में प्लाक (पीली परत) जमने के हो सकते हैं ये कारण, डॉक्टर से जानें क्या है इसका इलाज


Causes And Treatment Of Dental Plaque In Hindi: दांतों को साफ रखना बहुत जरूरी है। अगर दांत गंदे रहे, तो इनमें कीड़े लग सकते हैं और कम उम्र में ही दांतों के गिरने की समस्या हो सकती है। कई बार, दांतों की सही तरह से सफाई न करने के कारण, दांतों में प्लाक जमने लगता है। दांतों में प्लाक होने का मतलब है कि दांतों में पीली परत बन जाना। इस परत को आप अपनी नंगी आंखों से देख सकते हैं। वैसे, तो यह लगभग हर व्यक्ति को हो जाता है। लेकिन समय-समय पर इसकी सफाई की जानी जरूरी है। अगर आप रेगुलर डेंटल क्लीनिक जाकर दांतों में जमी इस पीली परत को नहीं निकालते हैं, तो दांतों में कैविटी हो सकती है, गम डिजीज हो सकते हैं और दूसरी तरह की ओर हेल्थ से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। इस लेख में न सिर्फ हम डेंटल प्लाक की सफाई के बारे में जानेंगे, बल्कि इसके होने के कारण भी समझेंगे। इस बारे में हमने शारदा हॉस्पिटल में Oral medicine and Radiology के Head of Department डॉ. हेमन्त साहनी से बात की।

डेंटल प्लाक होने के कारण- Causes Of Dental Plaque In Hindi

Causes Of Dental Plaque In Hindi

Cleveland Clinic के अनुसार, "दांतों में प्लाक तब बनता है, जब मुंह में शुगरी और स्टार्च बेस्ड फूड्स मिक्स हो जाते हैं। इनमें, ब्रेड, पास्ता, दूध जैसी चीजें शामिल होती हैं। जब ये आपस में मिक्स होती हैं, तो मुंह में एक किस्म बैक्टीरिया पैदा करती हैं। वैसे तो हमारे मुंह में पहले सेही बैक्टीरिया, माइक्रोब्स और कई तरह के सूक्ष्म जीव मौजूद होते हैं। ये सभी आपस में एक इस तरह का इकोसिस्टम क्रिएट करते हैं, जो मुंह की हेल्थ को स्वस्थ बनाए रखने का काम करते हैं। लेकिन, जैसे आप शुगरी या स्टार्च फूड्स आइटम्स का सेवन करते हैं, तो इससे मुंह में गए बैक्टीरिया इस इकोसिस्टम को प्रभावित कर देते हैं। ये बैक्टीरिया मुंह में जाकर एसिड का निर्माण करते हैं। यह एसिड मुंह की हेल्थ के लिए सही नहीं माने जाते हैं। इसलिए, जब भी इस तरह की कोई चीज खाएं, तो तुरंत ब्रश करें, कुल्ला करें या फिर फ्लॉस करें। लंबे समय तक अगर आप हेल्दी ओरल हैबिट नहीं अपनाते हैं, तो मुंह में डेंटल प्लाक हो सकता है।" आगे बढ़ने से पहले आपको बता दें कि डेंटल प्लाक की वजह से कैविटीज, दांतों में इंफेक्शन और दांतों के गिरने जैसी कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।

इसे भी पढ़ें: दांतों में जमा 'प्लाक' मसूड़ों और मुंह के रोगों का बनता है कारण, इन 5 तरीकों से करें साफ

डेंटल प्लाक से बचाव- Prevention Of Dental Plaque In Hindi

Prevention Of Dental Plaque In Hindi

वैसे, तो अगर किसी को डेंटल प्लाक हो जाए, तो उन्हें बिना देर किए डॉक्टर के पास जाना चाहिए और अपने दांतों की क्लीनिंग करवानी चाहिए। इसके अलावा, डेंटल प्लाक न हो, इसके लिए यहां दिए गए टिप्स को जरूर आजमाएं-

  • रोजाना फ्लॉस जरूर करें। फ्लॉस करने की वजह से दांतों के बीच फंसे खाने के कण निकालने में मदद मिलती है। इस तरह डेंटल प्लाक होने का रिस्क भी कम हो जाता है। क्लीवलैंड की मानें, तो फ्लॉसिंग करने से डेंटल प्लाक रिमूव हो जाते हैं।
  • आपने अक्सर ओरल एक्सपर्ट्स को कहते सुना होगा कि दिन में दो बार ब्रश जरूर करें। असल बात ये है कि दिन में दो बार ब्रश करने से दांत साफ होते हैं और मुंह से बदबू या कैविटी जैसी प्रॉब्लम का रिस्क भी कम होता है। हालांकि, दांतों को ब्रश करने के लिए हमेशा सॉफ्ट ब्रिसल्ड वाले ब्रश का ही यूज करें।
  • शुगरलेस च्युइंगम चबाना भी दांतों की प्रॉब्लम से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर आप हर बार खानपा खाने के बाद ब्रश नहीं कर सकते हैं, तो शुगरलेस च्युइंगम चबाएं। 
  • अंत में रेगुलर डेंटल चेकअप के लिए जाना हर व्यक्ति के लिए अनिवार्य है। जबकि हमारे यहां ज्यादातर लोग ऐसा करने से बचते हैं। हर व्यक्ति दांतों में कैविटी या दांतों से जुड़ी प्रॉब्लम होने के बाद डॉक्टर के पास जाते हैं। नियमित रूप डॉक्टर के पास जाकर आप दांतों से जुड़ी प्रॉब्लम होने से पहले ही रोक सकते हैं।

image credit: freepik

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