Connection Between Gum Disease And Diabetes In Hindi: कहते हैं डायबिटीज के मरीजों को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। असल में, डायबिटीज के मरीजों की इम्यूनिटी बहुत वीक यानी कमजोर होती है। ऐसे में अगर वे अपनी सेहत को लेकर लापरवाही करते हैं, तो बीमार पड़ सकते हैं। इसी क्रम में यह भी माना जाता है कि डायबिटीज के मरीजों को दांतों से जुड़ी समस्या भी स्वस्थ लोगों की तुलना में ज्यादा होती है। तो क्या वाकई यह सच है? या फिर यह महज एक मिथक है? इस बारे में हमने फरीदाबाद स्थित मानव रचना डेंटल कॉलेज में पीरियोडोंटोलॉजी विभाग की प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. पूजा पालवंकर से बात की।
डायबिटीज और मसूड़ों की बीमारी के बीच क्या संबंध है- Connection Between Gum Disease And Diabetes In Hindi
डायबिटीज और गम डिजीज का वास्तव में बहुत गहरा संबंध है। जब किसी व्यक्ति को डायबिटीज होता है कि शरीर कम मात्रा में लार बनाता है। आपको यह ज्ञात होगा कि लार मुंह को कई तरह की बीमारियों से बचाता है और लार की वजह से दांतों से जुड़ी समस्याओं का रिस्क भी कम होता है। इसका मतलब है कि अगर मुंह में लार कम बन रहा है, तो इससे मुंह की प्रोटेक्शन प्रभावित होती है। यही नहीं, डायबिटीज की वजह से लार में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। नतीजतन, मुंह में प्लाक (पीली परत) और बैक्टीरिया ज्यादा मात्रा में जन्म ले सकते हैं। अगर डायबिटीज का मरीज अपने ग्लूकोज लेवल को सही तरह से मैनेज न करे और मुंह की प्रॉपर सफाई की ओर ध्यान न दे, तो मूसड़ों से जुड़ी कई तरह की समस्या हो सकती है। एक्सपर्ट बताती हैं कि डायबिटीज के मरीजों को अन्य लोगों की तुलना में 3 गुणा ज्यादा मसूड़ों की समस्या होने का रिस्क होता है। यही नहीं, डायबिटीज के जिन मरीजों को मसूड़ों से जुड़ी बीमारी हो जाती है, उनका ओवर ऑल हेल्थ भी प्रभावित होने लगता है। आप कह सकते हैं, यह एक तरह का चक्र है, जिसे मैनेज किया जाना बहुत जरूरी है।
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डायबिटीज के मरीज कैसे रखें मसूड़ों का ध्यान- How To Manage Oral Health For People With Diabetes
- ब्लड शुगर के स्तर को मैनेज करने की कोशिश करें। ब्लड शुगर संतुलित रहने से डायबिटीज के मरीजों का हेल्थ बेहतर रहता है और गम डिजीज का रिस्क भी कम हो जाता है।
- नियमित रूप से मुंह की सफाई करें। दिन में दो बार ब्रश जरूर करें। कुछ भी खाने के बाद कुल्ला जरूर करें। डायबिटीज के मरीजों को फ्लोराइड बेस्ड टूथपेस्ट यूज करना चाहिए। इसके अलावा, नियमित रूप से फ्लॉसिंग भी करनी चाहिए।
- एक्सपर्ट के अनुसार, प्रत्येक 6 माह में डायबिटीज के मरीजों को अपने दांतों का चेकअप जरूर करवाना चाहिए। असल में, किसी भी बीमारी का पहले से पता चल जाए, तो उसकी रिकवरी की संभावना बढ़ जाती है और बीमारी के फैलने का रिस्क भी कम हो जाता है।
- डायबिटीज के मरीजों को चाहिए कि वे समय-समय अपने दांतों और मुंह की क्लीनिंग प्रोफेशन की मदद से करवाएं। इससे सूजन और संक्रमण का खतरा कम होता है।
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