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पाचन से लेकर वजन घटाने तक, आयुर्वेदाचार्य से जानें धनिया-जीरा चाय के फायदे

आजकल अनहेल्दी खानपान और लाइफस्टाइल के कारण लोगों में पाचन से जुड़ी समस्याएं बनी रहती हैं, ऐसे में धनिया और जीरा से बनी चाय लाभकारी साबित हो सकती है।
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पाचन से लेकर वजन घटाने तक, आयुर्वेदाचार्य से जानें धनिया-जीरा चाय के फायदे


आजकल की बिजी लाइफस्टाइल और असंतुलित खानपान ने लोगों के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाला है, बाहर का तला-भुना खाना, जंक फूड और रोजाना भोजन करने के अनियमित समय पाचन तंत्र को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। इससे गैस, अपच, डकार, पेट फूलना और भूख न लगना जैसी समस्याएं आम होती जा रही हैं। इन समस्याओं से राहत पाने के लिए अक्सर लोग दवाओं का सहारा लेते हैं, लेकिन लंबे समय तक दवाओं का सेवन शरीर पर विपरीत असर डाल सकता है। ऐसे में प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपाय अपनाना अधिक सुरक्षित और प्रभावी होता है। आयुर्वेद में कई ऐसे घरेलू नुस्खे बताए गए हैं जो बिना किसी साइड इफेक्ट के शरीर को भीतर से ठीक करने का काम करते हैं। इन्हीं में से एक उपाय है धनिया और जीरा से बनी चाय। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानिए, धनिया और जीरा की चाय के 5 फायदे क्या हैं?

धनिया और जीरा की चाय के 5 फायदे - Coriander Cumin Tea Benefits

आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा के अनुसार, धनिया और जीरा से बनी चाय न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि यह शरीर के पाचन तंत्र को मजबूत करने में भी कारगर है। खास बात यह है कि जिन लोगों को भूख कम लगती है या पेट की गैस और डकार जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है, उनके लिए यह चाय किसी औषधि से कम नहीं है। डॉक्टर श्रेय शर्मा के अनुसार, धनिया की तासीर ठंडी होती है जबकि जीरा गर्म तासीर वाला होता है। जब इन दोनों को मिलाकर चाय बनाई जाती है, तो दोनों की तासीर एक-दूसरे को संतुलित करती है। इसका मतलब यह है कि यह चाय न तो बहुत गर्म होती है और न ही बहुत ठंडी, जिससे यह हर मौसम में पी जा सकती है।

1. भूख बढ़ाने में सहायक

डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि धनिया-जीरा चाय 'रुचिकर' होती है, यानी यह भूख को बढ़ाने वाली होती है। कई बार मानसिक तनाव, पाचन संबंधी गड़बड़ियां या लाइफस्टाइल संबंधी समस्याओं के चलते लोगों को भूख कम लगती है। ऐसे में यह चाय पेट को साफ रखती है और जठराग्नि (पाचन अग्नि) को प्रज्वलित करती है, जिससे भूख खुलने लगती है।

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2. पाचन तंत्र को करता है मजबूत

धनिया और जीरा दोनों ही औषधीय गुणों से भरपूर मसाले हैं, जो पेट की सूजन और गैस की समस्या को कम करते हैं। धनिया में डाइजेस्टिव एंजाइम्स होते हैं जो भोजन के पाचन को आसान बनाते हैं। जब इन दोनों को एक साथ उबालकर चाय के रूप में लिया जाए, तो यह डाइजेशन को बेहतर करती है और शरीर को हल्का और ऊर्जावान महसूस कराती है।

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3. डकार और गैस की समस्या में राहत

जीरे का सेवन पुराने समय से ही पेट की गैस और डकार जैसी समस्याओं के लिए किया जाता रहा है। जब यह धनिया के साथ लिया जाए तो इसके लाभ और भी बढ़ जाते हैं। यह चाय आंतों की सफाई करती है, गैस के बनने को रोकती है और पेट में जमा अतिरिक्त वायु को बाहर निकालने में मदद करती है। इससे डकार, भारीपन और अपच जैसी समस्याओं में आराम मिलता है।

Coriander Cumin Tea

4. वजन घटाने में मददगार

यह चाय मुख्य रूप से पाचन और भूख बढ़ाने के लिए जानी जाती है, लेकिन इसके नियमित सेवन से वजन घटाने में भी मदद मिल सकती है। जब पाचन तंत्र ठीक तरीके से काम करता है, तो शरीर में टॉक्सिन जमा नहीं होते और चयापचय (मेटाबॉलिज्म) दर बढ़ जाती है। जीरे के थर्मोजेनिक गुण शरीर में गर्मी उत्पन्न करते हैं जिससे कैलोरी बर्निंग प्रक्रिया तेज होती है। वहीं धनिया शरीर को डिटॉक्स करता है और सूजन को कम करता है।

5. शरीर में बनाए संतुलन

आयुर्वेद के अनुसार, किसी भी चीज की तासीर यानी उसकी प्रकृति ठंडी या गर्म शरीर पर प्रभाव डालती है। डॉक्टर श्रेय शर्मा के अनुसार, धनिया की तासीर ठंडी होती है जबकि जीरा गर्म तासीर वाला होता है तो दोनों की तासीर एक-दूसरे को संतुलित करती है। इसका मतलब यह है कि यह चाय हर मौसम में पी जा सकती है और शरीर को संतुलन में रखने में मदद करती है।

धनिया-जीरा चाय कैसे बनाएं?

इस चाय को बनाना बेहद आसान है। आधा-आधा चम्मच जीरा और धनिया के बीज लेकर एक कप पानी में डालें और इसे 5-7 मिनट तक धीमी आंच पर उबालें। जब पानी आधा रह जाए तो इसे छान लें और गुनगुना करके पिएं। चाहें तो स्वादानुसार एक-दो बूंद नींबू का रस भी मिला सकते हैं।

निष्कर्ष

धनिया-जीरा चाय एक सरल लेकिन प्रभावशाली आयुर्वेदिक उपाय है जो कई प्रकार की पाचन समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है। यह भूख को बढ़ाता है, गैस की समस्या को दूर करता है और शरीर की आंतरिक सफाई करता है। डॉक्टर श्रेय शर्मा के अनुसार, इस चाय को दिन में एक बार सुबह या भोजन के बाद लेने से अधिक लाभ मिल सकता है।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • सूखे धनिया की तासीर क्या होती है?

    आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा बताते हैं कि धनिया की तासीर ठंडी होती है और गर्मियों में इसका सेवन सेहत के लिए बेहद लाभकारी होता है।
  • जीरे की तासीर क्या होती है?

    जीरे की तासीर गर्म होती है और गर्मियों में इसका सेवन बहुत अधिक मात्रा में करने से बचना चाहिए।
  • क्या हम जीरा और धनिया का पानी एक साथ पी सकते हैं?

    जीरा और धनिया का पानी एक साथ पिया जा सकता है। धनिया की ठंडी तासीर और जीरा की गर्म तासीर आपस में मिलकर इसके पानी को सम तासीर का बनाएंगी, तो ऐसे में धनिया-जीरे का पानी पिया जा सकता है।

 

 

 

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