
भारत में चावल बचपन से खाने की आदत है, इसलिए हमारे शरीर की कंफर्ट फूड मेमोरी भी चावल की ओर ही जाती है। Dr. A. Swetha, MSC RD, Registered Dietitian, Deputy Chief Dietitian Of Yashoda Hospitals, Hyderabad ने बताया कि कई मरीजों ने उनसे यह कहा है कि उन्हें डिनर के समय चावल खाने का मन करता है। लोग उनके कई बार यह सवाल भी करते हैं कि जब वो हेल्दी खाने की कोशिश करते हैं कि तो भी उन्हें कार्ब्स खाने का मन क्यों करता है? असल में, जेनेटिक्स, हार्मोन और लाइफस्टाइल, इन तीनों का मिला-जुला असर से शाम के समय कार्ब्स की क्रेविंग होना बहुत आम बात है। इस लेख में जानेंगे कार्ब क्रेविंग क्यों होती है? साथ ही जानेंगे इसका इलाज।
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नींद और सेरोटोनिन को समझें- Understand Sleep And Serotonin
सबसे पहले नींद और सेरोटोनिन को समझें। ट्रिप्टोफैन से भरपूर साधारण कार्बोहाइड्रेट जैसे चावल, सेरोटोनिन बढ़ाते हैं। यही वह न्यूरोट्रांसमीटर है जो शरीर को आराम देने और नींद को बेहतर बनाने में मदद करता है। रात के समय जब मेलाटोनिन बढ़ता है, तो दिमाग इसी फील-गुड हार्मोन की चाह करता है। अगर दिन में कार्ब्स कम खाया हो, तो शरीर संतुलन पाने के लिए चावल मांगता है।
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हार्मोनल हंगर- Hormonal Hunger
हार्मोनल हंगर भी बड़ी भूमिका निभाती है। दोपहर के खाने के बाद लंबे गैप से ब्लड शुगर गिर जाती है, जिससे घ्रेलिन हंगर हार्मोन तेजी से बढ़ता है और लेप्टिन जो पेट भरने का संकेत देता है, कम हो जाता है। अगर दिन में आपने अनियमित समय पर खाना खाया हो या ज्यादा मीठा खाया हो, तो इंसुलिन रेजिस्टेंस की वजह से यह क्रेविंग और बढ़ सकती है।
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इमोशनल ईटिंग- Emotional Eating

स्ट्रेस भी एक बड़ा कारण है। कई लोगों में शाम को कोर्टिसोल बढ़ जाता है, जिससे भावनात्मक भूख (Emotional Eating) बढ़ती है। चावल जैसे कार्ब्स दिमाग को तुरंत ग्लूकोज देते हैं, जिससे थोड़े समय के लिए शांति महसूस होती है, लेकिन सफेद चावल ब्लड शुगर को बहुत तेजी से बढ़ाता और गिराता है, जिसकी वजह से अगले दिन क्रेविंग और ज्यादा हो सकती है।
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कार्ब क्रेविंग का इलाज क्या है?- Carb Cravings Treatment
- सफेद चावल के बजाय ब्राउन या रेड राइस चुनें, इनमें ज्यादा फाइबर होता है, जो पाचन को धीमा करता है, ब्लड शुगर को स्थिर रखता है और ओवरइटिंग से बचाता है।
- चावल को सब्जियों और प्रोटीन (दाल, दही) के साथ खाएं।
- पर्याप्त पानी पिएं, कोशिश करें कि डिनर 7 बजे तक हो जाए और उसके बाद 10 मिनट की वॉक करें।
- अगर इसके बावजूद क्रेविंग कम न हो, तो यह डायबिटीज, पीसीओएस या थायरॉयड जैसी समस्या का संकेत भी हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से टेस्ट करवाना जरूरी है।
निष्कर्ष:
रात में कार्ब्स की क्रेविंग को हेल्दी कार्ब्स, समय पर खाना और स्ट्रेस मैनेजमेंट से आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। नियमित क्रेविंग बनी रहे, तो डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है।
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FAQ
कार्ब्स फूड्स कौन से हैं?
कार्ब्स वाले फूड्स में चावल, रोटी, दालें, आलू, पास्ता, ब्रेड, फल, दूध, ओट्स और शकरकंद शामिल हैं। ये शरीर को एनर्जी देने का मुख्य स्रोत माने जाते हैं।किन कार्ब्स से बचना चाहिए?
रिफाइंड कार्ब्स जैसे सफेद ब्रेड, मैदा, पैकेज्ड स्नैक्स, मीठे ड्रिंक्स, केक, पेस्ट्री, बिस्किट और सफेद चीनी वाले फूड्स से बचें, क्योंकि ये ब्लड शुगर तेजी से बढ़ाते हैं।हेल्दी कार्ब्स कौन से हैं?
हेल्दी कार्ब्स में ओट्स, ब्राउन राइस, क्विनोआ, दालें, फल, सब्जियां, शकरकंद, बाजरा और अन्य होल ग्रेन्स शामिल हैं।
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Dec 12, 2025 19:35 IST
Published By : Yashaswi Mathur