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पके हुए चावलों से कार्ब्स और कैलोरीज को कम करने के लिए अपनाएं डाइट एक्सपर्ट का बताया ये उपाय

भारतीय आहार में चावलों का एक विशेष स्थान है। लेकिन कई बार कुछ लोग कैलोरी और कार्ब्स की वजह से इसे डाइट में शामिल नहीं करते हैं। आगे जानते हैे कि कैसे चावलों के कार्ब्स और कैलोरी को कम किया जा सकता है?
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पके हुए चावलों से कार्ब्स और कैलोरीज को कम करने के लिए अपनाएं डाइट एक्सपर्ट का बताया ये उपाय


भारत में कई व्यंजन चावलों से तैयार किए जाते हैं। वहीं, भारत के कई क्षेत्र जैसे बिहार, उत्तराखंड, तमिलनाडू व अन्य राज्यों को चावल को एक मुख्य आहार की तरह रोजाना डाइट में शामिल किया जाता है। चावलों के अपने फायदे हैं. लेकिन इसमें कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी अधिक मात्रा में होती है। जिससे वजन बढ़ने और ब्लड शुगर बढ़ने का जोखिम अधिक होता है। ऐसे में जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं, वह न चाहते हुए भी चावलों को अपनी डाइट से आउट कर देते हैं। लेकिन, कुछ उपायों के जरिए आप चावल से कार्ब्स और कैलोरी के अवशोषण को कम कर सकते हैं। इससे आपको वजन बढ़ने और ब्लड शुगर लेवल का जोखिम भी काफी हद तक कम हो जाता है। इस लेख में इंस्टाग्राम की न्यूट्रिशनिस्ट साक्षी लालवानी से जानते हैं कि चावलों के कार्ब्स और कैलोरी को कैसे कम किया जा सकता है? 

चावल से कार्ब्स और कैलोरीज कम करने का खास तरीका - How To Cut Down Carbs And Calorie Absorption From Rice In Hindi

साक्षी के अनुसार कार्बोहाइड्रेटेड फूड जैसे चावल, पास्ता, ब्रेड और आलू में कार्ब्स और कैलोरी पाई जाती है। लेकिन, इसे कुक करने के बाद आप इसे कुछ घंटों के लिए घंटा होने के लिए फ्रिज में रख दें। इसके बाद खाने से पहले इस आहार को दोबारा गर्म करके खाएं। इससे कार्ब्स का अवशोषण काफी हद तक कम हो जाता है।

How To Cut Down Carbs And Calorie Absorption From Rice In Hindi

इस में स्टार्च जेलेटेनाइज में परिवर्तित होता है। दरअसल, इस प्रकिया को रेट्रोग्रेडेशन (Retrogradation) कहते हैं। यह ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने में सहायक होता है। जब यह जेलेटेनाइज (Gelatinised) स्टार्च ठंडा होता है, तो यह स्टार्ट मोलिक्यूल दोबारा से रिक्सटेलाइन होते हैं। 

  • ऐसे में यह छोटी आंत में आसानी से किसी फाइबर की तरह निकलते हैं। 
  • इसके साथ ही कर्टिलाइजेशन के दौरान रिक्स्टेलाइन की वजह से यह पूरी तरह से डाइजेस्ट नहीं होता है, जिसकी वजह से व्यक्ति को बार-बार भूख नहीं लगती है। ऐसे में वजन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। 
  • इसके साथ ही यह व्यक्ति की आंतों में मौजूद स्वस्थ बैक्टीरिया को बढ़ाने में भी मदद करता है। 
  • इसके अलावा जब तक यह पूरी तरह से डाइजेस्ट नहीं होता है तब तक यह शरीर में ब्लड शुगर लेवल को पूरी तरह से बढ़ाने का कार्य नहीं करता है।  

इसे भी पढ़ें : 'कच्चे चावल' खाने से होते हैं ये 6 नुकसान, जानें एक्सपर्ट से

 

 

 

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चावल से कार्ब्स और कैलोरी का अवशोषण कम करने के कई सरल और प्रभावी तरीके हैं। चाहे आप चावल को ठंडा करें, ब्राउन राइस चुनें, या नारियल तेल का उपयोग करें, ये सभी उपाय आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं। साथ ही, हमेशा संतुलित मात्रा में चावल का सेवन करें और इसे प्रोटीन व फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों के साथ मिलाकर खाएं, ताकि आप स्वास्थ्य को बनाए रखते हुए अपने पसंदीदा भोजन का आनंद ले सके।

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