Myths and Facts Related To Carbs: हेल्दी और फिट बॉडी के लिए बैलेंस्ड डाइट लेना जरूरी है। जब हम कोई मील प्लान फॉलो करते हैं, तो एक्सपर्ट्स हर मील को बैलेंस्ड रखने की सलाह देते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि हमें हेल्दी रहने के लिए सभी न्यूट्रिएंट्स की जरूरत होती है। किसी भी पोषक तत्व की कमी होने से शरीर में उस मिनरल की कमी आ सकती है। उदाहरण के लिए डाइट में प्रोटीन कम होने से भूख ज्यादा लग सकती है। इससे मांसपेशियों में दर्द शुरू हो सकता है। इसी तरह हेल्दी रहने के लिए डाइट में कार्ब्स होने भी जरूरी होते हैं। वेट लॉस के दौरान कई लोग अपनी डाइट से कार्ब्स पूरी तरह अवॉइड करते हैं। लेकिन ऐसा करना हर किसी के लिए सेफ नहीं होता है। ऐसे में हमें कार्ब्स से जुड़े मिथक सुनने को मिलते हैं, जिन पर हम बिना सोचे-समझें भरोसा कर लेते हैं। ओनलीमायहेल्थ समय-समय पर ऐसे ही मिथकों की सच्चाई आपको साझा करता है। लुधियाना के सिबिया मेडिकल सेंटर के कार्डियोलॉजिस्ट एंड डॉयरेक्टर डॉ एसएस सिबिया से। आइए आज इस लेख के माध्यम से जानें कार्ब्स से जुड़े कुछ मिथकों की सच्चाई।
कार्बोहाइड्रेट्स से जुड़े मिथक और सच्चाई- Myths and Facts Related To Carbs
मिथक- कार्ब्स छोड़ने से वेट लॉस जल्दी होता है
वेट लॉस करने के दौरान अक्सर कई लोग कहते हैं कि वजन घटाने के लिए कार्ब्स छोड़ना जरूरी है। लेकिन यह बात केवल एक मिथक है। क्योंकि हेल्दी वेट लॉस के लिए डाइट में कार्ब्स लेना भी जरूरी है। अगर आप वेट लॉस के लिए कार्ब्स अवॉइड करते हैं, तो आपकी बॉडी प्रोटीन को एनर्जी बनाने के लिए इस्तेमाल करने लगती है। ऐसे में मसल्स मास मेंटेन करने के लिए प्रोटीन की कमी आने लगती है। इसके कारण वेट लॉस के बजाय मसल्स लॉस हो सकता है, जो बॉडी के लिए अनहेल्दी है।
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मिथक- हार्मोन्स के लिए लो कार्ब्स डाइट फायदेमंद होती है
डाइट में कार्ब्स अवॉइड करने से बॉडी में स्ट्रेस बढ़ सकता है। कार्ब्स अवॉइड करने से बॉडी में एनर्जी और ग्लूकोज की कमी आ सकती है। ऐसे में ब्लड शुगर मेंटेन रखने के लिए बॉडी कोर्टिसोल हार्मोन पर निर्भर होने लगती है। इसके कारण बॉडी में स्ट्रेस बढ़ने लगता है और कोर्टिसोल इंबैलेंस होने लगता है। इसे बैलेंस रखने और मेंटेन रखने के लिए डाइट में कार्ब्स एड करना जरूरी हो जाता है। इसलिए हार्मोन हेल्थ को बैलेंस रखने के लिए डाइट में कार्ब्स एड करना जरूरी है।
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मिथक- डायबिटीज में सभी सफेद कार्ब्स अवॉइड करने चाहिए
इस मिथक पर अक्सर लोग भरोसा करते हैं कि डायबिटीज में सभी कार्ब्स अवॉइड करने चाहिए। यह बात कुछ हद तक ठीक हो सकती है। क्योंकि सफेद कार्ब्स जैसे कि सफेद चावल या सफेद ब्रेड खाने से ब्लड शुगर लेवल में फर्क आ सकता है। इन चीजों में कार्ब्स ज्यादा होता है, जो बॉडी में ग्लूकोज बढ़ा सकता है। इसलिए डायबिटीज के पेशेटं को अपने डॉक्टर की सलाह पर ही कार्ब्स डाइट में शामिल करने चाहिए।
मिथक- कार्ब्स ज्यादा खाने से वजन बढ़ सकता है
कई लोग मानते हैं कि डाइट में कार्ब्स ज्यादा लेने की वजह से वजन बढ़ सकता है। कार्ब्स से जुड़ा यह मिथक गलत है। क्योंकि अगर आप हेल्दी कार्ब्स खाते हैं, तो इससे आपका वजन नहीं बढ़ेगा। लेकिन वहीं अगर आप प्रोसेस्ड, जंक या पेस्टरी ज्यादा खाते हैं, तो इसके कारण आपका वजन बढ़ सकता है। इस तरह से वजन बढ़ना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
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लेख में हमने कार्ब्स से जुड़े कई मिथकों के बारे में जाना है। अगर आप भी ऐसे ही किसी मिथक पर भरोसा कर लेते हैं, तो भरोसा करने से पहले इसकी सच्चाई जरूर जान लें।