
मसल्स बढ़ाना और फैट कम करना इतना मुश्किल नहीं है बशर्ते सही डाइट प्लान अपनाया जाए। एक्सपर्ट्स मानते हैं प्रोटीन, कार्ब्स और हेल्दी फैट्स का संतुलन शरीर को एक साथ मसल्स बढ़ाने और फैट बर्न करने में मदद करता है। मांसपेशियां बढ़ाने और फैट कम करने जैसे दोनों लक्ष्यों को हासिल करने के लिए एक ऐसी डाइट की जरूरत होती है, जो आपके शरीर की एनर्जी और पोषक तत्वों की जरूरतों के अनुसार प्लान की गई हो। Dr. A. Swetha, MSC RD, Registered Dietitian, Deputy Chief Dietitian Of Yashoda Hospitals, Hyderabad ने बताया कि एक एक्सपर्ट के तौर पर हम बताते हैं कि ये दोनों लक्ष्य एक-दूसरे के साथ चलते हैं, लेकिन इनके लिए सही मील टाइमिंग और मैक्रोन्यूट्रिएंट्स का संतुलन बनाना बहुत जरूरी है। इस लेख में जानेंगे मसल्स बढ़ाने के साथ फैट घटाने के लिए आसान डाइट टिप्स।
View this post on Instagram
1. प्रोटीन को प्राथमिकता दें- Prioritize Protein
प्रोटीन की जरूरत आपकी गतिविधि और पोषण स्थिति के आधार पर प्रति किलो वजन पर लगभग 1.0 से 1.2 ग्राम होती है। इतना प्रोटीन लेने से फैट कम होने के दौरान भी मांसपेशियां सुरक्षित रहती हैं और नई मांसपेशियां बनने में मदद मिलती है।
यह भी पढ़ें- चिकन या मछली, प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत कौन सा है?
2. कार्बोहाइड्रेट्स को समझदारी से लें- Caution While Consuming Carbohydrates
कार्ब्स की मात्रा और समय बहुत मायने रखते हैं, क्योंकि यही आपकी वर्कआउट एनर्जी और रिकवरी का मुख्य स्रोत हैं। फल, सब्जियां और होल ग्रेन्स जैसे कॉम्प्लेक्स कार्ब्स चुनें। वर्कआउट से पहले कार्ब्स लेने से शरीर को एनर्जी मिलती है और वर्कआउट के बाद कार्ब्स लेने से शरीर की रिकवरी बेहतर होती है और फैट बढ़ने की संभावना कम होती है।
3. हेल्दी फैट्स भी जरूरी हैं- Good Fats Are Important
नट्स, सीड्स, एवोकाडो और ऑलिव ऑयल जैसे हेल्दी फैट्स हार्मोन बैलेंस और पूरे स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं। ये लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराते हैं, जिससे ओवरईटिंग की समस्या कम होती है।
यह भी पढ़ें- भारतीय थाली में जरूर शामिल करें ये 6 हेल्दी फैट्स, रहेंगे सेहतमंद
4. कैलोरी कंट्रोल जरूरी है- Calorie Control Is Essential

हफ्ते में कम से कम तीन दिन स्ट्रेंथ या रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करें। लगभग 500 कैलोरी का हल्का कैलोरी डेफिसिट रखें, जिससे फैट कम हो और मांसपेशियां सुरक्षित रहें। बहुत ज्यादा कैलोरी कम करने से मसल लॉस का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए 10 से 20 % का मीडियम डेफिसिट बेहतर है। हमेशा पोषक तत्वों से भरपूर और अनप्रोसेस्ड भोजन ही चुनें। ध्यान रहे कि केवल एक्सपर्ट की सलाह पर ही सप्लीमेंट्स का सेवन करें।
5. माइक्रोन्यूट्रिएंट्स और हाइड्रेशन पर ध्यान में रखें- Micronutrients And Hydration Are Also Crucial
विटामिन, मिनरल्स और पर्याप्त पानी मेटाबॉलिज्म और रिकवरी के लिए बहुत जरूरी हैं। न्यूट्रिशन और वर्कआउट तभी असर दिखाते हैं, जब इन्हें लगातार, सही नींद और कम तनाव वाली लाइफस्टाइल के साथ अपनाया जाए।
निष्कर्ष:
प्रोटीन से भरपूर डाइट, समझदारी से लिए गए कार्ब्स, हेल्दी फैट्स, संतुलित कैलोरी, पर्याप्त पानी और नियमित वर्कआउट, इन सबके संतुलन से आप स्वस्थ तरीके से मांसपेशियां बढ़ा सकते हैं और फैट कम कर सकते हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।
यह विडियो भी देखें
Read Next
Paneer vs Tofu: हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए क्या बेहतर ऑप्शन? खुद डाइट एक्सपर्ट से जानें
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Dec 12, 2025 18:38 IST
Published By : Yashaswi Mathur