
Paneer vs Tofu: पनीर और टोफू, दोनों ही सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। पनीर और टोफू दोनों ही प्रोटीन से भरपूर फूड है जिनका सेवन लोग वेट लॉस से लेकर तमाम प्रकार के डाइट में करते हैं। माना जाता है कि पनीर का सेवन मांसपेशियों को एनर्जी देने के साथ शरीर के अलग-अलग अंगों को हेल्दी रखने में मददगार है। इसके अलावा टोफू पसंद करने वाले वो लोग हैं जो कि दूध या डेसरी प्रोडक्ट्स से बचते हैं। दरअसल, दूध से बनी चीजों का सेवन शरीर में फैट बढ़ाने के साथ कुछ हद तक कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ाता है। इतना ही नहीं आजकल बहुत से लोग पनीर खाने से इसलिए भी बचते हैं क्योंकि ये शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी बढ़ा सकता है। ऐसे में सवाल आता है कि अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आपको किसका सेवन करना चाहिए, टोफू का या फिर पनीर का? जानते हैं इस बारे Ms. Edwina Raj, Head of Services - Clinical Nutrition & Dietetics, Aster CMI Hospital, Bangalore से।
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पनीर या टोफू, हाई कोलेस्ट्रॉल में किसका सेवन करें?
Ms. Edwina Raj बताती हैं कि हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों के लिए, टोफू आमतौर पर पनीर से बेहतर होता है क्योंकि टोफू में संतृप्त वसा कम होती है, यह सोया से बना होता है और शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है, जबकि अधिकांश पनीर में संतृप्त वसा और नमक की मात्रा अधिक होती है, जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकती है और हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ा सकती है। हालांकि पनीर में कैल्शियम और प्रोटीन होता है, लेकिन वसा की मात्रा इसे कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे लोगों के लिए कम उपयुक्त बनाती है।

दिल की सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद है टोफू
अब बात टोफू की करें तो पौधे-आधारित प्रोटीन और आइसोफ्लेवोन नामक प्राकृतिक यौगिक भी होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य के लिए सहायक हो सकते हैं और इसे अतिरिक्त फैट डाले बिना कई सरल तरीकों से पकाया जा सकता है, जैसे कि स्टर-फ्राई, सलाद या सूप में। टोफू की खास बात यह भी है ये स्वादों को आसानी से अवशोषित कर लेता है, जिससे यह कई व्यंजनों में पनीर का एक स्वस्थ विकल्प बन जाता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल में कम खाएं पनीर
दूसरी ओर, हाई कोलेस्ट्रॉल होने पर पनीर का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। कॉटेज चीज या कम फैट वाले पनीर जैसे विकल्पों को चुनने से इसके प्रभाव को कम करने में मदद मिल सकती है लेकिन फिर भी इसे प्रतिदिन अधिक मात्रा में नहीं खाना चाहिए। टोफू में फाइबर भी होता है, जो पनीर में नहीं होता। फाइबर शरीर से अतिरिक्त फैट को निकालकर कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। जो लोग हाई फैट वाले डेयरी उत्पादों से टोफू पर स्विच करते हैं, वे अक्सर बेहतर हृदय स्वास्थ्य और आसान पाचन का अनुभव करते हैं।
हालांकि, स्वाद और खान-पान की आदतें भी महत्वपूर्ण हैं। इसलिए, अगर किसी को पनीर पसंद है, तो वे इसे कभी-कभी नियंत्रित मात्रा में खा सकते हैं। उन्हें ताजा, कम नमकीन किस्म के पनीर को प्राथमिकता देनी चाहिए। कुल मिलाकर, उच्च कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित या कम करने की जरूरत वाले किसी भी व्यक्ति के लिए टोफू एक बेहतर विकल्प बना हुआ है। इस प्रकार से आप टोफू को हेल्दी विकल्प मे चुन सकते हैं जो कि हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
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FAQ
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से शरीर में क्या दिक्कत होती है?
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने शरीर में कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि धमनियों में ब्लॉकेज, हार्ट अटैक का खतरा, मोटापे की बीमारी और फैटी लिवर की समस्या भी हो सकती है। इसलिए आपको कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने की कोशिश करनी चाहिए ताकि आपको सेहत से जु़ड़ी ये समस्याएं न हो।कोलेस्ट्रॉल जल्दी कम कैसे करें?
कोलेस्ट्रॉल जल्दी कम करने के लिए अपनी डाइट में फैट की मात्रा को कंट्रोल करने की कोशिश करें। इसके अलावा आप डाइट में डेयरी प्रोडक्ट्स को कंट्रोल करके भी कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर सकता है।क्या मीठा खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है?
ज्यादा मीठा खाने से आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है। दरअसल, ज्यादा मीठा खाने से ट्राइग्लिसराइड्स का लेवल बढ़ सकता है और शरीर में फैट व कैलोरी की मात्रा भी बढ़ सकती है इसलिए इसका सेवन कम करें।
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Dec 12, 2025 17:55 IST
Published By : Pallavi Kumari