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क्या तनाव के कारण सांस लेने में समस्या हो सकती है? जानें एक्सपर्ट से

Can Stress Trigger Shortness Of Breath: तनाव की वजह से बॉडी का फाइट-फ्लाइट रेस्पॉन्स एक्टिव हो जाता है, जो कि हार्ट रेट को बढ़ा सकता है। ऐसे में सांस संबंधी समस्या भी ट्रिगर हो जाती है।
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क्या तनाव के कारण सांस लेने में समस्या हो सकती है? जानें एक्सपर्ट से

Shortness Of Breath Due To Stress: तनाव शरीर की एक नेचुरल प्रक्रिया है। सामान्य और सीमित तनाव से हम समस्याओं से निपटना सीखते हैं और मुश्किलों का समाधान निकालते हैं। विशेषज्ञ भी इस बात को सपोर्ट करते हैं कि हल्का-फुल्का तनाव हमारे हेल्थ के लिए अच्छा है। वहीं, अगर कोई लंबे समय तक तनाव में रहता है, तो यह सही नहीं है। इसकी वजह से कई तरह की शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं, जैसे सिरदर्द, हार्ट रेट बढ़ना, थकान, कमजोरी, एनर्जी का स्तर कम होना, इम्यून सिस्टम का कमजोर होना आदि। कई लोगों का यह भी मानना है कि स्ट्रेस की वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत आती है। सवाल है, क्या वाकई तनाव और सांस संबंधी समस्या का आपस में कोई कनेक्शन है? आइए, जानते हैं इस बारे में क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट और सुकून साइकोथैरेपी सेंटर की फाउंडर दीपाली बेदी क्या बताते हैं।


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क्या तनाव के कारण सांस लेने में समस्या हो सकती है?- Can You Get Shortness Of Breath From Stress

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एक्सपर्ट्स की मानें, तनाव और सांस लेने में कठिनाई होने का आपस में गहरा संबंध है। दरअसल, जब गहरा तनाव होता है, तो बॉडी अपने आप फाइट-फ्लाइट (Fight-or-Flight Response) मोड में चला जाता है। बॉडी के इस रेस्पॉन्स (Stress Response) की वजह से हार्ट रेट बढ़ जाता है और जैसे-जैसे तनाव का स्तर बढ़ेगा, हृदय गति और तेज हो जाती है। नतीजतन, व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। ऐसे लगता है, जैसे सांस नहीं आ रही है। तनाव के कारण सांस लेने से संबंधित समस्या के साथ-साथ कई अन्य लक्षण भी उभर सकते हैं, जैसे सीने में दर्द, चक्कर आना आदि।

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तनाव की वजह से सांस संबंधी समस्या कैसे होती है?- How Does Stress Cause Shortness Of Breath

  • हार्मोन रेस्पॉन्सः जब आप अत्यधिक तनाव में होते हैं, तो इसकी वजह से एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल हार्मोनल रिलीज होते हैं। ज्यादा मात्रा में इन हार्मोन का रिलीज होना हेल्थ के लिए सही नहीं है। इससे हृदय गति और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।
  • फाइट-फ्लाइट रेस्पॉन्सः तनाव के कारण बॉडी का फाइट-फ्लाइट रेस्पॉन्स भी एक्टिव हो जाता है। ऐसे में मांसपेशियों में तनाव बढ़ता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ (Rapid Breathing) होती है और प्रॉपर ऑक्सीजन सप्लाई नहीं हो पाता है।
  • मसल्स टेंशनः जब कोई व्यक्ति काफी ज्यादा तनाव में होता है, तो ऐसे में सांस लेने के जिम्मेदार मांसपेशियां टाइट हो जाती हैं। बढ़ते स्टिफनेस की वजह से ब्रीदिंग प्रॉब्लम होने लगती है।

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कब जाएं डॉक्टर के पास

  • अगर तनाव इस हद तक बढ़ गया है कि सांस संबंधी समस्या होने लगी है और यह धीरे-धीरे गंभीर होता जा रहा है, तो बिना देरी कि मेडिकल हेल्प लें।
  • अगर आपके साथ अक्सर ऐसा होता है कि आपको तनाव की वजह से सांस संबंधी समस्या होने लगती है, तो यह भी खतरे का संकेते है। इस स्थिति में भी आपको तुरंत डॉक्टर पास जाना चाहिए।
  • सांस संबंधी समस्या के साथ-साथ यह नोटिस करें कि कहीं आपको खांसते हुए खून की उल्टी, सीने में दर्द (Chest Tightness) और चक्कर आने की समस्या तो नहीं हो रही है। अगर ऐसा है, तो भी आपको प्रोफेशनल के पास जाना चाहिए।

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स्ट्रेस को कैसे मैनेज करें

सीमित मात्रा में स्ट्रेस स्वास्थ्य के लिए सही है। अगर आपको अक्सर स्ट्रेस होता है, तो यहां दिए गए टिप्स को फॉलो करें-

  • रिलैक्सेशन तकनीक अपनाएं। इसके लिए, मेडिटेशन, ब्रीदिंग एक्सरसाइज आदि करें। 
  • तनाव होने पर कुछ समय अपने लिए निकालें और कुछ मन का करें। इससे भी तनाव कम करने में मदद मिलती है।
  • तनाव बढ़ने पर आप कुछ देर के लिए वॉक कर आएं। वॉक करने से माइंड डाइवर्ट होता है और स्ट्रेस में कमी आती है।

निष्कर्ष

तनाव होने पर सांस संबंधी समस्या हो सकती है, हालांकि ऐसा गंभीर मामलों में ही देखा जाता है। अगर किसी के साथ ऐसी समस्या हो रही है, तो उन्हें इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। इस तरह की स्थिति किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकती है या बिगड़ते स्वास्थ्य की ओर इशारा कर सकती है। याद रखें, अगर आप अपने तनाव को मैनेज नहीं कर पा रहे हैं, तो इसे हल्के में न लें। अपने करीबियों की मदद लें और जरूरी हो, तो एक्सपर्ट से मिलें।

All Image Credit: Freepik

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  • Nov 24, 2025 13:24 IST

    Published By : Meera Tagore

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