स्ट्रेस से व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ता है। तनाव के कारण शरीर में कई बदलाव होते हैं, जिनमें तेज सांस लेना भी शामिल है। यह स्थिति अस्थमा को ट्रिगर कर सकती है। इस स्थिति में हुए अस्थमा को स्ट्रेस इंडियूस्ड अस्थमा (Stress Induced Asthma) कहते हैं। इस दौरान व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होने के साथ कई अन्य तरह की समस्याएं भी महसूस हो सकती हैं। इस दौरान लक्षणों को कम करने के लिए इंनहेलर की सहायता ली जा सकती है। इसके अलावा, स्ट्रेस को कम करना भी सिखना चाहिए। इस लेख में नारायणा अस्पताल पल्मोनोलॉजी और स्लीप मेडिसिन सीनियर कंसल्टेंट डॉ. नवनीत सूद से आगे जानते हैं कि स्ट्रेस इंडियूस्ड अस्थमा के कारण और लक्षण क्या हो सकते हैं।
स्ट्रेस इंडियूस्ड अस्थमा के कारण - Causes Of Stress Induced Asthma In Hindi
स्ट्रेस इंडियूस्ड अस्थमा होने का मुख्य कारण तनाव यानि स्ट्रेस होता है। घर में व्यक्ति को कई तरह से स्ट्रेस हो सकता है। जैसे इमोशनल स्ट्रेस, प्रदूषण, भीड़भाड़ और तेज आवाज से तनाव होना व एकेडिमक पर्मोमेंशन का स्ट्रेस आदि। इसके अलावा भी कुछ कारक आपके स्ट्रेस को बढ़ा सकते हैं। इन कारकों के बारे में आगे बताया गया है।
सूजन
सूजन भी स्ट्रेस इंडियूस्ड अस्थमा का कारण मानी जा सकती है। दरअसल, सूजन की वजह से अस्थमा के लक्षण महसूस हो सकते हैं। ट्रांसपोर्ट में शोर में रहना, तंबाकू खाने, और एलर्जी से भी अस्थमा की समस्याएं हो सकती है।
तेजी से सांस लेना
इस दौरान शरीर तनाव को खतरे की तरह समझता है, ऐसे में सिमपैथी नर्वस सिस्टम (तंत्रिका तंत्र) को एक्टिवेट करता है। यह तंत्रिका तंत्र का वह हिस्सा है जो आपात स्थिति पर प्रतिक्रिया करता है। ऐसे में आपकी सांसे तेज हो सकती है। साथ ही, मांसपेशियों में तनाव होता है। ऐसे में आपका सांस लेने में परेशानी हो सकती है, जिसकी वजह से अस्थमा अटैक आ सकता है। हालांकि गहरी सांस लेने वाली योगा से आप अस्थमा की समस्या को कम कर सकते हैं।
दवा पर असर
तनाव किसी व्यक्ति की अस्थमा की कुछ दवाओं के प्रति प्रतिक्रिया को कम कर सकता है। इनमें इनहेल्ड बीटा-2-एगोनिस्ट्स, जैसे एल्ब्युटेरोल (वेंटोलिन), और इनहेल्ड कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स, जैसे दवाई शामिल हैं।
स्ट्रेस इंडियूस्ड अस्थमा के लक्षण क्या हो सकते हैं - Symptoms Of Stress Induced Asthma In Hindi
स्ट्रेस इंडियूस्ड अस्थमा में रोगी को खांसी के अलावा भी कई तरह के लक्षण महसूस हो सकते हैं। इनके बारे में आगे बताया गया है।
- सांस लेते समय घरघराहट
- सांस लेने में परेशानी होना
- रात को नींद न आना
- सीने में दर्द व जकड़न
- हार्ट बीट का अचानक तेज होना, आदि।
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स्ट्रेस इंडियूस्ड अस्थमा को कम करने के लिए आप डॉक्टर की बताई दवाओं का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, आपको लाइफस्टाइल में योग और एक्सरसाइज करनी चाहिए। गहरी सांस की वाले योग आसन से आप फेफड़ों को मजबूत बना सकते हैं।
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