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घुटनों के अर्थराइटिस में रोज कितनी देर वॉक करना सही है? डॉक्टर से जानें

सर्दियों में या उम्र बढ़ने के साथ घुटनों में दर्द, जकड़न और सूजन की समस्या बढ़ जाती है। खासकर ऑस्टियोआर्थराइटिस वाले लोगों के लिए वॉकिंग करना एक बड़ा सवाल बन जाता है, यहां जानिए, घुटनों के अर्थराइटिस में रोज कितनी देर वॉक करना सही है?
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घुटनों के अर्थराइटिस में रोज कितनी देर वॉक करना सही है? डॉक्टर से जानें

ठंडी सुबह का मौसम, हल्की धूप की लहरें और पार्क की पगडंडियों पर धीरे-धीरे चलते लोग, यह नजारा सर्दियों में आम है लेकिन इन्हीं लोगों में कुछ ऐसे भी होते हैं, जिनके कदम हर सुबह एक सवाल के साथ उठते हैं कि क्या आज चलना ठीक रहेगा? कहीं ज्यादा चलने से घुटनों में दर्द न बढ़ जाए? अगर आपके घर में कोई बुज़ुर्ग हैं या आप खुद घुटनों की अर्थराइटिस से जूझ रहे हैं, तो यह चिंता बिलकुल आम है। क्योंकि सर्दियों का मौसम अपने साथ सिर्फ ठंड ही नहीं लाता, बल्कि जकड़न, सूजन, और जोड़ों का दर्द भी ले आता है। हर कदम के साथ घुटनों से आने वाली आवाज कई बार मन में डर पैदा कर देती है। डॉक्टरों के पास भी सर्दियों में घुटनों के दर्द की शिकायतें बढ़ जाती हैं। लोग पूछते हैं, ''डॉक्टर साहब, वॉकिंग करूं या रुक जाऊं? कितनी दूरी तक चलना सुरक्षित है? क्या ज्यादा चलने से कार्टिलेज खराब हो सकता है?'' इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने, दिल्ली के वसंतकुज स्थित फोर्टिस अस्पताल के ऑर्थोपेडिक डॉक्टर गुरिंदर बेदी से बात की-


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घुटनों के अर्थराइटिस में रोज कितनी देर वॉक करना सही है? - How Much Walking Is Safe For People With Knee Arthritis

डॉक्टर गुरिंदर बेदी बताते हैं कि घुटनों में ऑस्टियोआर्थराइटिस वाले मरीजों के लिए 10-20 मिनट की हल्की वॉक, दिन में 1-2 बार, एक सुरक्षित शुरुआत मानी जाती है। यदि दर्द कम है और मरीज को असुविधा नहीं होती, तो दूरी को धीरे-धीरे बढ़ाकर 3,000-5,000 स्टेप तक ले जाया जा सकता है। हालांकि, हर व्यक्ति की क्षमता और दर्द का लेवल अलग होता है। इसलिए शुरुआत हमेशा कम दूरी से करनी चाहिए और हर 3-5 दिन में कुछ मिनट बढ़ाने चाहिए।

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कुछ संकेत बताते हैं कि शरीर को आराम चाहिए। अगर वॉकिंग करते समय या उसके बाद तेज दर्द महसूस होने लगे, घुटने लाल या गर्म होने लगें, सूजन बढ़ जाए, पैर में झनझनाहट या कमजोरी आए तो तुरंत रुक जाना चाहिए और अगले 24-48 घंटों तक वॉकिंग में कमी करनी चाहिए। डॉक्टर सलाह देते हैं कि दर्द ज्यादा हो, तो एक्सरसाइज रोक देना ही बेहतर है।

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कौन सी वॉकिंग सबसे सुरक्षित है? - Which walking is the safest

घुटनों में अर्थराइटिस होने पर सामान्य सड़क पर चलने से ज्यादा फायदा सॉफ्ट सतहों पर चलने से होता है, जैसे-

  • पार्क की घास
  • रबर ट्रैक
  • घर के अंदर फ्लैट फर्श

कंकड़-पत्थर या ढलान वाली सड़कें घुटनों पर ज्यादा दबाव डालती हैं, इसलिए शुरुआती स्टेज वाले मरीजों को इन्हें अवॉइड करना चाहिए।

निष्कर्ष

घुटनों में अर्थराइटिस होने के बाद वॉकिंग बंद करने के बजाय इसे सही तरीके से और संतुलित मात्रा में करना सबसे समझदारी भरा कदम है। आमतौर पर 10-20 मिनट की हल्की वॉक, दिन में एक से दो बार, सुरक्षित मानी जाती है लेकिन हर व्यक्ति की स्थिति अलग होती है, इसलिए अपनी क्षमता को समझते हुए दूरी धीरे-धीरे बढ़ानी चाहिए। सही जूते, सही सतह और सही तकनीक अपनाने से वॉकिंग दर्द को कम करने, घुटनों की गतिशीलता बढ़ाने और जीवन की क्वालिटी सुधारने में बड़ा योगदान दे सकती है।

All Images Credit- Freepik

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  • Nov 24, 2025 09:06 IST

    Published By : Akanksha Tiwari

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