Does Knuckle Cracking Cause Osteoarthritis In Hindi: उंगलियां चटकाना एक रिलैक्सिंग एक्टिविटी है। जब हम घंटों कोई एक काम करते हैं, तो अक्सर अपने मन को डाइवर्ट करने के लिए उंगलियां चटका लेते हैं। कई बार लंबे समय तक की-बोर्ड पर काम करने से उंगलियों में थकान हो जाती है। इससे राहत पाने के लिए भी हम उंगलियां चटका लेते हैं। हालांकि, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि बहुत ज्यादा उंगलियां चटकाना सही नहीं होता है। ऐसा करने से उंगलियों के जोड़ों में दर्द हो सकता है, हाथ की ग्रिप कमजोर हो सकती है और किसी चीज को पकड़ने में तकलीफ दिक्कतें आ सकती हैं। यहां यह सवाल भी मन में उठता है कि क्या बार-बार उंगलियां चटकाने से ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है? आइए, जानते हैं इस बारे में इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल और हिलिंग टच क्लीनिक के ऑर्थोपेडिक सर्जन और स्पोर्ट्स इंजरी स्पेशलिस्ट डॉक्टर अभिषेक वैश क्या बताते हैं।
क्या उंगलियां चटकाने से ऑस्टियोआर्थराइटिस हो सकता है?
इससे पहले कि हम यह जानें कि क्या वाकई उंगलियां चटकाने से ऑस्टियोआर्थराइटिस हो सकता है? या यह महज एक भ्रम है? इस बारे में जान लेते हैं कि ऑस्टियोआर्थराइटिस है क्या? ऑस्टियोआर्थराइटिस जोड़ों से जुड़ी एक बीमारी है। इस बीमारी की वजह से जोड़ों में मौजूद कार्टिलेज समय के साथ खराब हो जाते हैं। ऐसे में हड्डियां आपस में रगड़ने लगती हैं, जिससे हड्डियों में सूजन और अकड़न आ जाती है। असल में, ऑस्टियोआर्थराइटिस अर्थराइटिस का ही एक रूप है। तो अब जानते हैं कि उंगलियां चटकाने से ऑस्टियोआर्थराइटिस हो सकता है या नहीं? इस बारे में डॉक्टर का कहना है, "कई लोगों को उंगलियां चटकाना बहुत पसंद आता है। लेकिन, इसका ऑस्टियोआर्थराइटिस से कोई संबंध नहीं है।" नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित लेख की मानें, तो इनका आपस में कोई कनेक्शन नहीं है। हालांकि, यह सच है कि किसी को ऑस्टियोआर्थराइटिस है, तो उन्हें उंगलियां नहीं चटकानी चाहिए, क्योंकि इसकी वजह से उन्हें जोड़ों में दर्द हो सकता है और हड्डियों से जुड़ी अन्य तकलीफें भी हो सकती हैं।
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ऑस्टियोआर्थराइटिस के कारण
चूंकि, उंगलियां चटकाने की वजह से ऑस्टियोआर्थराइटिस नहीं होता है। तो ऐसे में यह जान लेना आवश्यक है कि यह बीमारी किन कारणों से होती है? इस बारे में डॉक्टर समझाते हैं, "ऑस्टियोआर्थराइटिस के कुछ मुख्य कारण हैं, जैसे बढ़ती उम्र, जेनेटिक्स, ज्वाइंट में इंजुरी, मोटापा और जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव डालना। कभी-कभी असामान्य ज्वाइंट अलाइनमेंट की वजह से भी ऑस्टियोआर्थराइटिस का रिस्क बढ़ जाता है। अगर किसी को ऑस्टियोआर्थराइटिस है, तो उन्हें लापरवाही नहीं करनी चाहिए, बल्कि समय रहते डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।"
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बार-बार उंगलियां चटकाने के नुकसान
किसी भी शारीरिक गतिविधि को अगर बार-बार किया जाए, तो इसकी वजह से कई तरह की दिक्कतें हो जाती हैं। ऐसा ही बार-बार उंगलियां चटकाने पर भी होता है। जैसे-
- उंगलियों में दर्द होनाः अगर आप कंटीन्यू अपनी उंगलियां चटकाते हैं, तो ऐसे में उंगलियों में दर्द हो सकता है। वहीं, अगर दर्द पहले से ही है, तो दर्द बढ़ सकता है।
- कुछ समय के लिए असहज महसूस करनाः कई बार आपने नोटिस किया होगा कि आपके द्वारा बार-बार उंगलियां चटकाने से आसपास के लोग असहज हो जाते हैं। यहां तक कि आपके लिए भी यह असहजता का कारण बन सकता है।
- उंगलियों की सॉफ्ट टिश्यू में चोट लगनाः विशेषज्ञ भी बार-बार उंगलियां चटकाने से मना करते हैं, क्योंकि इसकी वजह से न सिर्फ उंगलियों की सॉफ्ट टिश्यू को नुकसान हो सकता है, बल्कि उंगलियां के ज्वाइंट्स में भी दर्द हो सकता है।
- उंगलियों में सूजन आ जानाः कई दफा बार-बार उंगलियां चटाने की वजह से उंगलियों में सूजन आ जाती है, जो कि आपके हाथ की पकड़ को कमजोर कर सकती है।
FAQ
उंगली चटकाने से कौन सी बीमारी होती है?
उंगलियां चटकाने से कोई बीमारी नहीं होती है। हां, अगर आप बार-बार उंगलियां चटकाते हैं, तो इसकी वजह से उंगलियों में दर्द और सूजन हो सकती है।उंगलियां क्यों नहीं चटकानी चाहिए?
कभी-कभी उंगलियां चटकाने में कोई बुराई नहीं है। लेकिन, इसे अपनी आदत नहीं बनानी चाहिए। अगर आप आदतन उंगलियां चटकाते हैं, तो इसकी वजह से उंगलियों में सूजन, हाथ की पकड़ का कमजोर होना, उंगलियों में हमेशा दर्द रहने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।रात को उंगलियां चटकाने से क्या होता है?
आप चाहें, दिन में उंगलियां चटकाएं या रात में। इसका एक ही किस्म का प्रभाव आपको देखने को मिलेगा। किसी को भी उंगलियां चटकाने को अपनी आदत नहीं बनाना चाहिए। ऐसा करने का उंगलियों की हड्डियों पर नेगेटिव असर दिख सकता है। वहीं, अगर किसी को अर्थराइटिस है, तो उनकी उंगली के जोड़ में तकलीफ बढ़ सकती है।