Knee Arthritis Early Symptoms: घुटने की अर्थराइटिस एक सामान्य समस्या है जो उम्र बढ़ने के साथ-साथ होती है। यह स्थिति तब होती है जब घुटने के जोड़ों में कार्टिलेज धीरे-धीरे खराब होने लगती है। शुरुआती चरण में इसके लक्षण बेहद सामान्य होते हैं, लेकिन समय के साथ यह स्थिति गंभीर होने लगती हैं। घुटने में अर्थराइटिस की समस्या को नजरअंदाज करना आगे चलकर बेहद गंभीर समस्या में बदल सकता है। इसकी वजह से मरीज को चलने-फिरने में दिक्कत, तेज दर्द समेत कई गंभीर स्थितियों का खतरा रहता है। आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं, घुटने की अर्थराइटिस के बारे में।
घुटने की अर्थराइटिस के शुरुआती लक्षण
घुटने की अर्थराइटिस के शुरुआती लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं और अक्सर लोग इसे सामान्य समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, "घुटने की अर्थराइटिस भी एक तरह की गठिया जैसी समस्या है, जिसमें मरीज को दर्द, ऐंठन समेत कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।"
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घुटने की अर्थराइटिस के शुरुआती लक्षण इस तरह से दिखते हैं-
- दर्द: घुटने में हल्का दर्द जो गतिविधि के बाद बढ़ सकता है और आराम के बाद कम हो सकता है।
- सूजन: घुटने में हल्की सूजन हो सकती है, खासकर दिन के अंत में।
- कड़कपन: घुटने को मोड़ने या सीधा करने में कठिनाई हो सकती है, विशेष रूप से सुबह उठने के बाद।
- दर्द के साथ क्रंचिंग या पॉपिंग की आवाज: घुटने को मोड़ने या सीधा करने पर हल्की आवाज आ सकती है।
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए। शुरुआती चरण में ही इलाज शुरू करने से स्थिति को बिगड़ने से रोका जा सकता है।
घुटने की अर्थराइटिस से बचाव
घुटने की अर्थराइटिस को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन जीवनशैली में बदलाव और खानपान से जुड़ी आदतों में बदलाव करने से इसे कंट्रोल करने में मदद मिलती है। घुटने की अर्थराइटिस की समस्या से बचाव के लिए इन बातों का ध्यान रखें-
- हेल्दी वजन बनाए रखें: वजन बढ़ने से घुटनों पर दबाव ज्यादा पड़ता है। इसकी वजह से गठिया या अर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है। वजन कंट्रोल में रखने के लिए आपको खानपान और जीवनशैली का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा नियमित रूप से व्यायाम जरूर करें।
- मांसपेशियों को मजबूत बनाएं: जांघ की मांसपेशियों के मजबूत होने पर घुटने के दबाव को कम करने में मदद मितली है। नियमित व्यायाम जैसे स्क्वैट्स, लंग्स और स्ट्रेचिंग से मांसपेशियों को मजबूत बनाया जा सकता है।
- सही व्यायाम चुनें: प्रभाव वाले व्यायाम जैसे दौड़ना और टेनिस घुटनों पर अधिक दबाव डाल सकते हैं। तैराकी, साइकिलिंग और वाटर एरोबिक्स जैसे कम प्रभाव वाले व्यायाम चुनें।
- ठंड से बचें: ठंड के मौसम में घुटनों को गर्म रखने के लिए कपड़े पहनें। गर्म पानी की बोतल या गर्मी पैक का उपयोग भी किया जा सकता है।
- आराम करें: अगर आपके घुटने में दर्द है, तो उसे आराम दें। ज्यादा देर तक खड़े रहने या बैठने से बचें।
- सही जूते पहनें: अच्छे सपोर्ट वाले जूते पहनें जो आपके पैरों को आरामदायक स्थिति में रखें।
- धूम्रपान छोड़ें: स्मोकिंग करने से कार्टिलेज को नुकसान पहुंच सकता है और अर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है।
घुटने की अर्थराइटिस एक आम समस्या है, लेकिन इसके शुरुआती लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है। स्वस्थ जीवनशैली, व्यायाम, और वजन नियंत्रण से इस स्थिति को रोकने या धीमा करने में मदद मिल सकती है। यदि आपको घुटने में दर्द या सूजन है, तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
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