
Hip Arthritis Kya Hota Hai: पुराने जमाने में जमीन या फर्श पर बैठने का चलन था। इससे शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी भी बनी रहती थी। आज के समय में न इंडियन टॉयलेट में लोग नीचे बैठ पाते हैं और न उनसे फर्श पर बैठा जाता है। बुजुर्गों में यह समस्या आम है, लेकिन आजकल युवा वर्ग भी नीचे बैठने में संकोच महसूस करता है, क्योंकि फर्श से उठने में उन्हें मुश्किल महसूस होती है। क्या आपको साथ भी ऐसा होता है कि फर्श से उठा नहीं जाता? अगर हां, तो सावधान हो जाएं, यह हिप अर्थराइटिस का लक्षण (Hip Arthritis Symptom) हो सकता है। अगर समय रहते हिप अर्थराइटिस के लक्षण पहचाने न जाएं और इलाज न हो, तो सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है, यहां तक कि व्यक्ति को जिंदगी भर बेड पर ही लेटा रहना पड़ सकता है। इसलिए इस गंभीर बीमारी के बारे में विस्तार से जानते हैं, इस लेख में हम आपको बताएंगे हिप अर्थराइटिस के लक्षण, कारण और इलाज। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के अपोलो हॉस्पिटल के ऑर्थो डिपार्टमेंट के आर्थोपेडिक सर्जन डॉ इमरान अख्तर से बात की।
हिप अर्थराइटिस क्या है?- What Is Hip Arthritis
हिप अर्थराइटिस होने के कारण जोड़ों में सूजन और दर्द महसूस होता है। यह तकलीफ, हड्डियों और कार्टिलेज (Cartilage) के बीच घर्षण को बढ़ा सकता है। यह स्थिति धीरे-धीरे विकसित होती है और रोजमर्रा के कामकाज में मुश्किल पैदा करती है। अमेरिका के सीडीसी (Centers for Disease Control and Prevention) के मुताबिक, हिप अर्थराइटिस की स्थिति हाथों, कूल्हों, पीठ और घुटनों में आमतौर पर देखी जाती है। इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
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हिप अर्थराइटिस के लक्षण- Symptoms Of Hip Arthritis
- लंंबे समय तक चलने में दर्द होना।
- जोड़ों का सख्त होना, खासकर सुबह के समय।
- हिप या जांघ में दर्द महसूस होना।
- फर्श या कुर्सी से उठने में परेशानी होना।
हिप अर्थराइटिस के कारण- Causes Of Hip Arthritis
- डॉ इमरान अख्तर ने बताया कि मोटापा (Obesity) से पीड़ित लोगों के हिप्स पर दबाव पड़ने के कारण हिप अर्थराइटिस की समस्या हो सकती है।
- अगर परिवार में किसी को हिप अर्थराइटिस है, तो जेनेटिक कारणों से आपको भी यह समस्या हो सकती है।
- जोड़ों में चोट (Joint Injury) या फ्रैक्चर के कारण, हिप अर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है।
- उम्र बढ़ने के साथ हिप के जोड़ में कार्टिलेज की कमी से हिप अर्थराइटिस की समस्या हो सकती है।
हिप अर्थराइटिस का इलाज- Treatment Of Hip Arthritis
हिप अर्थराइटिस का इलाज समय रहते करवाएं, डॉक्टर की सलाह को फॉलो करें। अर्थराइटिस के इलाज में देरी करने से लक्षण गंभीर रूप ले सकते हैं।
- हिप अर्थराइटिस होने पर डॉक्टर दर्द को कम करने के लिए एंटी-इंफ्लेमेटरी दवा देते हैं।
- फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने के लिए फिजियोथेरेपी (Physiotherapy) करवाने की सलाह दी जाती है।
- हिप्स की मसल्स पर जोर न पड़े इसके लिए वजन कंट्रोल (Weight Management) करने की सलाह भी दी जाती है।
- हिप अर्थराइटिस के गंभीर मामलों में हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी की जाती है।
- ऐसी स्थिति में लंबे समय तक खड़े होने या भारी वजन उठाने से बचने की सलाह दी जाती है।
निष्कर्ष:
अगर फर्श से उठते समय परेशानी हो, तो उसे नजरअंदाज न करें। हिप अर्थराइटिस के शुरुआती लक्षणों को पहचानें और समय पर इलाज करवाएं।
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