समय के साथ कई तरह के रोग शरीर में उभरने लगते हैं। ऐसे में मांसपेशियों में कमजोरी और हड्डियों में दर्द होना एक आम समस्या बन जाती है। उम्र बढ़ने के साथ लोगों को जोड़ो का दर्द होने लगता है। इसके साथ ही, उन्हें उठने और बैठने में भी परेशानी होती है। इसके अलावा, शरीर में यूरिक एसिड के कारण गठिया होने की संभावना भी बढ़ जाती है। कुछ लोगों को गठिया के कारण कूल्हे में तेज दर्द की शिकायत हो सकती है। इस दौरान व्यक्ति को चलने फिरने में भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इस लेख में आगे जानते हैं कि कूल्हे का गठिया (हिप अर्थराइटिस) होने पर बुजुर्गों को क्या लक्षण महसूस हो सकते हैं।
बुजुर्गों में हिप अर्थराइटिस के लक्षण - Sign Of Hip Arthritis In The Elderly In Hindi
लगातार कूल्हे में दर्द
कूल्हे के गठिया (हिप अर्थराइटिस) के लक्षणों में जोड़ में लगातार दर्द होना शामिल है। यह दर्द आम तौर पर हिलने-डुलने, जैसे चलने, खड़े होने या सीढ़ियां चढ़ने पर बढ़ जाता है। शुरुआत में, इसे सामान्य उम्र से संबंधित परेशानी समझ सकते हैं। लेकिन, समय के साथ ये दर्द बढ़ने लगता है। या दर्द कमर, जांघ या नितंबों (मलाशय का बाहरी भाग) तक भी फैल सकता है।
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हिलने में परेशानी होना
जैसे-जैसे गठिया रोग बढ़ता है, कूल्हे के जोड़ में कठोरता बढ़ सकती है। ऐसे में बुजुर्गों को काम करने में परेशानी हो सकती है। इस समस्या में बुजुर्ग व्यक्तियों को जूते के फीते बांधना या मोज़े पहनना जैसी रोजमर्रा के काम करने में परेशानी हो सकती है। उन्हें अपने पैरों को फैलाना या घुटनों को ऊपर उठाना मुश्किल हो सकता है।
चलने में कठिनाई होना
कूल्हे के गठिया में बुजुर्ग व्यक्तियों के चलने के तरीके में बदलाव आ सकता है। कूल्हे में दर्द की वजह से वह लंगड़ाकर चलने लगते हैं। ऐसा दर्द को कम करने के लिए करते हैं। कूल्हे के जोड़ में दर्द के कारण वह धीरे-धीरे चलते हैं। इससे उनके गिरने और चोट लगने का खतरा बढ़ सकता है।
चलने पर कट-कट की आवाज आना
हिप अर्थराइटिस में व्यक्ति के चलने पर कट-कट की आवाज आ सकती है। साथ ही, व्यक्ति को झनझनाहट महसूस हो सकती है। दरअसल, हिप के जोड़ो का कार्टिलेज कम होने के कारण ऐसा होता है।
दर्द के कारण नींद न आना
कूल्हे के गठिया का दर्द नींद की क्वालिटी को प्रभावित कर सकता है। इस दर्द में बुजुर्ग व्यक्तियों रात के समय सोने में परेशानी हो सकती है। बिस्तर पर करवट लेते समय दर्द तेज हो सकता है। ऐसे में उनको नींद बार-बार खुल जाती है।
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इसमें व्यक्ति को सूजन भी हो सकती है। इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें। गठिया का दर्द धीरे-धीरे बढ़कर शारीरिक गतिविधियों को पूरी तरह से प्रभावित कर सकता है। इसके शुरुआती लक्षणों में ही आप तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।