Weather Change And Arthritis: मौसम में बदलाव अक्सर हमारे शरीर पर प्रभाव डालता है। विशेष रूप से, गठिया (Arthritis) के मरीजों के लिए मौसम में बदलाव गंभीर होते हैं। बारिश, सर्दी, या गर्मी का मौसम, इन सभी में अर्थराइटिस के मरीजों की परेशानियां बढ़ जाती हैं। तेज गर्मी के बाद अचानक बरसात की वजह से तापमान कम होने लगता है, इस मौसम में गठिया के मरीजों का दर्द बढ़ जाता है। मौसम में बदलाव की वजह से गठिया के लक्षण भी गंभीर होने लगते हैं। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं, मौसम में बदलाव से अर्थराइटिस के मरीजों पर क्या प्रभाव पड़ता है और इसके प्रभाव को कम करने के लिए क्या करना चाहिए?
मौसम में बदलाव और अर्थराइटिस की समस्या
बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, 'बारिश, सर्दी या सर्द हवाओं के मौसम में अर्थराइटिस के मरीजों की समस्याएं तेजी से बढ़ जाती हैं। बारिश के मौसम में ठंडक बढ़ने के कारण गठिया के मरीजों का दर्द ट्रिगर हो सकता है।"
मौसम में बदलाव की वजह से गठिया के मरीजों को इस तरह से परेशानियां हो सकती हैं-
- बारिश का मौसम: बारिश के मौसम में आर्द्रता बढ़ जाती है, जिससे जोड़ों में सूजन बढ़ सकती है। इसके अलावा, बारिश के कारण ठंडक भी बढ़ सकती है, जिससे गठिया के लक्षण और भी बढ़ सकते हैं।
- सर्दी का मौसम: सर्दी में तापमान कम होने से जोड़ों में कठोरता बढ़ सकती है। इससे गठिया के रोगियों को सुबह उठने पर विशेष रूप से परेशानी होती है।
- गर्मी का मौसम: गर्मी में शरीर से अधिक पानी निकलता है, जिससे जोड़ों में सूखापन हो सकता है। इसके अलावा, गर्मी की वजह से जोड़ों में दबाव बढ़ सकता है।
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गठिया के लक्षणों को कम करने के उपाय
गर्म रहें: सर्दी के मौसम में शरीर को गर्म रखना महत्वपूर्ण है। गर्म कपड़े पहनें और घर के तापमान का ध्यान रखें।
नमी को नियंत्रित करें: बारिश के मौसम में घर की नमी को नियंत्रित करने की कोशिश करें। डी-ह्यूमिडिफायर का उपयोग करना मददगार हो सकता है।
नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम जोड़ों की गतिशीलता को बनाए रखने में मदद करता है। हल्के व्यायाम जैसे तैराकी, साइकिलिंग, या योग फायदेमंद हो सकते हैं।
गर्म पानी का सेवन: गर्म पानी पीने से शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद मिलती है और जोड़ों की सूजन को कम करने में मदद कर सकती है।
आहार का ध्यान रखें: संतुलित आहार लेना महत्वपूर्ण है। ओमेगा-3 फैटी एसिड से युक्त खाद्य पदार्थ जैसे मछली, अलसी के बीज, और बादाम जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं।
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वजन नियंत्रण: अतिरिक्त वजन से जोड़ों पर दबाव डालता है। वजन कम करने से गठिया के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।
दवाओं का नियमित सेवन: यदि आप दवा ले रहे हैं, तो इसे नियमित रूप से लें। डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाओं का सेवन करें।
आराम करें: पर्याप्त नींद लें और दिन में कुछ समय आराम करें।
गर्म पानी की बोतल या गर्मी पैक: गर्म पानी की बोतल या गर्मी पैक का उपयोग जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।
अर्थराइटिस के मरीजों को सलाह दी जाती है कि मौसम में बदलाव होने पर अपना ध्यान रखें। मौसम में बदलाव या तापमान में कमी होने पर ऊपर बताए गए उपाय अपनाएं। तापमान कम होने पर परेशानी बढ़ने का खतरा रहता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
(Image Courtesy: freepik.com)
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