Low Calcium And Muscle Cramps: कैल्शियम हमारे शरीर के लिए अहम मिनरल है, जो हमारी हड्डियो और दांतों के लिए जरूरी माना जाता है। यहां तक कि हमारे कई मसल्स फंक्शन जैसे मसल्स कॉन्ट्रैक्शन, नर्व सिग्नल ट्रांसमिशन आदि में कैल्शियम अहम भूमिका निभाता है। अगर हमारे शरीर में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम न हो, तो ब्लड क्लॉटिंग की जटिल प्रक्रिया भी बाधित हो सकती है। इसलिए, बहुत जरूरी है कि हमारी बॉडी में कैल्शियम की कमी न हो। कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए दूध, दूध से बने प्रोडक्ट और कैल्श्यिम युक्त चीजों का सेवन करना चाहिए। बहरहाल, आपने देखा होगा कि तमाम कोशिशों के बावजूद कुछ लोगों में कैल्शियम की कमी हो जाती है। इसकी वजह से पैरों में दर्द, कमजोरी और थकान जैसी दिक्क्तें होने लगती हैं। कुछ लोगों को मांसपेाश्यों में अकड़न भी महसूस होते हैं। सवाल है कि क्या मांसपेशियों में अकड़न और कैल्शियम की कमी का आपस में कोई कनेक्शन है? इसके बारे में क्या बताते हैं इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल और हिलिंग टच क्लीनिक के ऑर्थोपेडिक सर्जन और स्पोर्ट्स इंजरी स्पेशलिस्ट डॉ. अभिषेक वैश।
क्या वाकई कैल्शियम की कमी की वजह से मांसपेशियों में अकड़न आ जाती है?
हां, यह पूरी तरह सच है कि कैल्शियम की कमी होने पर मांसपेशियों में अकड़न हो सकती है। असल में कैल्शियम आयन मसल्स कॉन्ट्रैक्शन और रिलैक्सेशन के आवश्यक होते हैं। जब शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है, तो ऐसे में मसल्स अपने आप सिकुड़ती हैं, जिससे स्टिफनेस आ जाती है, असहजता बढ़ जाती है। नतीजतन, मांसपेशियों में अकड़न, पैरों में दर्द जैसी कई समस्याएं पैदा हो जाती हैं। विशेषज्ञों की मानें, तो कैल्शियम की कमी की वजह से पीठ में भी दर्द बढ़ने लगता है। इसका मतलब यह है कि शरीर में कैल्शियम की कमी की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए। अगर आप लंबे समय तक कैल्शियम की कमी को इग्नोर करते हैं, तो इसकी वजह से कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इसमें याद्दाश्त कमजोर होना, मिर्गी के दौरे पड़ना और हार्ट प्रॉब्लम होना शामिल हैं।
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मांसपेशियों में अकड़न होने पर क्या करें?
गर्म या ठंडी सिंकाई करें
मांसपेशियों में अकड़न होने पर जरूरी है कि आप गर्म या ठंडी सिंकाई करें। गर्म सिंकाई के लिए आप गुनगुने पानी से शॉवर ले सकते हैं। इससे मसल्स रिलैक्स होती हैं, मसल्स की सूजन में कमी आती है, ब्लड फ्लो इंप्रूव होता है। इसी तरह, ठंडी सिंकाई भी मसल्स क्रैंप दूर करने में मदद मिलती है।
स्ट्रेचिंग करें
आपको मसल्स में अकड़न क्यों है, इसकी वजह जानना बहुत जरूरी है। अगर आप फिजिकल एक्टिविटी कमी है, जिसकी वजह से मसल्स स्टिफनेस बढ़ गई है। ऐसे में स्ट्रेचिंग करने से मसल्स स्टिफनेस दूर होती है।
मसाज करें
मसाज करने से भी मसल्स स्टिफनेस से आराम मिलता है। दरअसल, मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, दर्द में आराम आता है। हां, अगर आप किसी प्रोफेशनल की मदद से अपनी बॉडी की मसाज करवाते हैं, तो यह आपके लिए ज्यादा फायदेमंद होता है।
कैल्शियम की कमी कैसे दूर करें
डाइट में करें बदलावः कैल्शियम डेफिशिएंसी दूर करने के लिए आप अपनी डाइट में ऐसी चीजें शामिल करें, जिसमें कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है। इसमें हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध और दूध से बने प्रोडक्ट आदि। बादाम और फल भी कैल्शियम का अच्छा स्रोत हैं।
सप्लीमेंट्स लेंः अगर आपकी बॉडी में कैल्शियम की कमी अधिक हो गई है, तो इसकी अनदेखी बिल्कुल न करें। डॉक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट्स लें। साथ ही, सप्लीमेंट्स के डोज पर विशेष ध्यान दें। आपकी जितनी जरूरत हो, उतने ही सप्लीमेंट लें।
लाइफस्टाइल बदलेंः कई खराब जीवनशैली की वजह से भी कैल्शियम की कमी हो जाती है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि हेल्दी आदतें अपनाएं, रेगुलर एक्सरसाइज करें, वेट ट्रेनिंग करें। इससे बोन डेंसिटी में सुधार होता है और हड्डियों को मजबूती मिलती है।
मेडिकल ट्रीटमेंट लेंः अगर किसी बीमारी की वजह से आपमें कैल्शियम की कमी हो गई है, तो बेहतर है कि अपना इलाज करवाएं। डॉक्टर आपकी कंडीशन देखकर आप इलाज करेंगे। कभी-कभी हाइपोथायराइडिज्म और किडनी डिजीज के कारण विटामिन-डी की कमी हो जाती है।
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निष्कर्ष
विटामिन-डी और मांसपेशियों में क्रैंप का काफी गहरा संबंध है। हमारा शरीर सुचारू ढंग से कार्य करे, इसके लिए बहुत जरूरी है कि नियमित रूप विटामिन-डी का इनटेक बना रहे। इसके लिए, डाइट्री चेंजेस करें और रेगुलर वर्कआउट भी आपकी हेल्थ में सुधार के लिए उपयोगी साबित हो सकता है। अबर किसी मेडिकल कंडीशन की वजह से विटामिन-डी की कमी हो रही है, तो डॉक्टर से इलाज करवाने में देरी न करें।
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FAQ
कैल्शियम की कमी से शरीर में क्या दिक्कत आती है?
कैल्शियम की कमी से शरीर में कई तरह की दिक्कतें आ सकती हैं, जैसे मांसपेशियों में ऐंठन, तनाव और भूलने की बीमारी, होंठ, उंगलियों और पैरों में झुनझुनी और मांसपेशियों में अकड़न और दर्द।कौन से विटामिन की कमी से मांसपेशियों में दर्द होता है?
विटामिन डी की कमी की वजह से मांसपेशियों में दर्द हो सकता है। हालांकि, मांसपेशियों में दर्द का यह अकेला कारण नहीं है। कभी-कभी थकान, कमजोर, चोट लगना आदि भी मांसपेशियों में दर्द का कारण बनते हैं।तेजी से कैल्शियम कैसे बढ़ाएं?
किसी भी तरह के पोषक तत्व को तेजी से शरीर में बढ़ाना सही नहीं होता है। सबसे पहले आप यह नोटिस करें कि क्या वाकई आपके शरीर में कैल्शियम की कमी है। अगर हां, तो ऐसा क्यों हो रहा है और इस स्थिति में डॉक्टर से पूछें कि आपको इसकी कमी को पूरा करने के लिए क्या करना चाहिए। बहरहाल, कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए आप अपनी डाइट में कुछ चीजों को शामिल कर सकते हैं, जैसे दूध और डेयरी प्रोडक्ट, पालक, बथुआ, सहजन, टोफू, छोटी मछलियां, रागी, तिल के बीज, बादाम, आदि।