Can Vitamin D Deficiency Cause Anxiety In Hindi: आज के समय में लोगों की लाइफस्टाइल में कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। हर व्यक्ति आगे निकलने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रहें हैं। समय के साथ काम पर पूरा फोकस करना भले ही आवश्यक हो, लेकिन ऐसे में सेहत को अनदेखा करना बड़ी परेशानी की वजह बन सकता है। काम या पढ़ाई के चलते लोग अपनी डाइट पर ध्यान नहीं देते हैं और वह जंक फूड या कुछ भी खाना खाकर अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं। खाना खाने का मतलब केवल पेट भरना नहीं है, डाइट में सही और पर्याप्त पोषक तत्व लेना बेहद आवश्यक होता है। पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व लेने से आपकी इम्यूनिटी बेहतर होती है जिससे आपको रोग होने की संभावना कम होती है। एसेंट्रिक्स डाइट क्लीनिक की डाइटिशियन शिवाली गुप्ता के अनुसार शरीर को नियमित रूप से विटामिन और मिनरल्स की आवश्यकता होती है, जो डाइट से पूरी की जा सकती है। लेकिन, कुछ विटामिन डी को आप सूर्य की रोशनी से प्राप्त करते हैं। विटामिन डी क कमी (Vitamin D Deficiency) होने पर व्यक्ति को हड्डियों में दर्द (Bone Pain), थकान, कमजोरी, मूड स्विंग्स (Mood Swings) और चिड़चिड़ापन हो सकता है। इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि क्या विटामिन डी की कमी से एंग्जाइटी की समस्या हो सकती है? (Connection Between Vitamin D And Anxiety In Hindi)
क्या विटामिन डी की कमी एंग्जाइटी का कारण बन सकता है?
एक्सपर्ट के अनुसार विटामिन डी शरीर के सभी कार्यों के लिए आवश्यक होता है। यह व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण होता है। ब्रेन के न्यूरोट्रांसमीटर कहे जाने वाले हार्मोन जैसे की सेरोटोनिन और डोपामिन (Dopamine) को विटामिन डी नियंत्रित करता है। जिससे व्यक्ति का मूड बेहतर होता है। साथ ही, उसको इमोशनल समस्याएं नहीं होती है। लेकिन, जब किसी व्यक्ति के शरीर में विटामिन डी का स्तर कम होता है, तो ऐसे में कई तरह के मानसिक विकार जैसे की डिप्रेशन, एंग्जाइटी आदि होने की संभावना बढ़ जाती है।
विटामिन डी की कमी से एंग्जाइटी क्यों होती है? - Causes Of Vitamin D Deficiency Affect Anxiety In Hindi
कोर्टिसोल हार्मोन
विटामिन डी का स्तर कम होने से कोर्टिसोल हार्मोन (Cortisol Hormone), जिसे "स्ट्रेस हार्मोन" भी कहते हैं, का असंतुलन हो सकता है। इसका सीधा असर तनाव और एंग्जाइटी का कारण बन सकता है।
सूजन (Inflammation) बढ़ने का खतरा
विटामिन डी की कमी शरीर में सूजन को बढ़ा सकती है। यह सूजन ब्रेन के उन हिस्सों को प्रभावित कर सकती है, जो तनाव और चिंता को नियंत्रित करते हैं।
सेराटोनिन का असंतुलन
विटामिन D की कमी होने पर ब्रेन के न्यूरोट्रांसमीटर का निर्माण करने वाले कार्य को प्रभावित कर सकता है। विटामिन डी की कमी के कारण सेरोटोनिन का स्तर कम हो सकता है। यह व्यक्ति में अवसाद, चिंता और एंग्जाइटी की वजह बन सकता है।
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Can Vitamin D Deficiency Cause Anxiety In Hindi: विटामिन डी की कमी से बचने के लिए आप सुबह और शाम की धूप में कुछ देर के लिए अवश्य बैठें। इसके साथ ही, लाइफस्टाइल में योग और एक्सरसाइज नियमित रूप से करें। इससे ब्रेन के फंक्शन में सुधार होता है, जिससे एंग्जाइटी, चिंता, अवसाद और डिप्रेशन दूर होता है। यदि, विटामिन डी ज्यादा कम है तो ऐसे में डॉक्टर की सलाह पर आप सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं।