शरीर पर लगी अंदरुनी चोट या फिर गिरने के कारण कुछ सालों बाद भी बॉडी के उस हिस्से में दर्द की समस्या कई लोगों में बनी रहती है। चोट चाहे नई हो या पुरानी कई लोगों के लिए दर्द सहन कर पाना कई बार मुश्किल हो जाता है। ऐसे में डॉक्टर गर्म या ठंडी सेंक करने की सलाह देते हैं। इसलिए कई बार लोग बिना डॉक्टर की सलाह पर ही शरीर में दर्द होने के कारण लोग खुद से घर पर गर्म सिंकाई या ठंडी सिंकाई करने लगते हैं, जिस कारण कई बार दर्द और ज्यादा बढ़ जाता है। अगर आप भी चोट के कारण या किसी और वजह से शरीर में होने वाले दर्द पर कौन सा सेंक करना चाहिए इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं तो आइए फैमिली फिजिशियंस ऑफ इंडिया, ग्रेटर नोएडा के अध्यक्ष डॉक्टर रमन कुमार से जानते हैं कि गर्म या ठंडी सेंक कब करनी चाहिए?
ठंडा सेंक कब करना चाहिए?
नई चोट
ठंडा सेंक चोट लगने के तुरंत बाद सबसे ज्यादा प्रभावी होता है। ठंडी सेंक ब्लड वेसल्स को दबाते हैं, जिससे चोट लगने वाली स्किन पर ब्लड फ्लो कम हो जाता है। चोट लगने के 24-48 घंटों के दौरान ठंडी सेंक सूजन और टिशू को नुकसान पहुंचने को सीमित करने में मदद करता है।
दर्द से राहत
शरीर के किसी हिस्से में दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए आप ठंडा सेंक कर सकते हैं, क्योंकि ये आपके को सुन्न कर देता है, नर्व की गतिविधियों को कम करके अस्थायी दर्द से राहत दिला सकता है, जो दिमाग को भेजे जाने वाले दर्द संकेतों को कम करने में मदद करता है।
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सूजन
शरीर के किसी हिस्से में सूजन की समस्या से राहत पाने के लिए आप ठंडी सेंक कर सकते हैं, क्योंकि यह आपकी सूजन को कम करता है, जो आपतौर पर मोच, खिंचाव, या खरौंच लगने के कारण होता है।
गर्म सेंक कब करना चाहिए?
शरीर की अकड़न
तंग मांसपेशियों को आराम देने और ब्लड फ्लो को बेहतर करने के लिए आप गर्म सेंक कर सकते हैं, जो शरीर की अकड़न को कम करने और दर्द से राहत दिलाने में मदद करती है। यह एक्सरसाइज या ज्यादा शारीरित गतिविधियां करने के बाद शरीर में होने वाली अकड़न और दर्द के लिए उपयोग होता है।
मांसपेशियों में ऐंठन
गर्म सेंक करने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है और मांसपेशियों के तनाव से आराम मिलता है, जिससे मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने में मदद मिल सकती है।
क्रोनिक पैन
गठिया या टेंडोनाइटिस जैसे क्रोनिक दर्द से आराम पाने के लिए आप गर्म सेंक कर सकते हैं, जो आपके जोड़ों की अकड़न को हल्का करने और आस-पास की मांसपेशियों को आराम देकर पैरों में होने वाली असुविधा को कम करने में मदद करती है।
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चोट लगने के 2 दिन बाद
चोट लगने के कारण हुई सूजन को कम करने या दर्द से राहत पाने के लिए 2 दिन बाद आप गर्म सेंक कर सकते हैं। गर्मी आपके ब्लड फ्लो को बढ़ावा देती हैं, जो प्रभावित टिशू में ज्यादा ऑक्सीजन देकर दर्द से आराम दिलाने में मदद करते हैं।
हर तरह के दर्द के लिए गर्म या ठंडी सिंकाई की जाती है, लेकिन आपकी स्थिति के अनुसार आपको कौन-सा सेंक करना चाहिए, इसके लिए आप हमेशा अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें, ताकि आपकी स्थिति और समस्या के अनुसार सही इलाज संभाव हो सके।