गर्म सिंकाई vs ठंडी सिंकाई: शरीर के दर्द से छुटकारा पाने के लिए कौन-सी सिंकाई है फायदेमंद?

मोच आने या किसी दर्द से राहत पाने के लिए हम बर्फ या गर्म पानी की थैली से सिकाई करते हैं, लेकिन इनमें से क्या ज्यादा बेहतर है आइए जानते हैं। 
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गर्म सिंकाई vs ठंडी सिंकाई: शरीर के दर्द से छुटकारा पाने के लिए कौन-सी सिंकाई है फायदेमंद?

अंदरूनी चोट लगने या किसी कारण कमर, पीठ, कंधे में दर्द होने पर अक्सर लोग गर्म या ठंडे सिकाई बैग की मदद से सिकाई करते हैं। दर्द से राहत पाने के लिए बर्फ और ठंडी सिकाई दोनों ही एक सस्ता विकल्प है, जो आसानी से घर पर किया जा सकता है, लेकिन लोगों के बीच इस बात को लेकर हमेशा कशमकश रहती है कि इन दोनों में से कौन सा विकल्प ज्यादा बेहतर है। सर्टिफाइड स्पोर्ट्स न्यूट्रिशनिस्ट अनुभव वर्मा ने सोशल मीडिया पर बर्फ और गर्म सिकाई के बीच का अंतर बताते हुए इसके फायदों और इस्तेमाल के सही तरीके के बारे में बताया है। 

 
 
 
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बर्फ Vs गर्म सिकाई 

खेलने के दौरान पैरों में मोच आ जाने पर, कमर में या पीठ में दर्द होने पर, शरीर के किसी हिस्से में सूजन होने पर या अन्य कारणों से शरीर में दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए हम अक्सर सही थेरेपी तय करते समय कंफ्यूज हो जाते हैं कि बर्फ या गर्म सिकाई के बीच कौन सी थेरेपी का इस्तेमाल करें। 

कब करें बर्फ की सिकाई 

बर्फ, अपने ठंडे प्रभाव के कारण, सूजन को कम करने और गंभीर चोटों के दर्द से राहत दिलाने में फायदेमंद होता है। यह रक्त वाहिकाओं को संकुचित करके काम करता है, जो सूजन को कम करने और चोट लगने वाले एरिया या दर्द होने वाले स्थान को सुन्न करने में मदद करता है, जिससे दर्द में राहत मिलती है। ऐसे में अगर आपके पैरों में मोच आ गई हो, या जोड़ों में दर्द और सूजन है, तो आप बर्फ की सिकाई कर सकते हैं। 

कब करें गर्म सिकाई 

Hot Compress

गर्म सिकाई का प्रभाव बर्फ की सिकाई के बिल्कलु उलटा पड़ता है। गर्म सिकाई करने से छोटी रक्त वाहिकाएं खुल जाती हैं, जो सूजन की समस्या को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में हीट थेरेपी तंग मांसपेशियों को आराम देने और पुराने दर्द को शांत करने के लिए बिल्कुल सही है। दर्द के स्थान पर गर्मी लगाने से क्षेत्र में ब्लड फ्लो बढ़ जाता है, जो मांसपेशियों के तनाव को कम करने और दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। इसलिए आप नए चोट पर गर्म सिकाई करने से बचें और किसी पूराने दर्द से राहत पाने के लिए गर्म सिकाई का विकल्प अपनाएं। 

इन समस्याओं में कर सकते हैं गर्म और बर्फ दोनों से सिकाई 

ऑस्टियोआर्थराइटिस, पीठ दर्द, अर्थराइटिस के दर्द, फाइब्रोमायल्गिया, गर्दन में दर्द से राहत पाने के लिए आप  गर्म या बर्फ दोनों की सिकाई कर सकते हैं। 

इसे भी पढ़े : Fomentation: गीली सिकाई और सूखी सिकाई में क्या है अंतर? जानें इसके लाभ और सिकाई करने का तरीका

अगर आप एक्सरसाइज के बाद होने वाले शरीर दर्द से जूझ रहे हैं, तो किसी भी तरह की सिकाई करने से बचें। इसके स्थान पर आप बॉडी स्ट्रेचिंग करें, आराम करें और कम से कम 8 घंटे की अच्छी नींद लेने की कोशिश करें। अगर आप किसी पूराने दर्द या समस्या से जुझ रहे हैं तो किसी भी तरह की सिकाई या थेरेपी लेने से पहले अपने डॉक्टर ले सलाह जरूर ले लें। 

Image Credit: Freepik

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