
हल्दी और शहद के फायदे: सर्दियों में अक्सर लोग सूजन और शरीर दर्द से परेशान हो जाते हैं। दरअसल, जैसे-जैसे तापमान घटता जाता है शरीर में ब्लड सर्कुलेशन घटता है और सेहत से जुड़ी दिक्कतें बढ़ने लगती हैं। सबसे पहले शरीर में अकड़न की समस्या देखने को मिलती है और इस वजह से हड्डियों व जोड़ों में दर्द बढ़ने लगता है। साथ ही सर्दियों में स्लो ब्लड सर्कुलेशन की वजह से भी लोग सुस्ती और थकान का अनुभवकरते हैं। ऐसे में डाइट में कुछ चीजों को शामिल करना आपके लिए मददगार साबित हो सकती है जैसे कि हल्दी और शहद। इन दोनों को मिलाकर एक साथ इस्तेमाल करने से इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके अलावा भी सेहत के लिए इन दोनों का कॉम्बिनेशन बहुत फायदेमंद है। तो आइए जानते हैं डॉ. दीपक जोशी, आयुर्वेद एक्सपर्ट, प्रवेक कल्प और Dr.Gurubasavaraj.Yalagachin BAMS, SDM College of Ayurveda and Hospital Hassan से कि क्या हल्दी और शहद सूजन के लिए अच्छा है?
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हल्दी और शहद सूजन के लिए अच्छा है?
डॉ. दीपक जोशी बताते हैं कि सर्दियों में हल्दी और शहद शरीर की सूजन को कम करने में बहुत प्रभावी माना जाता है। जहां, हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन एक शक्तिशाली प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व है, जो शरीर में जमा सूजन, जोड़ों के दर्द, ठंड से बढ़ने वाली जकड़न और इम्यून कमजोरी को कम करने में मदद करता है। वहीं शहद को आयुर्वेद में विकृति शांत करने वाला और ऊर्जा बढ़ाने वाला माना गया है, जो गले की खराश, खांसी, सर्दी और पाचन को बेहतर बनाने में सहायक है।
जब दोनों को साथ लेकर रात में लिया जाता है, तो यह शरीर को गर्माहट देता है, मेटाबॉलिज्म को शांत करता है और नींद की गुणवत्ता भी सुधारता है। इसके अलावा सर्दियों में अक्सर शरीर में सूजन, सुस्ती और प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, ऐसे में हल्दी-शहद का मिश्रण प्राकृतिक रूप से इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकता है।

ऑक्सीडेटिव तनाव के कारण होने वाली सूजन को कम करता है
तो Dr. Gurubasavaraj.Yalagachin बताते हैं हल्दी मुक्त कणों को निष्क्रिय करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करती है। ऑक्सीडेटिव तनाव दीर्घकालिक सूजन से जुड़ा है। सूजन में शामिल कई रिसेप्टर्स जैसे फॉस्फोलिपेज, लिपोक्सीजिनेज, साइक्लोऑक्सीजिनेज (COX 1,2), ल्यूकोट्रिएन्स, थ्रोम्बोक्सेन, प्रोस्टाग्लैंडीन, हायलूरोनिडेस, नाइट्रिक ऑक्साइड, मोनोसाइट कीमोआट्रैक्टेंट प्रोटीन-1 (MCP-1), कोलेजनेज, इलास्टेज, इंटरफेरॉन-युक्त प्रोटीन, ट्यूमर नेक्रोसिस फैक्टर (TNF) और इंटरल्यूकिन-12, ये सभी हल्दी (हरिद्र/करकुमा लोंगा) द्वारा बाधित होते हैं। शहद में मौजूद फ्लेवोनोइड्स क्वेरसेटिन, गैलांगिन, क्राइसिन और फेनोलिक एसिड मुक्त कणों को निष्क्रिय करते हैं और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं, जो सूजन का एक प्रमुख कारण है।
आयुर्वेद के अनुसार, हल्दी कफहर यानी कफ कम करने वाली और वात-अनुलोमन यानी आंत को साफ करने वाली है। शहद लघु (हल्का), रुक्ष (सूखा) और कफहर है। इसलिए शीत ऋतु में हरिद्रा और मधु का मिश्रण रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, कब्ज दूर करता है और कफ कम करता है जिससे शरीर में सूजन की समस्या कम होती है।
रात में कैसे करें शहद और हल्दी का सेवन?
Dr. Gurubasavaraj.Yalagachin बताते हैं कि रात में आप इसे गुनगुने पानी के साथ या सीधे ले सकते हैं यानी 1 चम्मच शहद में 1 चुटकी हल्दी मिलाकर इसका सेवन करें लेकिन उबलते पानी या गर्म दूध में मिलाने से इसके गुण कम हो सकते हैं। डायबिटीज मरीज, गर्भवती महिलाएं या जिन्हें हल्दी या शहद से एलर्जी हो, वे सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
कुल मिलाकर, यह सरल और प्राकृतिक उपाय सर्दियों की रातों में शरीर की सूजन, संक्रमण और कमजोरी से बचाने का एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है। तो इस प्रकार से आप सूजन कम करने के लिए हल्दी और शहद का सेवन कर सकते हैं।
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FAQ
हल्दी और शहद लगाने के फायदे
हल्दी और शहद, एंटीबैक्टीरियल व एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर जो कि एक्ने कम करने के साथ स्किन को साफ करने में मददगार हो। इसके अलावा ये त्वचा में सूजन को भी कम करने में मददगार है।रोजाना चेहरे पर शहद लगाने से क्या होता है?
शहद एंटीबैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है जो कि सूजन को कम करने के साथ रेडनेस को भी कम करने में मददगार है लेकिन इसे रोजाना चेहरे पर न लगाएं।दूध में हल्दी और शहद मिलाकर पीने के फायदे
दूध में हल्दी और शहद मिलाकर पीना इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार है। इसके अलावा इन दोनों को पीना शरीर को एनर्जी देने के साथ मौसमी एलर्जी से बचाता है। साथ ही ये स्टैमिना बूस्टर भी है।
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Dec 05, 2025 18:53 IST
Published By : Pallavi Kumari