आयुर्वेद के अनुसार हरड़ उन एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर जड़ीबूटियों में से है जो कि आपको कई बीमारियों से बचा सकता है। लेकिन, आज हम बात करेंगे कि बरसात में हरड़ का सेवन करना क्यों जरूरी है। साथ ही वेदों में ऐसा क्यों कहा गया है कि हरीतकी का सेवन बरसात में होने वाली बीमारियों से बचा सकता है। जानते हैं इस बारे में एक्सपर्ट Dr. Nilima Rai, Naturopathy Expert से कि क्या है उनकी राय।
बरसात में हरड़ का सेवन क्यों करना चाहिए?
डॉ. बताती हैं कि बरसात में हरड़ का सेवन अपने चार खास गुणों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। पहला कि यह एंटीवायरल गुणों से भरपूर है, दूसरा इसमें लैक्सेटिव गुण होता है जो कि आंतों की गति को तेज करने और डाइजेशन को बेहतर बनाने में मददगार है। इसके अलावा इसका एंटीडायबिटीज गुण, शुगर पचाने के साथ डायबिटीज कंट्रोल करने में मददगार है। इसके अलावा भी हरड़ के कई फायदे हैं।
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बरसात में हरड़ खाने के फायदे-Harad benefits in hindi
पेट की समस्याओं में मददगार
पेट की समस्याओं में हरड़ का सेवन बेहद फायदेमंद है। दरअसल, बरसात में पेट से जुड़ी समस्याएं बढ़ जाती हैं और फिर हरड़ का सेवन पाचन अग्नि को बढ़ावा देने के साथ पाचन क्रिया को तेज करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा यह ब्लोटिंग की समस्या को कम करने के साथ पेट फूलने जैसे लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
पेट में इंफेक्शन कम करने में मददगार
हरड़ पेट में इंफेक्शन को कम करने में मदद कर सकता है। दरअसल, इसका एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण इंफेक्शन से लड़ने और इसके प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है। असल में हरड़ पेट में बैक्टीरिया के ग्रोथ को कम करने के साथ गट हेल्थ को बढ़ावा देता है जिससे पेट में इंफेक्शन की समस्या कम हो सकती है।
फूड प्वाइजनिंग को भी कम करने में मददगार
बरसात के इस मौसम में लोगों को फूड प्वाइजिंग की समस्या ज्यादा परेशान करती है। ऐसे में हरड़ का सेवन इस समस्या को कम करने के साथ फूड प्वाइजनिंग के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। जैसे कि यह मतली, उल्टी और दस्त की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है और बाइल जूस के प्रोडक्शन को बढ़ा सकता है जिससे रिकवरी में मदद मिल सकती है।
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गैस और बदहजमी में मददगार
हरड़ गैस और बदहजमी में काफी असरदार है। हरड़ जहां हाजमे को बेहतर बनाता है वहीं बदहजमी को कम करने में मदद कर सकता है। हरड़ में बायोएक्टिव यौगिक भी होते हैं जिनका उपयोग एसिडिक बाइल जूस के असर को कम कर सकता है और गैस व बदहजमी की समस्या से बाहर आने में मदद कर सकता है।
शरीर की गंदगी को डिटॉक्स करने में मददगार है हरड़
हरड़ का सेवन शरीर की गंदगी को डिटॉक्स करने के साथ पाचन तंत्र के काम काज को बेहतर बनाने में मददगार है। इसके सेवन से शरीर को डिटॉक्स करने के साथ पाचन क्रिया को तेज करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा यह शरीर के तमाम अंगों के काम काज को भी बेहतर बनाने में मददगार है।
मौसमी इंफेक्शन से बचाव में मददगार
बरसात के इस मौसम में लोगों को सर्दी-जुकाम की समस्या बहुत परेशान करती है और ऐसे में हरड़ का सेवन सर्दी-जुकाम को कम करने में मदद कर सकता है। इससे खांसी, कंजनेशन और कफ को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा इसका इम्यूनिटी बूस्टर गुण आपको कई मौसमी इंफेक्शन से बचा सकता है।
हरड़ का सेवन कब और कैसे करें
बरसात में सबसे पहले तो आप हरड़ को घिसकर इसके अर्क को शहद में मिलाकर ले सकते हैं। दूसरा, इस मौसम में आप हरड़ का काढ़ा पी सकते हैं जो कि इम्यूनिटी बूस्टर है और आपके पाचन अग्नि को बढ़ावा देने के साथ आपको कई बीमारियों से बचा सकता है। इसके अलावा आप हरड़ का पाउडर सूप और अन्य चीजों में मिलाकर ले सकते हैं।
तो इस प्रकार से आप बरसात के मौसम में हरड़ का सेवन कर सकते हैं। हालांकि, अगर आपको कोई भी सेहत से जुड़ी समस्या है तो एक्सपर्ट से बात करके ही हरड़ का सेवन करें। अपने मन इसका सेवन करने से बचें।
FAQ
हरड़ का पाउडर पीने के क्या फायदे हैं?
हरड़ का पाउडर पानी में मिलाकर पीने से डाइजेशन बेहतर होता है। इसके अलावा यह इंफेक्शन से बचाव में मददगार है। इसके अलावा आप वेट लॉस के लिए भी हरड़ का सेवन कर सकते हैं।हरड़ का सेवन कब करना चाहिए?
आयुर्वेद के अनुसार आप हरड़ का सेवन दिन में एक बार करें। आप रात में सोने से पहले हरड़ का सेवन कर सकते हैं।दूध में हरड़ मिलाकर पीने के क्या फायदे हैं?
दूध में हरड़ मिलाकर पीने से इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार है। यह पाचन क्रिया को तेज करने के साथ मौसमी सर्दी-जुकमा से बचाव में मददगार है। तो हरड़ को हल्का सा पीसकर दरदरा करें और दूध में मिलाकर इसे पी लें।
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