Why Is Sleep Important For Eye Health: आपने गौर किया होगा जिस दिन हमारी नींद पूरी नहीं होती है हम थकावट महसूस करते हैं। नींद पूरी न होने के कारण सुस्ती, कमजोरी, सिर दर्द और चिड़चिड़ाहट भी होने लगती है। नींद का हमारी सेहत से सीधा कनेक्शन होता है। इसलिए नींद न पूरी होने से हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। इतना ही नहीं, हमारी नींद का आंखों से भी सीधा कनेक्शन है इसलिए एक अच्छा स्लीप रूटीन फॉलो करना जरूरी है। नींद न पूरी होने से हमारी आंखों के स्वास्थ्य को भी नकुसान होता है। क्या आप जानते हैं नींद से स्लीप रूटीन का क्या कनेक्शन है। आइए लेख में एक्सपर्ट से जानें इस बारे में।
अच्छा स्लीप रूटीन आंखों के लिए क्यों जरूरी है? Why Is a Good Sleep Routine Important For Eye Health
आंखों में सूखेपन की समस्या नहीं होती
सोते समय हमारी आंखें बंद होती है। इससे आंखों को नैचुरली हाइड्रेट रहने में मदद मिलती है। लेकिन अगर नींद पूरी नहीं होती तो इससे आंसू कम बनते हैं। इसलिए नींद पूरी होना बहुत जरूरी है। अगर स्लीप रूटीन ठीक है और नींद पूरी होती है, तो इससे आंखों में ड्राइनेस, खुजली और रेडनेस जैसी समस्याएं नहीं होती हैं।
आंखों की थकान कम होती है
अधूरी नींद के कारण आंखों में भारीपन और थकावट हो सकती है। पर्याप्त नींद लेने से आंखों की मांसपेशियों को आराम मिलता है। स्क्रीन टाइम ज्यादा होने, कुछ पढ़ने, लगातार काम पर फोकस करने से आंखे थक सकती है। ऐसे में स्लीप रूटीन अच्छा होना जरूरी है। अगर आप समय पर सोते हैं और नींद पूरी करते हैं, तो इससे आंखों में थकान कम होती है।
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आंखों की सूजन से राहत मिलती है
नींद पूरी न होने से आंखों के नीचे सूजन और काले घेरे होने लगते हैं। ऐसे में आंखों के आसपास ब्लड वेसेल्स फैल जाती हैं, जिससे डार्क सर्कल्स और आई पफिनेस होने लगती है। जबकि एक अच्छा स्लीप रूटीन फॉलो करने से इन समस्याओं से राहत मिलती है।
नर्व हेल्थ ठीक रहती है
नींद पूरी करने से आंखों में ब्लड फ्लो बढ़ता है और ऑक्सीजन सप्लाई भी आसानी से होती है। इससे नर्व हेल्थ भी इंप्रूव होती है और आंखे रिलैक्स्ड रहती हैं। अधूरी नींद रहने से स्लीप रूटीन बिगड़ सकता है और इससे आंखों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
आंखों की रोशनी ठीक रहती है
हेल्दी स्लीप रूटीन आंखों की रोशनी ठीक रखने में मदद करता है। अधूरी नींद रहने से आंखों में धुंधलापन होता है और आंखों की रोशनी कमजोर पड़ सकती है। नींद पूरी करने से आंखे रिपेयर होती हैं और और आंखों से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं।
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आंखें स्वस्थ रहती है
अधूरी नींद के कारण इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है, जिस कारण आंखों पर भी बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में आंखों से जुड़ी समस्याएं और इंफेक्शन हो सकता है। इसलिए स्लीप रूटीन ठीक होना बहुत जरूरी है।
हेल्दी स्लीप रूटीन कैसे बनाएं?
स्लीप रूटीन को हेल्दी रखने के लिए अपने डेली लाइफस्टाइल में कुछ आदतों को शामिल करें-
- स्वस्थ रहने और आंखों को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना 7 से 9 घंटे की नींद पूरी करना जरूरी है। बड़ों और बच्चों दोनों के लिए पर्याप्त नींद लेना जरूरी है।
- सोने से करीब एक घंटे पहले तक सभी स्क्रीन डिवाइज से दूरी बना लें। इससे आंखों को आराम मिलेगा और स्क्रीन से दूरी बनाना आसान होगा।
- सोने से पहले कमरे में अंधेरा कर लें। इससे माइंड और आंखों दोनों को रिलैक्स मिलता है। सोने से पहले अगर आप मेडिटेशन करेंगे या किताब पढ़ेंगे तो माइंड, बॉडी और आंखों को फायदा होगा।
इस लेख में हमने आपको सामान्य जानकारी दी है। इस विषय पर ज्यादा जानने के लिए एक्सपर्ट से संपर्क करें। इस तरह के अन्य लेख आप ओनलीमायहेल्थ की वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं।