क्या आपने कभी देखा है कि आपके घर के बुजुर्ग अचानक खड़े होते ही अस्थिर महसूस करते हैं या कुछ सेकंड के लिए चक्कर आने जैसा अनुभव करते हैं? कई बार ऐसा देखकर परिवार वाले सोचते हैं कि यह सामान्य उम्र बढ़ने की वजह से होता है, लेकिन असल में यह एक गंभीर हेल्थ संकेत भी हो सकता है। खड़े होते ही चक्कर आना सिर्फ थकान या कमजोरी का रिजल्ट नहीं है, बल्कि इसके पीछे शरीर का ब्लड फ्लो सिस्टम और ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्याएं छिपी हो सकती हैं। इस लेख में एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज से जानिए, बुजुर्गों को खड़े होते ही चक्कर क्यों आते हैं?
बुजुर्गों को खड़े होते ही चक्कर क्यों आते हैं? - Why do old people feel dizzy when they stand up
डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज बताते हैं कि बुजुर्गों में नसों का लचीलापन कम हो जाता है और हार्ट की पंपिंग क्षमता भी धीमी हो जाती है। इसके अलावा, उम्र बढ़ने के साथ ब्लड वेसल्स की दीवारें सख्त हो जाती हैं, जिससे खड़े होने पर ब्लड का फ्लो तुरंत नहीं बढ़ पाता। यह बदलाव विशेष रूप से उन बुजुर्गों में देखने को मिलता है जो लंबे समय से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या हार्ट की बीमारी से जूझ रहे हैं।
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यदि किसी बुजुर्ग को खड़े होते ही हल्का सिरदर्द, चक्कर, धुंधला दिखना या कमजोरी महसूस हो, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कुछ मामलों में यह अधिक गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है, जैसे हार्ट रिद्म में गड़बड़ी, न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर या अनियमित ब्लड शुगर।
1. दवाइयों का असर
कई बुजुर्ग हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट या मूत्र संबंधी समस्याओं की दवाइयां लेते हैं। कुछ दवाइयां, जैसे ब्लड प्रेशर कम करने वाली, मूत्रवर्धक दवाइयां, खड़े होने पर ब्लड प्रेशर को और भी तेजी से गिरा सकती हैं। इसका रिजल्ट होता है अचानक चक्कर आना या अस्थिर महसूस होना।
2. डिहाइड्रेशन और पोषण की कमी
बुजुर्गों में पर्याप्त पानी न पीना या पोषक तत्वों की कमी भी इस समस्या को बढ़ा सकती है। शरीर में पानी की कमी या इलेक्ट्रोलाइट्स का असंतुलन ब्लड प्रेशर को अस्थिर कर सकता है। इसके अलावा, लंबे समय तक पर्याप्त कैलोरी और प्रोटीन न लेने से मांसपेशियों की ताकत कमजोर होती है, जिससे खड़े होने पर संतुलन बनाए रखना मुश्किल हो जाता है।
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बचाव और उपाय
- हमेशा लेटे या बैठे स्थिति से धीरे-धीरे खड़े हों।
- दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- इलेक्ट्रोलाइट्स और पोषण से भरपूर भोजन लें।
- डॉक्टर की सलाह के बिना दवाइयों में बदलाव न करें।
- फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं, हल्की वॉक, स्ट्रेचिंग और संतुलन बढ़ाने वाली एक्सरसाइज करें।
- घर पर ब्लड प्रेशर मॉनिटर करें और अनियमित होने पर डॉक्टर से सलाह लें।
निष्कर्ष
बुजुर्गों में खड़े होते ही चक्कर आना आम है, लेकिन इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। यह शरीर का संकेत है कि ब्लड प्रेशर और मस्तिष्क तक ब्लड फ्लो अस्थिर हो रहा है। सही पोषण, पर्याप्त पानी, हल्की फिजिकल एक्टिविटी और डॉक्टर की सलाह से इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। समय पर ध्यान देने से बुजुर्गों में गिरने और चोट लगने के जोखिम को भी कम किया जा सकता है।
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Sep 29, 2025 16:18 IST
Published By : Akanksha Tiwari