
क्या आपको भी कभी ऐसा लगा है कि जैसे ही आप बैठे या लेटे हुए अचानक खड़े होते हैं, तो कुछ सेकंड के लिए दुनिया हिल सी जाती है? आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है, कानों में हल्की सी आवाज गूंजती है और पैरों में मानो ताकत ही खत्म हो जाती है, यह अनुभव पलभर का होता है, लेकिन डर जरूर पैदा कर देता है। अक्सर लोग इसे कमजोरी, भूख या थकान समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन डॉक्टर बताते हैं कि यह संकेत किसी गंभीर समस्या की ओर भी इशारा हो सकता है। इस लेख में यशोदा हॉस्पिटल्स, हैदराबाद के सीनियर कंसल्टेंट फिजिशियन और डायबेटोलॉजिस्ट, डॉ. जी. कृष्ण मोहन रेड्डी (Dr. G. Krishna Mohan Reddy, Senior Consultant Physician and Diabetologist, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से जानिए, खड़े होते ही अचानक ब्लड प्रेशर क्यों गिर जाता है?
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खड़े होते ही अचानक ब्लड प्रेशर क्यों गिर जाता है? - Sudden Drop In BP When Standing
डॉ. जी. कृष्ण मोहन रेड्डी के अनुसार, जैसे ही हम बैठे या लेटे हुए अचानक खड़े होते हैं, गुरुत्वाकर्षण के कारण ब्लड का एक बड़ा हिस्सा पैरों और निचले शरीर में जमा हो जाता है। इससे कुछ सेकंड के लिए दिल के पास वापस आने वाला ब्लड कम हो जाता है और ब्लड प्रेशर गिर जाता है। सामान्य स्थिति में, शरीर तुरंत इसे पहचानकर सुधारने की कोशिश करता है। गर्दन और हार्ट में मौजूद सेंसर मस्तिष्क को संकेत भेजते हैं कि ब्लड प्रेशर कम हो गया है। इसके बाद दिल तेजी से धड़कने लगता है और ब्लड वैसेल्स सिकुड़ती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर वापस नॉर्मल हो जाता है लेकिन जब शरीर की यह प्रतिक्रिया धीमी पड़ जाती है या सही तरह से काम नहीं करती, तब Orthostatic Hypotension की समस्या होने लगती है।
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1. डिहाइड्रेशन और BP गिरना
खड़े होते ही ब्लड प्रेशर कम होने का सबसे बड़ा कारण है डिहाइड्रेशन यानी शरीर में तरल पदार्थ की कमी। जब शरीर में पानी कम होता है तो ब्लड वॉल्यूम घट जाता है, जिसके कारण मामूली बदलाव पर भी BP नीचे चला जाता है। गर्मी के मौसम में या पर्याप्त पानी न पीने पर यह समस्या और अधिक बढ़ जाती है। ऐसे लोगों को खड़े होते ही सिर घूमना या कमजोरी महसूस होने की संभावना अधिक रहती है।
2. हार्ट की समस्याएं
डॉ. जी. कृष्ण मोहन रेड्डी बताते हैं कि दिल से जुड़ी कई समस्याएं भी अचानक BP गिरने का कारण बन सकती हैं। इनमें शामिल हैं-
- हार्ट वॉल्व की गड़बड़ी
- दिल की धीमी धड़कन (Bradycardia)
- दिल की पंपिंग क्षमता में कमी
ऐसी स्थितियों में शरीर को खड़े होते ही तुरंत समायोजन करने में दिक्कत होती है और व्यक्ति को चक्कर, कमजोरी या बेहोशी महसूस हो सकती है।
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3. नर्वस सिस्टम की समस्या
डायबेटिक न्यूरोपैथी, पार्किंसन बीमारी या अन्य ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम विकार शरीर की वह क्षमता कमजोर कर देते हैं, जो खड़े होते समय BP को स्थिर रखने में मदद करती है। इसी कारण बुजुर्गों और लंबे समय से डायबिटीज से पीड़ित लोगों में Orthostatic Hypotension की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है।
4. हार्मोनल असंतुलन का प्रभाव
थायराइड समस्या और अन्य हार्मोनल विकार भी ब्लड प्रेशर गिरने की स्थिति पैदा कर सकते हैं। हार्मोन शरीर की कई प्रक्रियाओं को कंट्रोल करते हैं और इनका असंतुलन BP कंट्रोल सिस्टम को प्रभावित करता है।
डॉक्टर से संपर्क कब करें?
डॉ. जी. कृष्ण मोहन रेड्डी की सलाह है कि यदि खड़े होते ही बार-बार BP गिरने की समस्या हो, तो इसे कमजोरी या तनाव समझकर अनदेखा न करें। ब्लड टेस्ट, ईसीजी, BP मॉनिटरिंग, हार्मोन टेस्ट जरूरी हो सकते हैं। सही कारण का पता लगाकर समय पर इलाज शुरू करने से स्थिति को पूरी तरह कंट्रोल में लाया जा सकता है।
निष्कर्ष
डॉ. जी. कृष्ण मोहन रेड्डी के अनुसार, खड़े होते ही ब्लड प्रेशर कम होने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन इस समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए। खासकर, बुजुर्गों को ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। अगर आपको या आपके किसी करीबी को ऐसी समस्या है तो डॉक्टर से सलाह लें और उचित इलाज को फॉलो करें।
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FAQ
नॉर्मल ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए?
वयस्कों के लिए सामान्य BP 120/80 mmHg माना जाता है। इससे ऊपर या नीचे लगातार रहने पर जांच जरूरी होती है।क्या तनाव ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है?
तनाव, चिंता और ज्यादा सोचने से BP बढ़ सकता है। लंबे समय तक तनाव रहने पर हाई BP का खतरा बढ़ जाता है।क्या BP ठीक किया जा सकता है?
अगर BP हल्का बढ़ा हुआ है, तो लाइफस्टाइल सुधारने से मदद मिल सकती है, जैसे कम नमक, एक्सरसाइज, वजन कंट्रोल, कम तनाव, लेकिन यदि डॉक्टर ने दवा दी है तो उसे बिना सलाह छोड़ा नहीं जाना चाहिए।
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Nov 21, 2025 13:19 IST
Published By : Akanksha Tiwari