-1763434934933.webp)
Sugar Craving In Diabetes: अक्सर लोगों को अपना मील लेने के बाद मीठा खाने की चाह होती है। माना जाता है कि मीठा खाने के बाद मील कंप्लीट हो जाता है। बहरहाल, कभी-कभी पोषक तत्वों की कमी के कारण या हार्मोनल इंबैलेंस के कारण क्रेविंग बढ़ जाती है। यही कारण है कि क्रेविंग को ज्यादातर महिलाओं के साथ जोड़कर देखा जाता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि कई मेडिकल कंडीशंस भी ऐसी हैं, जिसमें मीठा खाने की क्रेविंग बढ़ जाती है। तो क्या मीठे खाने की क्रेविंग के साथ हम डायबिटीज को कनेक्ट कर सकते हैं? आइए? जानते हैं कि आखिर मीठा खाने की क्रेविंग और डायबिटीज का आपस में क्या कनेक्शन है? इस संबंध में जानने के लिए हमने नोएडा सेक्टर 71 स्थित कैलाश अस्पताल Consultant - Endocrinology डॉ. राहुल पाराशर से बात की।
इस पेज पर:-
क्या डायबिटीज में मीठा खाने की क्रेविंग बढ़ती है?- Is Craving For Sugar A Sign Of Diabetes
-1763435184231.jpg)
विशेषज्ञों की मानें, तो यह सच है कि डायबिटीज होने पर मरीज को मीठा खाने की क्रेविंग होने लगती है। असल में, मीठा खाने की क्रेविंग तब अधिक बढ़ती है, जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर असंतुलित हो जाता है। विशेषज्ञ समझाते हैं, ‘जब बॉडी पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का यूज नहीं कर पाता है, शरीर को जरूरत अनुसार एनर्जी नहीं मिलती है। ऐसे में न सिर्फ मीठा खाने की क्रेविंग बढ़ने लगती है, बल्कि भूख भी बढ़ जाती है। आपको बात दें कि ऐसा टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज यानी दोनों स्थितियों में हो सकता है।’ NCBI की एक रिपोर्ट भी यह बताती है कि टाइप 2 डायबिटीज में कार्ब्स की क्रेविंग बढ़ जाती है।
इसे भी पढ़ें: बार-बार मीठा खाने की होती है क्रेविंग, तो जान लें इसके 6 कारण
ब्लड शुगर इंबैलेंस क्रेविंग को कैसे बढ़ाता है?
हाई ब्लड शुगरः इसे हम हाइपरग्लाइसीमिया भी कहते हैं। इस स्थिति में ब्लड शुगर का स्तर बहुत हाई रहता है, जिस वजह से बॉडी सेल्स को एनर्जी के लिए पर्याप्त ग्लूकोज नहीं मिलता है। यही कारण है कि मरीज को लंबे समय तक भूख लगती रहती है और कुछ न कुछ खाने की क्रेविंग बनी रहती है। खासकर, मीठा खाने की चाह अधिक होने लगती है।
लो ब्लड शुगरः इस स्थिति को हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है। इसका मतलब है कि शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बहुत कम होना है। इस स्थिति में भी मरीजा को मीठा खाने की इंटेंस क्रेविंग हो सकती है। ऐसी कंडीशन में ब्लड शुगर को बैलेंस करने के लिए मरीज को तुरंत कुछ मीठा खाना पड़ता है। इस बात की पुष्टि NCBI में प्रकाशित एक रिपोर्ट से होती है।
इंसुलिन रेजिस्टेंसः जिन लोगों को इंसुलिन रेजिस्टेंस की दिक्कत होती है, वे प्री-डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज होने का रिस्क बढ़ जाता है। विशेषज्ञों की मानें, तो इस कंडीशन में मरीज को कार्ब्स और मीठा खाने की क्रेविंग बढ़ जाती है। जैसे ही मरीज कुछ मीठा या अनहेल्दी खाता है, ब्लड शुगर का स्तर स्पाइक कर जाता है।
इसे भी पढ़े- मीठा खाने की क्रेविंग को रोकने के लिए पिएं ये 5 ड्रिंक्स, नोट करें इनकी रेसिपी
मीठा खाने की क्रेविंग बढ़ने पर क्या करें?
अगर सामान्य तौर पर मीठा खाने की क्रेविंग होती है, तो इसमें कोई बुराई नहीं है। कभी-कभी इसे नॉर्मल समझा जा सकता है। वहीं, अगर आपको नियमित रूप से ऐसा महसूस होता है कि मीठा खाना है, तो इसे हल्के में न लें। इस तरह की कंडीशन में तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। हालांकि, आपको अन्य लक्षणों पर भी गौर करना चाहिए। आप यह नोटिस करें कि क्या आपको अधिक प्यास लग रही है, बार-बार पेशाब आ रहा है और सामान्य से अधिक भूख लग रही है। डॉक्टर आपके लक्षणों के बारे में जानकारी हासिल करने के बाद आपको एचबीए1सी ब्लड टेस्ट की सलाह दे सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: आपको भी करता है रात में मीठा खाने का मन? एक्सपर्ट से जाने इसके कारण और बचाव के तरीके
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, कहने का मतलब यह है कि मीठा खाने की क्रेविंग को हल्के में लेना सही नहीं है। इस तरह की कंडीशन में बेहतर है कि आप अपने शरीर में नजर आ रहे अन्य लक्षणों पर ध्यान दें। जरूरी महसूस हो, तो डॉक्टर के पास जाने में देरी न करें।
All Image Credit: Freepik
यह विडियो भी देखें
FAQ
मीठा खाने की क्रेविंग क्यों होती है?
मीठा खाने की क्रेविंग मुख्य रूप से ब्लड शुगर के स्तर में असंतुलन की वजह से होती है। हालांकि, इसके कई अन्य कारण भी हैं, जैसे तनाव, नींद की कमी, और पोषक तत्वों की कमी। जब शरीर को इंस्टेंट एनर्जी की जरूरत होती है, मीठा खाने की इच्छा ट्रिगर होने लगती है।कैसे पता चलता है कि डायबिटीज है?
डायबिटीज होने पर शरीर में कई लक्षण नजर आने लगते हैं, जैसे बार-बार पेशाब आना, बहुत प्यास लगना, अक्सर थकान महसूस करना, आंखों की रोशनी कमजोर होना और घाव का देर से भरना।मीठा खाने से घबराहट क्यों होती है?
आमतौर पर मीठा खाने से घबराहट नहीं होती है। हां, अगर आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी, तनाव या हार्मोन असंतुलन के कारण मीठा खाने क्रेविंग होती है, तो इस कंडीश्न में घबराहट महसूस हो सकती है। यह शरीर द्वारा स्थिति से निपटने का एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। वैसे भी अगर मीठा खाने से रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) के स्तर में अचानक उतार-चढ़ाव होता है, तो थकान, चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है। इसी वजह से घबराहट बढ़ने लगती है।
Read Next
Detox Water: क्या आप भी डिटॉक्स वॉटर से जुड़े इन मिथकों को सच मानते हैं? जानें एक्सपर्ट से सच्चाई
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Nov 18, 2025 09:03 IST
Published By : Meera Tagore