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ज्वार के आटे की रोटी किसे नहीं खानी चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें

सेहतमंद रहने के लिए जरूरी है कि आप डाइट में ज्वार और बाजरा जैसे अलग-अलग तरह के अनाजों को शामिल करें। यहां जानिए, ज्वार के आटे की रोटी किसे खाने से बचना चाहिए?
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ज्वार के आटे की रोटी किसे नहीं खानी चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें


सेहतमंद रहने के लिए जरूरी है कि आप हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं और बैलेंस डाइट को अपने डेली रूटीन का हिस्सा बनाएं। डाइट में आप अलग-अलग अनाजों को भी शामिल कर सकते हैं। ज्वार, बाजरा और रागी जैसे अनाजों से बनी रोटियां सेहत के लिए लाभकारी होती हैं। ज्वार पोषण से भरपूर है और शरीर को हेल्दी रखने में मदद करता है। ज्वार न केवल शरीर को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है, बल्कि यह कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में भी कारगर है। खासतौर पर सर्दियों के मौसम में ज्वार का सेवन शरीर को गर्म रखने और एनर्जी को बनाए रखने के लिए जाना जाता है। लेकिन हर किसी के लिए ज्वार के बनी रोटियां फायदेमंद नहीं होती हैं। इस लेख में आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानिए, ज्वार की रोटी किसे नहीं खानी चाहिए?

ज्वार की रोटी किसे नहीं खानी चाहिए - Who Should Avoid Jowar Roti

डॉक्टर श्रेय शर्मा ने बताया कि ज्वार स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, लेकिन सभी के लिए इसका सेवन सही नहीं हो सकता। पाचन संबंधी समस्याओं या पित्त प्रकृति वाले व्यक्तियों को ज्वार का सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए। इसके अलावा, ज्वार को अन्य अनाजों जैसे गेहूं, चने या सोयाबीन के साथ मिलाकर खाने से इसके लाभ और भी बढ़ जाते हैं।

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आयुर्वेद के अनुसार, ज्वार की तासीर हल्की गर्म होती है, जिससे इसका सेवन सर्दियों में ज्यादा लाभकारी माना जाता है। हालांकि, यह सभी लोगों के लिए सही नहीं हो सकता। ज्वार की गिनती भारी अनाजों में होती है, इसका मतलब है कि इसका पाचन अन्य हल्के अनाजों की तुलना में कठिन हो सकता है।

Who Should Avoid Jowar

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  • जिन लोगों को बदहजमी, भारीपन या गैस की समस्या रहती है, उन्हें ज्वार की रोटी से परहेज करना चाहिए।
  • ज्वार का पाचन धीमा होता है और यह पेट पर दबाव डाल सकता है।
  • आयुर्वेद के अनुसार, कमजोर पाचन तंत्र वाले व्यक्तियों को भारी अनाजों से बचना चाहिए।
  • जिनका शरीर प्राकृतिक रूप से गर्म तासीर का है, उन्हें ज्वार का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।
  • गर्म तासीर के कारण यह शरीर में गर्मी बढ़ा सकता है।
  • खासतौर पर गर्मियों में इसका ज्यादा सेवन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
  • जिन्हें IBS या आंतों से जुड़ी समस्याएं हों, उनके लिए ज्वार का सेवन फायदेमंद नहीं है। यह आंतों की समस्याओं को बढ़ा सकता है।

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ज्वार को कैसे खाना चाहिए? - How to eat jowar

  • ज्वार की तासीर गर्म होने के कारण सर्दियों में इसका सेवन शरीर को गर्म रखने में मदद करता है।
  • गर्मियों में इसे गेहूं, चना या सोयाबीन के आटे के साथ मिलाकर खाएं। इससे इसकी गर्म तासीर का प्रभाव कम हो जाता है।
  • जिन्हें इसे पचाने में समस्या होती है, वे इसकी मात्रा कम कर सकते हैं।
  • ज्वार को अन्य अनाजों के साथ मिलाकर रोटी बनाएं ताकि यह हल्का और पचने में आसान हो।

ऐसे में सवाल उठता है कि क्या रोज ज्वार की रोटी खाना ठीक है? इसके जवाब में डॉक्टर कहते हैं कि जिन लोगों का पाचन अच्छा रहता है वह सर्दियों में रोजाना ज्वार की रोटी खा सकते हैं।

निष्कर्ष

ज्वार पोषक तत्वों से भरपूर अनाज है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। सही मात्रा और अन्य अनाजों के साथ इसका उपयोग शरीर को स्वस्थ और संतुलित रखने में मदद करता है।

All Images Credit- Freepik

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