एसिडिटी (Acidity) अपच आज के समय मे काफी आम बन चुकी है, जिसके कारण हर दूसरा व्यक्ति परेशान रहता है। एसिडिटी होने का कारण (Causes of Acidity) ज्यादा मसालेदार, तला-भुना या जंक फूड का सेवन, बहुत ज्यादा तनाव लेना, ज्यादा कैफीन या शराब का सेवन, दवाओं का सेवन आदि हो सकते हैं। आज के समय में व्यस्त जीवन होने के कारण लोग अपने खान-पान और शारीरिक गतिविधियों पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते हैं, जिस कारण एसिडिटी की समस्या और ज्यादा बढ़ रही है। दरअसल, जब आपके पेट का एसिड पाचन तंत्र तक आ जाता है तो आपको गैस बनने की परेशानी होना आम हो जाता है। कई लोग एसिडिटी, अपच, कब्ज और पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं से राहत पाने के लिए कई तरह के घरेलू उपायों को आजमाते हैं। आयुर्वेद में भी कई ऐसे हर्ब्स के बारे में बताया गया है जिसाक सेवन एसिडिटी की समस्या से राहत दिला सकता है।
दरअसल, पिछलेे कुछ महीनों से मुझे भी (कात्यायनी तिवारी) एसिडिटी की समस्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है, जिसका कारण मेरी खारब लाइफस्टाइल और गलत खान पान है। लेकिन मेरी एसिडिटी की समस्या को बढ़ते देख मेरी मम्मी ने घर पर एक अजवाइन, मेथी, दालचीनी, काला नमक और हींग का चूर्ण बनाया। इस चूर्ण को खाने से मुझे एसिडिटी की समस्या से राहत मिलती है। इस चूर्ण को खाने से बाद मेरी एसिडिटी कम होने के साथ अपच या पेट से जुड़ी कई समस्याओं से मुझे आराम मिला है। बता दें कि आयुर्वेद के बारे में जागरुकता फैलाने और लोगों तक सही जानकारी पहुंचाने के उद्देश्य से ओन्लीमायहेल्थ 'आरोग्य विद आयुर्वेद' (Arogya with Ayurveda) स्पेशल सीरीज चला रहा है। इस सीरीज में हम आपको आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धतियों और जड़ी-बूटियों के बारे में विस्तार से जानकारी देते रहेंगे। साथ ही, रियल लाइफ स्टोरीज भी शेयर करते रहेंगे। आज की इस सीरीज के तहत हम आपको बताने जा रहे हैं कि मैंने एसिडिटी से राहत कैसे पाया? साथ ही घर पर आयुर्वेदिक चूर्ण बनाने की रेसिपी (How to make ayurvedic churna at home) भी जानने की कोशिश करेंगे। इसके साथ ही रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानेंगे की एसिडिटी की समस्या में इस चूर्ण को खाने के क्या फायदे हैं?
'एसिडिटी की समस्या से रहती थी परेशान'
5 महीने पहले मुझे एसिडिटी की समस्या होना शुरू हुई। शुरुआत में इसे आम समझकर मैंने नजरअंदाज किया। लेकिन, धीरे-धीरे ये समस्या तेजी से बढ़ने लगी। पेट में एसिडिटी होने के साथ मुझे कंधे और पीठ में भी एसिडिटी चढ़ने लगी। जिसके कारण न सिर्फ में दिन के समय में परेशान रहती थीं। बल्कि रात के समय भी मुझे काफी समस्या का सामना करना पड़ता था। मैंने डॉक्टर को भी दिखाया और अपने लाइफस्टाइल में थोड़ा बदलाव करने की कोशिश की। लेकिन एसिडिटी की समस्या बढ़ने पर मुझे दवाइ का सहारा लेना पड़ता है। मेरी समस्या देखने के बाद मेरी मम्मी ने घर पर कुछ हर्ब्स को मिलाकर एक चूर्ण तैयार किया, जिसे खाने के बाद न सिर्फ मुझे एसिडिटी की समस्या से राहत मिलने लगी, बल्कि ये मेरे पाचन को भी बेहतर रखने में फायदेमंद है।
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'निमयित रूप से करती हूं चूर्ण का सेवन'
मेरी एसिडिटी की समस्या अक्सर समय पर खाना न खाने के कारण या देर तक एक ही स्थान पर बैठे रहने पर ज्यादा बढ़ जाती है। मेरी तकलीफ देखते हुए मेरी मम्मी ने घर पर अजवाइन, मेथी, दालचीनी, काला नमक और हींग को मिलाकर एक चूर्ण तैयार किया। यह चूर्ण भले ही आयुर्वेदिक हो, लेकिन इसका स्वाद भी बेहतरीन है, जिसके कारण समस्या से राहत पाने के लिए मैं इस चूर्ण को खाने से परहेज नहीं करती है। रोजाना सुबह उठने के बाद खाली पेट आधा चम्मच इस चूर्ण का सेवन करती हूं। इस चूर्ण को खाने से मुझे एसिडिटी की समस्या से राहत मिलने के साथ, अपच, पेट दर्द और ब्लोटिंग की समस्या से भी राहत मिलती है।
घर पर आयुर्वेदिक चूर्ण कैसे बनाएं?
सामग्री
- अजवाइन- 100 ग्राम
- मेथी- 100 ग्राम
- दालचीनी- 10 ग्राम
- काला नमक- 50 ग्राम
- हींग- 1 चम्मच
बनाने की विधि-
- सभी सामग्री को अलग-अलग मिक्सर जार में डालकर पाउडर बना लें।
- अब हिंग और काला नमक एक बाउल में डालकर अन्य सामग्रियां भी इसमें डाल दें।
- सभी चीजों को तब तक मिलाएं, जब तक सारी चीजें अच्छी तरह मिल न जाए।
- आपका चूर्ण तैयार है, इसे एक एयर टाइट कंटेनर में स्टोर करके रखें।
- आप रोजाना सुबह खाली पेट इस चूर्ण का सेवन कर सकते हैं।
- इस पाउडर को आप 1 महीने के लिए एक साथ तैयार करके रख सकते हैं।
एसिडिटी में इस चूर्ण को खाने के फायदे
- अजवाइन और काले नमक के क्षारीय गुण पेट के एसिड को बेअसर करने में मदद करते हैं, जिससे हार्टबर्न और एसिड रिफ्लक्स की समस्या से राहत मिलती है।
- मेथी में म्यूसिलेज भरपूर मात्रा में होता है, जो पेट की परत को सुरक्षित रखने में मदद करता है, पेट की जलन को रोकता है और एसिडिटी की समस्या को कम करता है।
- दालचीनी का सेवन पाचन एंजाइमों के स्राव को बढ़ाता है, जो पेट फूलने को कम करने और पाचन में सुधार करने में मदद कर सकता है, जिससे ज्यादा एसिड बनने से रोका जा सकता है।
- हींग पाचन के लिए बेहतर माना जाता है, जो एसिडिटी को कम करता है और पाचन को बेहतर रखने में मदद करता है।
- हींग और काले नमक में कार्मिनेटिव गुण होते हैं, जो गैस, ब्लोटिंग और एसिडिटी के कारण होने वाली बेचैनी को कम करने में मदद करते हैं।
- अजवाइन में प्राकृतिक मूत्रवर्धक प्रभाव होते हैं, जो एसिडिटी के कारण होने वाली ब्लोटिंग की समस्या को कम करने में मदद करता है।
- इन सभी सामग्रियों का मिश्रण पेट में पीएच स्तर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है, जिससे एसिड रिफ्लक्स और इससे जुड़ी समस्याओं को रोकने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष
एसिडिटी की समस्या से परेशान कोई भी व्यक्ति इस चूर्ण का सेवन कर सकता है। लेकिन हर व्यक्ति में एसिडिटी बनने का कारण अलग-अलग हो सकता है, इसलिए आप पहले अपनी समस्या के सही कारण का पता लगने की कोशिश करें। जरूरी नहीं कि आपको भी इस चूर्ण से आराम मिल जाए, क्योंकि हर व्यक्ति में एक जैसी बीमारी का कारण अलग-अलग हो सकता है।