
ऑस्टियोपोरोसिस, एक ऐसी बीमारी है जिसमें हड्डियां अंदर से खोखली होकर टूटने लगती हैं। ये बीमारी असल में कैल्शियम की कमी की वजह से होती है। इस बीमारी में शरीर के अलग-अलग अंगों की हड्डियां प्रभावित रहती हैं और किसी भी हड्डी के कहीं से खिसकने के डर बना रहता है। ऐसे में सवाल आता है ऑस्टियोपोरोसिस से कौन सी हड्डियां सबसे ज्यादा टूटती हैं? दरअसल, अगर आपको इस बात का अंदाजा हो जाएगा तो आप इन अंगों को लेकर सतर्क हो सकते हैं और हड्डियों को टूटने से बचा सकते हैं। तो आइए जानते हैं Dr. Chethana D, Consultant – Rheumatology, Aster CMI Hospital, Bangalore से ऑस्टियोपोरोसिस से कौन सी हड्डियां सबसे ज्यादा टूटती हैं?
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ऑस्टियोपोरोसिस से कौन सी हड्डियां सबसे ज्यादा टूटती हैं?
Dr. Chethana बताती हैं कि ऑस्टियोपोरोसिस के कारण टूटने की सबसे ज्यादा संभावना उन हड्डियों की होती है जो शरीर का भार वहन करती हैं या जिनका इस्तेमाल अक्सर रोजमर्रा की गतिविधियों में होता है, इसलिए हड्डियों का घनत्व कम होने पर ये हड्डियां तेजी से कमजोर हो जाती हैं। ऐसे में आपको अपने शरीर के इन हड्डियों पर ध्यान देना चाहिए। जैसे कि
1. कूल्हे की हड्डी
कूल्हे में फ्रैक्चर सबसे आम जगहों में से एक है क्योंकि यह पूरे शरीर को सहारा देता है और गिरने से यह आसानी से टूट सकता है। दरअसल, हमारी हड्डियां कैल्शियम के बिल्डिंग ब्लॉक्स से तैयार होती हैं और इस बीमारी में ये हड्डियां खिसकने लगती हैं। ऐसे में अचानक से हल्की चोट भी कूल्हे की हड्डियों के फ्रैक्चर का कारण बन सकती हैं।
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2. रीढ़ की हड्डी
ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी वाले लोगों में रीढ़ की हड्डी टूटने का जोखिम सबसे ज्यादा होता है और कमजोर रीढ़ की हड्डियां टूट सकती हैं जिससे पीठ दर्द, लंबाई में कमी, या शरीर का टेढ़ापन हो सकता है। आमतौर पर ऑस्टियोपोरोसिस के मरीज में रीढ़ की हड्डी से जुड़ी दिक्कत की शुरुआत ही इस बात का संकेत है कि बीमारी बढ़ गई और आगे चलकर दिक्कत और बढ़ सकती है।

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3. कलाई की चोट
कलाई भी एक आम जगह है क्योंकि लोग गिरने से बचने के लिए स्वाभाविक रूप से अपने हाथों को फैला लेते हैं, जिससे पहले से ही कमजोर हड्डियों पर दबाव पड़ता है। ये फ्रैक्चर छोटी सी फिसलन या हल्के दबाव से भी हो सकते हैं, इसलिए शुरुआती देखभाल और इलाज बेहद जरूरी है।
NIH के इस शोध में विशेषज्ञ पैनल ने निष्कर्ष निकाला कि गर्दन की हड्डियां, वर्टेब्रल फ्रैक्चर, कंधे और शरीर के निचले हिस्से में फ्रैक्चर का जोखिम ऑस्टियोपोरोसिस में सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में आपको शुरुआत में ही डॉक्टर से बात कर लेनी चाहिए और इस बीमारी बचने का उपाय करना चाहिए।
इसके अलावा जैसे ही दिक्कत महसूस हो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और इस बीमारी में सही इलाज लें क्योंकि धीमे-धीमे ये सभी हड्डियों को खोखली कर सकती है और शरीर की दूसरी हड्डियां भी टूट सकती हैं।
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Nov 27, 2025 13:21 IST
Published By : Pallavi Kumari