Is Drinking Tea Bad for Osteoporosis:ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों से संबंधित एक गंभीर बीमारी है। इसमें हड्डियों के फ्रैक्चर होने का खतरा ज्यादा रहता है। ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी आमतौर पर बुजुर्गों और 30 साल की उम्र के बाद महिलाओं में देखी जाती है। लेकिन आज कल की लाइफस्टाइल, खानपान में पोषण की कमी और कई कारणों से लोगों को कम उम्र में ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी होने लगी है। इस बीमारी के लिए जितना हमारा खाना जिम्मेदार है, उतनी ही जिम्मेदारी है चाय की। ज्यादा चाय का सेवन करने से हड्डियां कमजोर हो जाती है और ऑस्टियोपोरोसिस के मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं चाय और ऑस्टियोपोरोसिस के बीच क्या कनेक्शन है।
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चाय और ऑस्टियोपोरोसिस के बीच कनेक्शन- Connection Between Tea and Osteoporosis
डॉ. अखिलेश यादव, एसोसिएट डायरेक्टर - ऑर्थोपेडिक्स और जॉइंट रिप्लेसमेंट, मैक्स हेल्थ केयर (Dr. Akhilesh Yadav, Associate Director - Orthopaedics & Joint Replacement, Max Healthcare) के अनुसार, चाय, खासकर काली चाय और ग्रीन टी, में कैफीन और कुछ अन्य यौगिक होते हैं जो शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को प्रभावित कर सकते हैं।अधिक मात्रा में चाय का सेवन करने से शरीर की हड्डियों का घनत्व कम हो जाता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी हो सकती है। डॉ. अखिलेश यादव का कहना है कि जो लोग पहले से ही हड्डी से जुड़ी किसी प्रकार की बीमारी से जूझ रहे हैं, वो अगर ज्यादा मात्रा में चाय का सेवन करते हैं, तो उन्हें दर्द और सूजन की समस्या ज्यादा हो सकती है। काली चाय में फ्लोराइड की मात्रा अधिक होती है। ज्यादा मात्रा में फ्लोराइड का सेवन करने से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और इससे फ्रैक्चर का खतरा भी बढ़ता है।
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ऑस्टियोपोरोसिस में चाय पीने के नुकसान- Is Drinking Tea Bad for Osteoporosis
डॉ. अखिलेश यादव का कहना है कि ऑस्टियोपोरोसिस में चाय पीने से सेहत को एक नहीं, बल्कि कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। आइए आगे जानते हैं इसके बारे में...
- चाय में कैफीन की मात्रा अधिक होती है। ऑस्टियोपोरोसिस के मरीज अगर अधिक मात्रा में चाय का सेवन करते हैं, तो यह कैल्शियम के अवशोषण को बाधित करके, हड्डियों को कमजोर कर सकता है।
- ऑस्टियोपोरोसिस में अधिक मात्रा में चाय का सेवन करने से एसिडिटी बढ़ सकती है, जो हड्डियों की सेहत को प्रभावित करती है।
- चाय में मौजूद कैफीन हड्डियों के घनत्व को कम करता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस के मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है।
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ऑस्टियोपोरोसिस चाय पीते वक्त किन बातों का ध्यान रखें- Things to keep in mind while drinking osteoporosis tea
अगर आप ऑस्टियोपोरोसिस या किसी अन्य प्रकार की हड्डी की समस्या से जूझ रहे हैं, तो एक दिन में 1 से 2 कप से ज्यादा चाय का सेवन न करें। नॉर्मल दूध, पत्ती और चीनी वाली चाय की बजाय ग्रीन टी और हर्बल टी का सेवन करें। ग्रीन टी में कैफीन की मात्रा कम होती है, जिससे हड्डियों को नुकसान पहुंच सकता है।
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निष्कर्ष
ऑस्टियोपोरोसिस के मरीजों को चाय का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए और यदि संभव हो तो ग्रीन टी या हर्बल टी का चयन करना चाहिए। इसके अलावा ऑस्टियोपोरोसिस की परेशानियों से राहत पाने के लिए पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम और विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।