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आज के समय में लोगों को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिसमें से कुछ बीमारियों हड्डियों से जुड़ी होती है। इनमें से एक समस्या ऑस्टियोपोरोसिस है। यह वह स्थिति है, जिसमें पीड़ित व्यक्ति की हड्डियां काफी कमजोर होने लगती हैं। इस बीमारी में पीड़ित व्यक्ति की हड्डियों की बोन मास डेंसिटी कम होने लगती है, जिसके कारण हड्डियों के फ्रैक्चर होने का जोखिम ज्यादा बढ़ जाता है। हालांकि, ज्यादातर लोगों को इस बीमारी के बारे में जानकारी नहीं होती है। इसलिए, वे हल्के गिरने या चोट लगने पर फ्रैक्चर आने के कारणों को समझ नहीं पाते हैं। इसलिए, लोगों को ऑस्टियोपोरोसिस की गंभीरता को समझाने और सही इलाज पाने में मदद करने के लिए हर साल 20 अक्टूबर को वर्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे मनाया जाता है। आइए इस लेख में जानते हैं वर्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे क्यों मनाया जाता है, इसका क्या महत्व है और इस साल की थीम क्या है?
विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस का इतिहास
अंतर्राष्ट्रीय ऑस्टियोपोरोसिस फाउंडेशन ने वैश्विक तालमेल का कार्यभार संभाला और इसे 20 अक्टूबर को ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डियों के स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक वार्षिक विश्वव्यापी कार्यक्रम में बदल दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी 1998 और 1999 में इस दिन को मनाया और 1999 में हर साल इस दिन को मनाने की घोषणा की। इसलिए, हर साल इस दिन को मनाने के लिए एक खास थीम को निर्धारित करते हैं।
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विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस 2025 की थीम
इस साल वर्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे के लिए “It’s Unacceptable!” थीम निर्धारित की गई है। इस थीम का संदेश है कि यह अस्वीकार्य है कि जब ऑस्टियोपोरोसिस यानी हड्डियों की कमजोरी और उससे जुड़े फ्रैक्चर को रोका जा सकता है, तब भी यह समस्या नजरअंदाज हो रही है। दुनिया भर में सैकड़ों से ज्यादा लोग ऑस्टियोपोरोसिस से प्रभावित हो रहे हैं और फ्रैजिलिटी फ्रैक्चर यानी हड्डी टूटने वाली स्थितियों से पीड़ित लोग सही इलाज तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। जैसे- जिन लोगों को पहले फ्रैक्चर हुआ है, उनमें से करीब 80 प्रतिशत लोगों को बाद में हड्डी की जांच या इलाज नहीं मिलता है। इसलिए, ये थीम उन लोगों के बीच इस समस्या को उजागर करने और जागरूकता बढ़ाने पर जोर देती है।
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विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस का महत्व
हर साल 20 अक्टूबर को विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लोगों को हड्डियों की बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस के बारे में जागरूक करना है। ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी स्थिति है, जिसमें हड्डियां कमजोर और भुरभुरी हो जाती हैं, जिसके कारण मामूली चोट या गिरने पर भी हड्डियों के टूटने का जोखिम बहुत ज्यादा बढ़ सकता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर के लोगों में हड्डियों के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं की गंभीरता को समझने और सही समय पर इलाज के महत्व पर जोर देना है।
निष्कर्ष
हड्डियों का कमजोर होना या टूटना, नजरअंदाज करने वाली समस्या नहीं है। इसलिए, लोगों को इस समस्या की गंभीरता को समझाने के लिए हर साल वर्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे मनाया जाता। इसके लिए हर साल नए थीम को तय किया जाता है, जिसे लेकर विश्व स्तर पर कई कार्यक्रम, सेमिनार आदि आयोजित किए जाते हैं।
Image Credit: Freepik
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Oct 20, 2025 01:01 IST
Published By : Katyayani Tiwari