मौसंबी एक ऐसा फल है जो न केवल स्वाद में खट्टा-मीठा होता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज से भी बेहद फायदेमंद माना जाता है। गर्मियों में शरीर को ठंडक पहुंचाने, प्यास बुझाने और विटामिन C की कमी पूरी करने के लिए मौसंबी का जूस एक बेहतरीन विकल्प माना जाता है। यही कारण है कि लोग इसे सीधे खाने की बजाय जूस के रूप में पीना ज्यादा पसंद करते हैं। मौसंबी का जूस न सिर्फ इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, बल्कि स्किन, पाचन और लिवर के लिए भी फायदेमंद होता है। हालांकि, हर अच्छी चीज का उपयोग तभी फायदेमंद होता है जब उसका सेवन सही समय, सही मात्रा और सही परिस्थिति में किया जाए। कई बार लोग यह सोचकर मौसंबी का जूस पी लेते हैं कि यह हमेशा स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, लेकिन ऐसा हर बार सही नहीं होता। कुछ खास स्थितियों में मौसंबी का जूस पीना न सिर्फ फायदे की बजाय नुकसानदायक हो सकता है, बल्कि यह पहले से मौजूद स्वास्थ्य समस्याओं को और बढ़ा सकता है।
ऐसे में यह जानना जरूरी है कि किन परिस्थितियों में मौसंबी का जूस पीने से परहेज करना चाहिए ताकि इसके संभावित नुकसानों से बचा जा सके। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने जयपुर स्थित Angelcare-A Nutrition and Wellness Center की निदेशक, डाइटिशियन अर्चना जैन से बात की-
मौसंबी जूस कब नहीं पीना चाहिए - When Not To Drink Mosambi Juice
1. खाली पेट न पिएं
सुबह खाली पेट खट्टे फलों का सेवन करने से पेट में एसिड का लेवल अचानक बढ़ सकता है। मौसंबी का जूस भी एक अम्लीय (acidic) होता है, जिसे खाली पेट पीने से गैस, सीने में जलन या एसिड रिफ्लक्स जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खासतौर पर जिन लोगों को पेट में जलन, अल्सर या पाचन संबंधी समस्याएं हैं, उन्हें खाली पेट मौसंबी का जूस पीने से बचना चाहिए।
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2. खांसी या सर्दी-जुकाम में सेवन से बचें
मौसंबी का जूस शरीर को ठंडक पहुंचाता है, जो सामान्य तौर पर फायदेमंद होता है। लेकिन यदि आपको सर्दी, खांसी या गला खराब हो, तो यह जूस स्थिति को और बिगाड़ सकता है। ठंड के मौसम में या जब शरीर पहले से ठंड से प्रभावित हो, तो मौसंबी का जूस नहीं पीना चाहिए।
3. डायबिटीज रोगी सीमित मात्रा में लें
मौसंबी का जूस नेचुरल शुगर से भरपूर होता है। यदि आप डायबिटिक हैं, तो इसे ज्यादा मात्रा में पीना रक्त शर्करा (Blood Sugar) के लेवल को बढ़ा सकता है। हालांकि मौसंबी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन जूस पीने से फाइबर की मात्रा कम हो जाती है और शुगर तेजी से अवशोषित होती है। इसलिए डायबिटीज के रोगियों को मौसंबी का जूस सीमित मात्रा में और डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए।
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4. दवाइयों के साथ सेवन न करें
कुछ दवाइयों के साथ खट्टे फलों के रस का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह दवा के असर को प्रभावित कर सकता है। मौसंबी, संतरा और अंगूर जैसे फलों में मौजूद कुछ एंजाइम्स दवाओं के अवशोषण को कम कर सकते हैं या उन्हें जल्दी तोड़ सकते हैं। खासकर ब्लड प्रेशर, एंटीबायोटिक या स्टैटिन दवाओं के साथ मौसंबी का जूस न लें। अगर आप कोई दवा ले रहे हैं, तो मौसंबी का जूस पीने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
5. रात में सोने से पहले सेवन न करें
रात को सोने से ठीक पहले मौसंबी का जूस पीने से पेट भारी लग सकता है और नींद में समस्या आ सकती है। खट्टे फलों में मौजूद एसिड रात में पाचन को धीमा कर सकता है और एसिड रिफ्लक्स की समस्या उत्पन्न कर सकता है। बेहतर होगा कि इसे दिन में सुबह या दोपहर के समय लिया जाए, ताकि शरीर इसे अच्छे से पचा सके।
कोई भी जूस, चाहे वह कितना भी पौष्टिक क्यों न हो, अगर ज्यादा मात्रा में लिया जाए तो हानिकारक हो सकता है। मौसंबी का जूस ज्यादा पीने से पाचन तंत्र पर असर पड़ सकता है, दस्त, पेट दर्द या गैस की समस्या हो सकती है। साथ ही, इसमें शुगर की मात्रा भी होती है जो वजन बढ़ा सकती है। एक दिन में एक गिलास (200-250 ml) से ज्यादा न पीने की सलाह दी जाती है।
निष्कर्ष
मौसंबी का जूस फायदेमंद है, लेकिन इसका सेवन सोच-समझकर और शरीर की जरूरतों के अनुसार करना चाहिए। खाली पेट, बीमार होने पर या दवा के साथ इसे पीना शरीर को फायदे की बजाय नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि मौसंबी के जूस को संतुलित मात्रा में और उचित समय पर पिया जाए। अगर आप किसी विशेष बीमारी से ग्रसित हैं या कोई दवा ले रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लेकर ही इसका सेवन करें।
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FAQ
मौसंबी जूस कब पीना चाहिए?
मौसंबी जूस पीने का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट होता है। इस समय इसे पीने से शरीर को विटामिन C, एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स अच्छे से मिलते हैं, जिससे इम्यूनिटी मजबूत होती है और पाचन क्रिया बेहतर होती है। व्यायाम के बाद मौसंबी जूस पीना भी फायदेमंद होता है, क्योंकि यह शरीर को तुरंत एनर्जी और हाइड्रेशन देता है। खाने के तुरंत बाद मौसंबी जूस पीने से बचें, क्योंकि इससे पाचन में गड़बड़ी हो सकती है। गर्मियों में मौसंबी जूस शरीर को ठंडक देता है और डिहाइड्रेशन से बचाने में मदद करता है।क्या मौसंबी जूस खाली पेट पीना चाहिए?
मौसंबी का जूस खाली पेट पीने से परहेज करना चाहिए। नाश्ते में या लंचे से पहले इसका सेवन कर सकते हैं। मौसंबी जूस पीने से शरीर को जरूरी विटामिन C, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स मिलते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं और स्किन को निखारते हैं। यह पाचन तंत्र को भी एक्टिव करता है और कब्ज की समस्या में राहत देता है।मौसंबी का जूस किस समय पीना चाहिए?
मौसंबी का जूस पीने का सबसे उपयुक्त समय सुबह का होता है, जब शरीर डिटॉक्स मोड में होता है और पोषक तत्वों को अच्छी तरह अवशोषित करता है। इसके अलावा, वर्कआउट या योग के बाद इसे पीना शरीर को एनर्जी और ताजगी देने में मदद करता है। दोपहर के समय, विशेष रूप से गर्मियों में, मौसंबी का जूस पीना शरीर को ठंडक और हाइड्रेशन प्रदान करता है। लेकिन भोजन के तुरंत पहले या बाद में इसका सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे पाचन में समस्या आ सकती है।