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डायलिसिस के मरीज का ब्लड प्रेशर कम हो तो क्या करें? डॉक्टर से जानें

किडनी डायलिसिस करवाने वाले मरीजों के सामने सबसे बड़ी चुनौती ब्लड प्रेशर लो होना है। ऐसे में आइए जानते हैं बीपी लो होने पर क्या करना चाहिए? 
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डायलिसिस के मरीज का ब्लड प्रेशर कम हो तो क्या करें? डॉक्टर से जानें


किडनी डायलिसिस एक मेडिकल प्रक्रिया है, जिसमें किडनी की खराबी के कारण ब्लड में टॉक्सिन पदार्थ जमा होने लगते हैं तो उस चीजों को शरीर से बाहर निकाला जाता है। डायलिसिस उन मरीजों के लिए जरूरी होती है, जिसकी किडनी 85 प्रतिशत से ज्यादा खराब हो चुकी होती है और शरीर से टॉक्सिन पदार्थों को सही तरह से बाहर नहीं निकाल पाते हैं। लेकिन, डायलिसिस के मरीजों में अक्सर ब्लड प्रेशर कम होने की समस्या देखी जाती है। जब ब्लड प्रेशर बहुत कम हो जाता है तो शरीर के अलर-अलग अंगों तक पर्याप्त ब्लड और ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता है, जिससे थकान, चक्कर आना और अन्य गंभीर समस्याएं हो सकती है। बीपी लो होने के कारण डायलिसिस के दौरान ज्यादा तरल पदार्थों का निकलना और दिल से जुड़ी समस्याएं होना शामिल है। इसलिए, आइए नोएडा के मेट्रो अस्पताल के कंस्लटेंट- नेफ्रोलॉजी डॉ. शिव चड्ढा से जानते हैं कि डायलिसिस के मरीज का ब्लड प्रेशर कम हो तो क्या करना चाहिए?

डायलिसिस के दौरान ब्लड प्रेशर गिरने के कारण

नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. शिव चड्ढा का कहना है कि, डायलिसिस के दौरान ब्लड प्रेशर कम होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिसमें-

  1. फ्लूड रिमूवल: कई बार मरीज के शरीर से जितना पानी निकालना चाहिए, उससे ज्यादा निकल जाता है, जिससे शरीर में ब्लड की मात्रा कम होने लगती है, जिससे ब्लड प्रेशर कम होने लगता है
  2. दिल की कमजोरी: अगर डायलिसिस के मरीज को पहले से हार्ट की बीमारी है तो दिल उतनी तेजी से ब्लड पंप नहीं कर पाता है, जिससे बीपी लो हो सकता है।
  3. तेज डायलिसिस: डायलिसिस बहुत तेजी से करने पर शरीर फ्लूड और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस को तुरंत संभाल नहीं पाता है, जिसके कारण ब्लड प्रेशर कम हो जाता है.
  4. खाली पेट डायलिसिस करवाना: कई मरीज बिना कुछ खाए पिएं खाली पेट ही डायलिसिस करवाने लगते हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल में गिरावट आ सकती है और बीपी भी कम हो जाता है।
  5. दवाइयों का असर: अगर मरीज ने डायलिसिस से ठीक पहले ब्लड प्रेशर कम करने वाली दवा ली है, तो भी ब्लड प्रेशर कम होने की संभावना बढ़ जाती है।  

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डायलिसिस के दौरान बीपी कम होने पर क्या करें?

नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. शिव चड्ढा के अनुसार, डायलिसिस के दौरान ब्लड प्रेशर कम होने पर आप तुरंत ये कदम उठा सकते हैं-

  • डायलिसिस के दौरान बीपी कम होने पर इसकी गति को धीमा करने या कुछ देर रुक जाना चाहिए। ऐसा करने से शरीर को एडजस्ट करने का समय मिलता है।
  • डायलिसिस के मरीज का ब्लड प्रेशर कम होने पर आप पेशेंट को लेटा कर उसके पैरों को ऊपर की ओर उठाएं। ऐसा करने से ब्लड फ्लो दिमाग की ओर बढ़ता है और बीपी में थोड़ा सुधार होता है।
  • डायलिसिस के मरीज का बीपी बहुत कम होने  पर कई बार डॉक्टर मरीज को सलाइन का छोटा बॉलस देते हैं, ताकि ब्लड प्रेशर नॉर्मल हो सके।
  • डायलिसिस के दौरान ब्लड प्रेशर कम होने पर डायलिसेट का तापमान कम किया जाता है, जिससे वेसल्स सिकुड़ते हैं और बीपी स्टेबल होता है।

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बार-बार ब्लड प्रेशर लो होने पर क्या करें?

नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. शिव चड्ढा के मुताबिक, अगर किसी मरीज में बार-बार लो बीपी की समस्या आती है, तो वे इन बातों का ध्यान रखें-

  • बहुत से मरीजों में “ड्राई वेट” गलत तय किया होता है। अगर यह मरीज में कम रखा गया है तो हर बार डायलिसिस में जरूरत से ज्यादा पानी निकलेगा और बीपी नीचे गिरेगा।
  • अगर डायलिसिस के दौरान बीपी लो होता है तो इसका समय बढ़ाएं। अगर तीन घंटे में बीपी गिरता है, तो उसे 3.5 या 4 घंटे में धीरे-धीरे करें।
  • डायलिसिस से पहले हल्का भोजन करें। खाली पेट कभी भी डायलिसिस करने से बचें और हल्का खाना या स्नैक्स जरूर लें, क्योंकि ऐसा खाना आपके बीपी को स्टेबल रखता है।
  • बीपी की दवाएं डायलिसिस के दिन सुबह लेने से बचें या डॉक्टर से पूछकर ही लें।

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इन बातों का भी रखें ध्यान-

  • डायलिसिस के मरीज पर्याप्त मात्रा में आराम करें।
  • बहुत ज्यादा पानी पीने से बचें, लेकिन, डिहाइड्रेशन से भी बचने की कोशिश करें।
  • अगर डायलिसिस के दौरान चक्कर, घबराहट या पसीना आना महसूस हो तो तुरंत किसी की मदद लें।
  • घर पर भी ब्लड प्रेशर नियमित रूप से चेक करते रहें।
  • हमेशा डायलिसिस की हर सेशन की रिपोर्ट अपने डॉक्टर को दिखाएं।

निष्कर्ष

डायलिसिस के दौरान ब्लड प्रेशर गिरना एक आम लेकिन गंभीर समस्या है। इसका समय पर और सही मैनेजमेंट मरीज की सुरक्षा और लाइफ क्वालिटी दोनों के लिए जरूरी है। इसलिए अगर आपकी या आपके किसी जानकारी में किडनी फेल होने के कारण डायलिसिस पर है तो ब्लड प्रेशर के लेवल का ध्यान रखें।

Image Credit: Freepik
कितने लो बीपी खतरनाक होता है?
लो ब्लड प्रेशर 90/60 mmHg से कम होने पर खतरनाक हो सकता है। खासकर जब ब्लड प्रेशर लेवल इतना होने पर चक्कर आना, बेहोशी, थकान या धुंधला दिखाई देने जैसी समस्याएं हो।


लो ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करें?
लो ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल करने के लिए आप लेट जाएं और फिर अपने पैरों को ऊपर की ओर उठाएं, नमक वाला पानी पिएं और नमकीन चीजें खाएं।

 

लो बीपी में क्या नहीं खाना चाहिए?
ब्लड प्रेशर लो होने पर भारी भोजन, कैफीन, शराब, बहुत ज्यादा मीठा या प्रोसेस्ड फूड्स खाने से परहेज करें, क्योंकि ये आपके ब्लड प्रेशर को और ज्यादा गिरा सकते हैं।

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  • Current Version

  • Oct 10, 2025 16:52 IST

    Published By : Katyayani Tiwari

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