
आज के समय में भागदौड़ भरी जिंदगी, असंतुलित खानपान और तनाव वाली लाइफस्टाइल के कारण शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं जन्म लेती हैं। इन्हीं में से एक है एनीमिया यानी शरीर में खून की कमी। यह समस्या तब होती है जब शरीर में हीमोग्लोबिन या रेड ब्लड सेल्स की मात्रा सामान्य से कम हो जाती है। इससे व्यक्ति को कमजोरी, थकावट, चक्कर आना और सांस फूलने जैसी समस्याएं होने लगती हैं। कई लोगों को रात के समय पसीना भी आता है, ऐसे में सवाल उठता है कि क्या रात में पसीना आना यानी नाइट स्वेट्स एनीमिया का संकेत हो सकता है?
इस लेख में हम एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज (Dr. Sudhir Kumar Bhardwaj, General Physician, Sant Bhagat Singh Maharaj Charitable Hospital, NIT Faridabad) से विस्तार से जानेंगे कि एनीमिया क्या है, उसके कारण क्या होते हैं और रात में पसीना आना कैसे इससे जुड़ा हो सकता है।
क्या रात में पसीना आना एनीमिया का लक्षण है? - Are Night Sweats Symptom of Anemia
एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में पर्याप्त मात्रा में हेल्दी रेड ब्लड सेल्स या हीमोग्लोबिन नहीं होते। हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन को शरीर के विभिन्न हिस्सों तक पहुंचाने का काम करता है। एनीमिया के कारण शरीर के अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे थकान, कमजोरी और अन्य समस्याएं होती हैं। एनीमिया में नाइट स्वेट्स यानी रात में पसीना आने की समस्या हो सकती है, लेकिन यह हर मरीज में आम नहीं होता। खासकर जब एनीमिया गंभीर हो या उसके साथ कोई इंफेक्शन या अन्य बीमारी जुड़ी हो, तो रात में पसीना देखने को मिल सकता है। एनीमिया के कारण शरीर में ऑक्सीजन की कमी होती है, जिससे मेटाबॉलिज्म तेज हो सकता है और शरीर ज्यादा पसीना निकालता है ताकि तापमान कंट्रोल रहे।
इसे भी पढ़ें: डायलिसिस के मरीजों में हीमोग्लोबिन कैसे बढ़ाएं? जानें डॉक्टर से
- एनीमिया में जब शरीर की कोशिकाओं तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंचती, तो शरीर ज्यादा मेहनत करता है और थकान के साथ पसीना भी आ सकता है।
- एनीमिया शरीर के तापमान को कंट्रोल करने की क्षमता को प्रभावित करता है, जिससे रात में पसीना आना संभव होता है।
- हार्मोनल असंतुलन, खासकर महिलाओं में आयरन की कमी से हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिससे रात में पसीना आने की समस्या बढ़ सकती है।
इसे भी पढ़ें: क्या गर्मियों में गुड़ का पानी पीना चाहिए? जानें आयुर्वेदाचार्य से

ज्यादा पसीना आने पर कौन से टेस्ट कराएं? - What is the test for excessive sweating
यदि आपको रात में बार-बार पसीना आता है और साथ में थकान, सांस फूलना या कमजोरी महसूस होती है, तो नीचे दी गई जांचें करवाई जा सकती हैं-
CBC (Complete Blood Count) - हीमोग्लोबिन स्तर जानने के लिए
Serum Ferritin - आयरन की कमी का पता लगाने के लिए
Thyroid Test - थायराइड की भूमिका समझने के लिए
रात में पसीना आना एक गंभीर समस्या हो सकती है, ऐसे में अगर आपको ये समस्या है तो डॉक्टर से सलाह लें और जो भी समस्याएं हो रही हैं वो उन्हें जरूर बताएं। डॉक्टर आपकी समस्याओं को समझकर जरूरी इलाज बताएंगे, जिसे फॉलो करने से आपको फायदा मिलेगा।
निष्कर्ष
रात में पसीना कई स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है, जिनमें एनीमिया भी शामिल है। हालांकि हर एनीमिया के मरीज को रात में पसीना नहीं आता, पर अगर साथ में कमजोरी, थकान और सांस फूलना जैसे लक्षण भी हों, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करानी चाहिए। सही निदान और समय पर इलाज से एनीमिया और उससे जुड़े लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है। यदि आप रात को असामान्य पसीना महसूस करते हैं तो इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
All Images Credit- Freepik
FAQ
- कौन-कौन से लक्षण एनीमिया की ओर इशारा करते हैं?थकान, चक्कर आना, स्किन का पीला पड़ना, सांस फूलना, दिल की तेज धड़कन जैसे लक्षण दिखें, तो यह एनीमिया का संकेत हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आप हेल्दी लाइफस्टाइल मेंटेन करें और डाइट में हेल्दी फूड्स को शामिल करें। इसके लिए आप डॉक्टर या डाइटिशियन की मदद भी ले सकते हैं।
- क्या केवल रात में पसीना आना एनीमिया का पक्का लक्षण है?नहीं, रात में पसीना आना कई स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है, जैसे हार्मोनल बदलाव, इंफेक्शन, मानसिक तनाव या कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट्स। इसलिए यह जरूरी नहीं कि केवल रात में पसीना एनीमिया का संकेत हो। अगर आपको रोजाना रात में पसीना आता है तो डॉक्टर से सलाह लें।
- एनीमिया की पुष्टि के लिए कौन-से टेस्ट कराए जाते हैं?एनीमिया की जांच के लिए हीमोग्लोबिन टेस्ट, CBC (Complete Blood Count), आयरन लेवल और विटामिन B12 की जांच कराई जाती है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
- Current Version